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Stories related to बाध्यकारी विकार से अधिक

brar saab

#Sad_Status #पर्यावरण का #प्रभाव (Impact of Environment) सीखने की प्रक्रिया में #पर्यावरण/वातावरण का अधिक महत्त्व है। यदि किसी कक्षा के अधिक

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White (i) पर्यावरण का प्रभाव (Impact of Environment) सीखने की प्रक्रिया में पर्यावरण/वातावरण का अधिक महत्त्व है। यदि किसी कक्षा के अधिकतम विद्यार्थी पढ़ाई के प्रति जागरूक हैं तो कमजोर छात्र भी उनसे प्रेरित होकर पहले की तुलना में अधिक मेहनत करेंगे।

©brar saab #Sad_Status #पर्यावरण का #प्रभाव (Impact of Environment) सीखने की प्रक्रिया में #पर्यावरण/वातावरण का अधिक महत्त्व है। यदि किसी कक्षा के अधिक

Knazimh

खुद से

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खुद से ,,

मैं कुछ ज्यादा नहीं कर रहा 

खुद से

तेरी तस्वीर एका-एक अलग कर रहा 

खुद से,

जैसे जिंदगी की डोर दूर कर रहा 

खुद से,

बे-वजह  बे-तरतीब रहता हूं 

खुद से,

देख ले जो तु मुझे एक बार 

खुद से,

मर जायेगे हम बिना उफ्फ करे

खुद से,,

©Knazimh खुद से

RjSunitkumar

दिल से

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RjSunitkumar

दिल से

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RjSunitkumar

दिल से

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अनिल कसेर "उजाला"

सताने से

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jameel Khan

# प्यार से #

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White तेरी निग़ाह के हम वार से मारे गए 
तेरे प्यार मे हम बड़े प्यार से मारे गए 

जमील

©jameel Khan # प्यार से #

हिमांशु Kulshreshtha

तुम से..

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Unsplash ठण्डी ठण्डी हवाएं जब
तन से टकराती है
तुम्हारी कोमल छुअन की
यादें ताजा कर जाती है
नम आँखों में यादों के
बादल उमड़ रहे हैं
मेरे आँखों के बादल से
लगता है.. 
तुम भी कहीं भीगते होगे
भीगा-भीगा मेरा मन
याद  तुम्हें करता है 
एक अरसा हुआ तुम से बिछुड़े 
दिल अब भी 
तुम से मिलने को करता है

©हिमांशु Kulshreshtha तुम से..

Dev singhaniya

अगर आप सच बोलते है तो, आपको अधिक याद रखने की जरुरत नहीं !!

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SumitGaurav2005

अनुप्रास अलंकार वाली कविता। अलंकार का अर्थ है काव्य या भाषा को शोभा देने वाला मनोरंजक तरीका। जब किसी काव्य में एक या एक से अधिक वर्णों की प

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White मेरा मन मस्तिष्क मदहोश करती मतवाली अदा,
सनम तू मेरे लिए है हर पल ही ज़माने से जुदा। 

क्यों रहती गुपचुप गुमसुम गुम हो किन ख़्यालों में,
तुम ही बसी हो सनम मेरे हर इक सवालों में।

बड़ी बेचैनी बड़ी बेताबी खोया है बड़ा करार,
जब से तुमसे सनम हो गया है मुझको प्यार।

पहले प्यार की पहचान होनी बड़ी  है जरूरी,
फिर हमारे बीच सनम क्यों है इतनी ज्य़ादा दूरी।

चाह मेरी चाहना तुम्हें चाहत फिर भी है अधूरी, 
सनम अपना लो मुझे हर कमी हो जाए पूरी।

कर रहे कब से इंतज़ार इनकार या इकरार करो,
प्यार का इज़हार करने से किसी से  भी ना डरो।

या तो अपना लो मुझे या फिर साफ मना करो,
ऐसी भी क्या मज़बूरी थोड़ा तो इंसाफ करो।
✍🏻सुमित मानधना 'गौरव'😎

©SumitGaurav2005 अनुप्रास अलंकार वाली  कविता। अलंकार का अर्थ है काव्य या भाषा को शोभा देने वाला मनोरंजक तरीका। जब किसी काव्य में एक या एक से अधिक वर्णों की प
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