Nojoto: Largest Storytelling Platform

Best पर्यावरण Shayari, Status, Quotes, Stories

Find the Best पर्यावरण Shayari, Status, Quotes from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos aboutपर्यावरण क्या है, पर्यावरण किसे कहते है, प्रकृति और पर्यावरण पर कविता, पर्यावरण प्रदूषण निबंध हिंदी में, पर्यावरण प्रदूषण के कारण,

  • 168 Followers
  • 282 Stories

Ram Yadav

#पर्यावरण #भारत #संस्कृति #आध्यात्म नये अच्छे विचार आज का विचार अनमोल विचार बेस्ट सुविचार

read more
इस भूख ने
कुछ न छोड़ा....

खेतों में पेस्टीसाइड का जहर भर दिया
जमीन में क्रोमियम वाला पानी उड़ेल दिया
लैंडफिल में जहरीला कचरा जमा दिया
पाताल में दबी गैसों से हवा को जहर बना दिया।।।।।।।

ज़मीन बेच दी, पानी बेच दिया, हवा बिक रही।।।।।
केमिकल दूध, सब्जी, फल, अनाज और क्या क्या.......
फिर कहते हो नब्बे प्रतिशत,
आबादी कैंसर का ग्रास होगी।।।।

बेच दो व्यवसायियों
चिरंजीवी भारत को..!!!!!!!

😏साईं इतना दीजिए
जामे कुटुम्ब समाए,
मैं भी भूखा न रहूं
साधु न भूखा जाए🥹

लाभ के गणित वालों
तुम्हारी भूख ने कुछ न छोड़ा
न तुम्हारी औलादों को बख्शा
न मेरी पीढ़ियों को छोड़ा

©Ram Yadav #पर्यावरण #भारत #संस्कृति #आध्यात्म  नये अच्छे विचार आज का विचार अनमोल विचार बेस्ट सुविचार

usFAUJI

पर्यावरण के बेहतर कार्य। गंदगी फैलाना बहुत आसान दिमाग और हिम्मत तों अच्छे कार्यों में लगती है #पर्यावरण #प्लास्टिकहटाओ #environment #India #usfauji

read more

अदनासा-

विडियो सौजन्य एवं हार्दिक आभार💐🌹🙏😊🇮🇳🇮🇳 https://www.instagram.com/reel/DCieHk4CFX9/?igsh=cW93b2h5Y3AxbmQz #भारत #हिंदी #मानव #भौगोलिक #पर्यावरण #चेहरे #जिजीविषा #Instagram #Facebook #अदनासा वीडियो डाउनलोड Extraterrestrial life

read more

Ram Yadav

White ये सारे देवता,,, 
जंगल, नदियों, पेड़ों, जानवरों, पहाड़ों....
के पास क्यों मिले????

क्यों वो कंक्रीट के साम्राज्य में अध्यात्म नहीं खोज पाए????????




ऊर्ध्वमूलमधःशाखमश्वत्थं प्राहुरव्ययम् । 
छन्दांसि यस्य पर्णानि यस्तं वेद स वेदबित् ।। गीता : 15.1 ।।


हरि ॐ

©Ram Yadav #Krishna #अध्यात्म #भारत #पर्यावरण

Ram Yadav

White अच्छा रोज ये सफर में 
मौत के बाद जो रंग भर लेते हैं न???

अगर सूरज न होता 
तो इस कायनात को जगाता कौन?????

मोट्टो 
इसके आगे के किस्से तू सोँच 
मैं कहानियां सुनाता हूं😅

ईरान पहले आर्यान था
जो अग्नि यानि ऊर्जा की पूजा करता था

वैसे कितनी ही सभ्यताएं चली गईं न?
फिर भी भगवान????????????????????

और अब भी लड़ रहे हैं लोग...
भूमि,गगन,वायु,अग्नि,नीर
न पढ़ कर 
भगवान के लिए😒😌

छोड़ो भी, ये छोटी बातें....
कल भी सूरज जी आप आ जाना
मेरे जैसे आठ अरब लोग जीना चाहते हैं
अपने ख़्वाब
!!!!!!!!!!!!!!!
#पर्यावरण🥹#अध्यात्म 


हरि ॐ 
१८.०७.२०२४

©Ram Yadav #good_morning_quotes #अध्यात्म #पर्यावरण #भारत

Ram Yadav

White जब भी कोई सड़क मंजूर होती है....

पेड़ सिहर उठते हैं।।।।।।



दौलत शोहरत और लालची हवस से नंगे

ये इंसानों की कौम कुल्हाड़ी लिए आ रहे हैं

😭

©Ram Yadav #good_night_images #भारत #पर्यावरण #अध्यात्म

Ram Yadav

मत दिखावा करो पेडों के लिए

अपनी जगह में लगाओगे नहीं
दूसरे की जगह में बचाओगे नहीं

ये पेड़ किसी न किसी विकास के आड़े आ ही जायेंगे..
काटोगे, जड़ों में तेजाब डालोगे या जला दोगे!!

घर के पास वाला विशाल पीपल एक्सप्रेस वे ने निगल लिया.....
एक प्रिंसिपल की सनक ने मेरे के.वी में झूमते बूढ़े बरगद काट दिए।।।

शायद पचास ही सालों में ये विकास की अंधी दौड़ ................

शरीरों की जरूरत खत्म करके
मानव आत्मा आज़ाद कर देगी

सच बताओ ना, पेड़ तुम्हारे लिए कब अहमियत होंगे????

©Ram Yadav #भारत #पर्यावरण #अध्यात्म

Ram Yadav

उन लोगों के जीवन पर धिक्कार है!!!!!!!!


जिनकी आंखों में सामाजिक लाज का भाव न हो.......
जिनमें नैतिक संवेदना और परपीड़ा का एहसास न हो।।।।।

हरि ॐ 
३०.०६.२०२४

©Ram Yadav #अध्यात्म #भारत #पर्यावरण #अहिंसा

Ram Yadav

White मशीन ने आखिर इंसान को मशीन बना ही दिया

पेड़ काटने से लेकर पानी निकालने तक
भावनात्मक शून्यता

ट्रक से लेकर इंटरनेट तक
संज्ञात्मक शून्यता

क्या मौत भी मशीन हो जायेगी
औलाद से मां का जुड़ाव
या आत्मा की अवधारणा

किसने लिखी है ये गीता

आत्मा
हां महसूस होती है
कभी जब आंखे बंद कर खुद में डूब जाता हूं

शायद बहुत ही पास है
एक इतिहास का विनाश

सतयुग, द्वापर युग, त्रेता युग और ये कलियुग


🥹😒

©Ram Yadav #sad_shayari #अध्यात्म #भारत #पर्यावरण #गीता #गीता_ज्ञान

Ram Yadav

White एक गंवार भारत भी है! 

जो कॉरपोरेट सत्ता का पेट भरने, उनके लिए मशीनों से आधुनिक विकास करने और बिना जमीनी आंकड़ों वाली जीडीपी चलाने के लिए..
जंगल, जमीन, नदियों, आकाश, हवा वाले देवताओं का आह्वान करता है।
वो शहरों का पेट भरने के लिए बारिश और अच्छी फसलों की प्रार्थना करता है ताकि ये शहर उसके बच्चे को स्कूल, अस्पताल और नौकरियां दे सके। अंततः उसको भी विकसित कहा जाए।

बेचारा गंवार, अशिक्षित, बदबूदार, मैला कुचैला, असभ्य, बीमार होता, शहरों में हांफता, यूरिया और पेस्टिसाइड के कुचक्रों से जूझता, इंडिया में अपना अस्तित्व ढूंढता एक भारत।

©Ram Yadav #good_evening_images #पर्यावरण #भारत
loader
Home
Explore
Events
Notification
Profile