Find the Latest Status about पीछे पीछे आगे आगे from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, पीछे पीछे आगे आगे.
tushar parashar
कितना वक्त लगता है कह देने में अब हम नहीं मिल सकते किसी शख्स को और कहां मुश्किल होता है भूल जाना उस इंसान को जिसने प्रेम किया हो #कविता #LostLegends
read moreRʌvɩ vɘʀɱʌ
घोड़े के पीछे और पैसे वाले के आगे कभी मत चलो क्योंकि वह कभी भी लात मार सकते है। ✍️_Ravi verma #आगे #पीछे
Thakur_shaan_official
जरूरी नही कि जिंदगी में आगे जाने के लिए आगे या पीछे ही बैठो कोई बीच में बैठ के भी तो आगे जा सकता है😂🤣😂 thakur shaan poetry #आगे #पीछे#बीच
Ajay Kumar Jain
*पीछे-पीछे हसरतों का काफिला....* *आगे-आगे है परीशानी मेरी...✍*
*पीछे-पीछे हसरतों का काफिला....* *आगे-आगे है परीशानी मेरी...✍*
read moreDR. LAVKESH GANDHI
छाया क्या विडंबना है सूरज के क्षितिज पर आते ही धरती पर छाया भी आ जाती है कभी आगे तो कभी पीछे सूरज के साथ आँख-मिचौनी का खेल सदा साथ खेला करती है ©DR. LAVKESH GANDHI #छाया # # कभी आगे कभी पीछे #
छाया # # कभी आगे कभी पीछे #
read moreMR VIVEK KUMAR PANDEY
"कोन आगे है कोन पीछे है, मुझे उससे मतलब नहीं है, मुझे सिर्फ जीत से मतलब है".। #कोन आगे है कोन पीछे #mrvivekkumarpandey
#कोन आगे है कोन पीछे #MrVivekKumarPandey
read moreRJ Ehsaas
#डर डर से डरो मत बल्कि डर को डराओ हिम्मत हारो मत बल्कि हिम्मत को बड़ाओ Naira Gupta डर को पीछे छोड़ आगे बड़ो
डर को पीछे छोड़ आगे बड़ो #विचार
read moreEk villain
दरअसल पिछले कुछ महीने से स्थानीय नीति नियोजन नीति में भाषाओं को हटाना जोड़ने को लेकर गठबंधन सरकार के निर्णय में सहयोगी पार्टी कांग्रेस विधायक खुद को काफी असहज महसूस कर रहे हैं मुख्यमंत्री उन्हें कोई तवज्जो नहीं दे रहे कांग्रेसी अपनी हिस्पीड़ा से एक राष्ट्रीय नेताओं को कई बार अवगत करा चुकी है यह तक सरकार के शामिल कांग्रेस कोर्ट के स्वास्थ्य मंत्री बिना गुप्ता में खुलेआम ऐलान कर रखा है कि अगर मृत भाषा पर कोई आंच आएगी तो वह अपनी कुर्सी कुर्बान करने से भी पीछे नहीं हटे गा पांच राज्यों में चुनाव बाद कांग्रेसी विधायकों में बेचैनी बढ़ी उन्हें लग रहा है कि अगर जो मुंह 1920 की ख्याति के आधार पर आगे बढ़ता है तो शहरी वोट का बड़ा नुकसान होगा जब जब इस मुद्दे को किसी ने छुआ है वैसा है यह राज्य में प्रथम मुख्यमंत्री ने इस आधार पर स्थानीय को पहचान करने की नीति लागू की थी तब राज्य में बवाल हुआ और भारतीय जनता पार्टी को रघुवीर दास सरकार ने 1985 का कटऑफ डाटा मानकर स्थानीय नियोजन नीति बनाई इस समय उसका काफी विरोध हुआ और आदिवासियों मूलवासी यह फैल गया कि राज्य नौकरी पर भारी का बीज हो जाएगा हेमंत सोरेन के सरकार के पिछले कुछ महीने में अनुसार बनाई गई लोगों को नौकरी में आरक्षण की प्रदान किए गए हैं इसके खिलाफ उच्च न्यायालय में राज्य सरकार को सुझाव दिया और स्थानीय नीति को परिभाषित किया जहां नहीं तो राज्य निकली जा रही थी सभी भारतीय कानून पिछड़े में फस जाएगी ©Ek villain #स्थानीय नीति आगे कुआं पीछे खाई #Hope