Find the Latest Status about भेंट माता की from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, भेंट माता की.
Author Harsh Ranjan
एक जिंदगानी है... मालूम नहीं पड़ता, कहाँ खपानी है! स्मृतियों में पानी है... छाती में बीसियों कहानी है! एक पेड़ हूँ, फलूँ, ये जिम्मेदारी हमने मानी है कि सबसे पहले हममे उनके हिस्से हैं वैसे तो दरिया खुद लहरों के किस्से ही किस्से हैं! सोचते हैं कभी जलते तवे पर सिंकते हुए, जिंदगी कम है सालों में, साल कम हैं दिनों में, दिन कम हैं पलों में! क्या हासिल होता है कलों में! पल कम, पन्ने ज्यादा हैं, उम्र कम, कहानियां ज्यादा हैं! शीशे के टुकड़ों सी अनुभूतियां सीने से जब प्रसंगों के साथ कुरेदकर उठाते हैं! हमने देखी हैं उभरती बूंदें रक्त की, अपनी स्नायु तिलमिलाती हैं! भगवान काम देना, कला नहीं, नजरों के आगे सिर्फ पेट हो हाथ भी क्यों भटकें रास्ता, तो क्यों किसी फितूर से अपनी भेंट हो! भेंट
Author Harsh Ranjan
एक जिंदगानी है... मालूम नहीं पड़ता, कहाँ खपानी है! स्मृतियों में पानी है... छाती में बीसियों कहानी है! एक पेड़ हूँ, फलूँ, ये जिम्मेदारी हमने मानी है कि सबसे पहले हममे उनके हिस्से हैं वैसे तो दरिया खुद लहरों के किस्से ही किस्से हैं! सोचते हैं कभी जलते तवे पर सिंकते हुए, जिंदगी कम है सालों में, साल कम हैं दिनों में, दिन कम हैं पलों में! क्या हासिल होता है कलों में! पल कम, पन्ने ज्यादा हैं, उम्र कम, कहानियां ज्यादा हैं! शीशे के टुकड़ों सी अनुभूतियां सीने से जब प्रसंगों के साथ कुरेदकर उठाते हैं! हमने देखी हैं उभरती बूंदें रक्त की, अपनी स्नायु तिलमिलाती हैं! भगवान काम देना, कला नहीं, नजरों के आगे सिर्फ पेट हो हाथ भी क्यों भटकें रास्ता, तो क्यों किसी फितूर से अपनी भेंट हो! भेंट
Ek villain
दुनिया के गलेसरियों का अस्तित्व खतरे में है ग्रीन हाउस गैसों के उत्सर्जन से बढ़ते तापमान की वजह से पिघलते ग्लेशियर ना सिर्फ बड़ा है अनियमित गौतम मौसम चक्र हिमसन क्लबों शक्लन भुकमारी सुनामी और जल संकट जैसी विप अदाएं लाएंगे बल्कि उनके लगातार पिघलने से उनमें हजारों साल से दफन घातक बैक्टीरिया और वायरस भी बाहर आ सकते हैं यही कई महा मारियो का कारण बन कर भारी तबाही मचा सकते हैं हाल ही में वैज्ञानिको ने रोड से डिक्स ऑफ द रॉयल सोसायटी बी बायोलॉजिक साइंस में प्रकाशित अध्ययन में चेताया हुए कहा कि ग्रीन हाउस गैसों का ऐसा ही उत्सर्जन होता रहा है ग्लेशियर इसी तरह पर करते रहे हैं तो इनके भीतर दफन बैक्टीरिया और वायरस के फैलने का खतरा बढ़ जाएगा इन बैक्टीरिया और वायरस से सबसे पहले समुद्री जीव संक्रमित होगी और फिर पक्षी व अन्य स्थानीय वन्यजीव इसके बाद इससे मनुष्य भी संक्रमित हो सकते हैं ©Ek villain #friends #जलवायु परिवर्तन की भेंट चढ़ते ग्लेशियर