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Ankit Singh
“ मेरे लिए जानवरों का भाग्य हास्यास्पद दिखने के डर से कहीं अधिक महत्वपूर्ण है। ” ©Ankit Singh मेरे लिए जानवरों का भाग्य हास्यास्पद दिखने के डर से कहीं अधिक महत्वपूर्ण है #animals
Kanhaiya Kanhaiya Kanhaiya
White मतलब की ईस दूनया में कोई भी अपना नहीं है ©Kanhaiya Kanhaiya Kanhaiya चांदनी चांद से होती सितारों से नहीं मोहब्बत एक से होती हजारों से नहीं
N S Yadav GoldMine
{Bolo Ji Radhey Radhey} अपने कर्म भगवान श्री कृष्ण के लिए करो, फिर कोई भी कर्म गलत नहीं होगा, और अपने कर्म में विश्वास रखो आपको अपनी अपेक्षाओं से सदैव अधिक ही मिलेगा !! ©N S Yadav GoldMine #navratri {Bolo Ji Radhey Radhey} अपने कर्म भगवान श्री कृष्ण के लिए करो, फिर कोई भी कर्म गलत नहीं होगा, और अपने कर्म में विश्वास रखो आपको
N S Yadav GoldMine
White {Bolo Ji Radhey Radhey} बुद्धिमान लोगों के दोस्त बहुत कम होते, विचार अधिक मात्रा में मिलते हैं। ©N S Yadav GoldMine #nightthoughts {Bolo Ji Radhey Radhey} बुद्धिमान लोगों के दोस्त बहुत कम होते, विचार अधिक मात्रा में मिलते हैं।
चेतना सिंह 'चितेरी ', प्रयागराज
जितने लोग मशहूर हुए हैं ,पहले लोगों ने उनके अंदर कमियांँ निकाली। लोगों की सुनकर यह लोग बैठ जाते तो शायद, आज इनको अपनी पहचान नहीं मिल पाती। चेतना कहती है प्रकाश से-- हम संघर्ष करेंगे , आखिरी सांँस तक लड़ेंगे, मेरे जीने का यही तरीका है , "स्वयं से लड़ो दूसरों से नहीं ।"__ चेतना प्रकाश चितेरी, प्रयागराज ५/४/२०२४ , ६:२६ अपराह्न ©चेतना सिंह 'चितेरी ', प्रयागराज # स्वयं से लड़ो , दूसरों से नहीं #
Mukesh Poonia
न औरों से कम न औरों से श्रेष्ठ बस खुद से बेहतर और खुद से सर्वश्रेष्ठ . ©Mukesh Poonia #skylining न #औरों से #कम न औरों से #श्रेष्ठ बस #खुद से #बेहतर और खुद से #सर्वश्रेष्ठ
विपिन सिंह फौजी
" मुझे किसी महिला के द्वारा की गई प्रशंसा का एक शब्द किसी पुरुष की पूरी कविता से अधिक प्रिय है। ©विपिन सिंह फौजी #Tulips " मुझे किसी महिला के द्वारा की गई प्रशंसा का एक शब्द किसी पुरुष की पूरी कविता से अधिक प्रिय है।
HARSH369
आवस्यकता से अधिक इन्सान को घमन्डी बना देता है कुछ लोगो को.. वो अपने से बढ़े बुजुर्गो का आदर सम्मान भूल जाते है, वो घमन्द मे ये भूल जाते है सब यही छूट जाना है,..! आवस्यकता से अधिक दान पुन्य इन्सान को परमात्मा बना देता है, वो भूल जाते है उनका भी परिवार,रिस्तेदार,खानदान है,..! आवस्यकता से अधिक भीख इन्सान को आलसी,कमजोर बना देती है, वो भूल जाता है मेहनत करके कमाने का अपना मजा है,..! इसलिये अपनी मेहनत से कमाये का कुछ पैसा अनाथो,बेसहारो के उपकार मे लगाये..! बहुत आनन्द आयेगा..!! ©SHI.V.A 369 #आवश्यकता से अधिक
हिमांशु Kulshreshtha
ये कोई ज़रूरी तो नहीं राबता ही रखूं तुम से दूर रह कर भी तो मोहब्बत की जाती है ©हिमांशु Kulshreshtha तुम से