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Praveen Jain "पल्लव"
पल्लव की डायरी नूर चेहरों का उतर रहा है हर कोई चिंता में फिक्रमंद हो रहा है सोर्स सारे एक ही भाव मे बह रहे है आय के प्रति घर घर ,माथे पर बल पड़ रहे है धुन दिये गये सब परिवार के आय के साधन व्यवसाय,नोकरी,पेंशन, शिक्षा के लिये जूझ रहे है इस सिस्टम ने कही का नही किसी को छोड़ा है सियासतों से हलाल होकर,महौल भारत का बिगड़ रहा है दोयमदर्जे का वर्ताव सत्ता और शासन कर रहा है हिमाकत नेताओ की देखो, भूख की खेती कर जनता को बगावत की ओर धकेल रहा है प्रवीण जैन पल्लव ©Praveen Jain "पल्लव" #Yaatra सोर्स सारे एक ही भाव मे बह रहे है #nojotohindi
विमल खांदवा
खुशी इंटरलॉक खांदवा व बिल्डिंग मटेरियल सप्लायर्स ..सिमनी ..बुहाना झुन्झुनू.. राज.
विमल खांदवा
खुशी इंटरलॉक टाइल उधोग.. खांदवा बिल्डिंग मटेरियल सप्लायर्स ..सिमनी राव घीसाराम स्कूल के पास ...con no.7357007008 ..9694001719
... मोलिका
नित नित सुन मुरली मधुर, राधे दौड़ी आए...! छिप बैठे बिच तरूअन के, कान्हा खेल रचाए...! हे नटखट नंदलाल कन्हैया क्यूं राधे को तरसाए...! देख व्याकुलता श्री राधे की, मंद मंद मुस्काए...!! ओ देवकी नंदन कान्हा, क्यू ये खेल रचाए दो दर्शन इस राधे को, क्यू छिप कर तरसाए..!! #राधे_कृष्णा #कृष्णार्पण #molika इमेज सोर्स: गूगल
Ravendra
Sunil itawadiya
कोरोना वायरस कोई नई वायरस नहीं है।इसके बारे में तो Lucents किताब में भी पहले ही दिया हुआ है। विज्ञान और प्रौद्योगिकी चैप्टर में page no 47
यशवंत कुमार
नीम के कड़वे फूल प्रातः की आई तरुणाई । शीतल बयार लेती अंगड़ाई । इत्र पवन में घोल रहे हैं मारे खुशी के डोल रहे हैं। ओस तन लपटी पगड़ंडी निद्रा से अलसायी धूल । जगाते थपकी देकर उनको नीम के कड़वे फूल । पछुआ ने है आँख दिखाया । उनको अब है गुस्सा आया। खुशबू अपनी समेट चले हैं। क्रोधागिन से आनन जले हैं। समय नहीं सदा सम रहता पर उनकी थी यह भूल । कुम्हला रहे हैं दिवा तपिश से नीम के कड़वे फूल । इमेज सोर्स -इंडियामार्ट नीम के कड़वे फूल प्रातः की आई तरुणाई । शीतल बयार लेती अंगड़ाई । इत्र पवन में घोल रहे हैं मारे खुशी के डोल रहे हैं।
vidrohi shivam
सारंग का संघार सुना है बादलों ने जिद्द की है सूरज को निगलने की कोई बताए इन्हें कहीं ये खुद ही पिघल न जाएं! जब जब उमड़ते हैं ये अँहकार में आगोश में सबकुछ भर लेने के लिए निकलती है एक चिड़िया होते जिसके आठ रंग के पर भरती है हुँकार वह सारंग उसका नाम है, जो न भय खाती है तनिक भी ऐसे सारंगों से न जाने कितने सारंगों का संघार पहले ही कर चुकी होती हैं ये सारंगे जिनके होते हैं आठ रंग के पर। ~विद्रोही #Sapne_ka_ghar बादल तथाकथित उन्मादी शक्तियों का प्रतीक है। सूरज उस सोर्स का प्रतीक है जहाँ से सभी को ताकत मिलती है। फिर चाहे वे बादल हों या
I love my India
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