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Arora PR

मौन का भावार्थ #कविता

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Colours Of Politics

पत्थर का खुदा पत्थर_का_खुदा सरदानंद_राजली हिसार कविता

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Monika

पत्थर...! पकिज़ा द्वारा प्रस्तुत कविता पत्थर #कविता Ruh Ki Aawaaz पत्थर....।

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Parasram Arora

मौन शब्दों का भावार्थ.......

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मेरे  मौन शब्दों  का  अर्थ 
जानना  निरर्थक  सिद्ध  हो सकता है 
यधपि  उनका  भावार्थ  समझा जा 
सकता है.... क्योंकि 
भाव  की  कोई  भाषा    नहीं होती  
वहा तो केवल  अनुभूति का  अस्तित्व 
होता है 
वो तो  वैसा ही है  जैसे    चन्द्रमा  की  मौन 
चांदनी की  स्निग्धता  का  सुखद  अहसास 
जैसे वक्ष की   ऊँची  शाखाओं पर  हवाओं क़ि 
हलचल से   उपजि..हुई  खड़खड़ाहट 
 और  सरसराहट  पत्तों की

©Parasram Arora मौन शब्दों का  भावार्थ.......

NC

Natural Morning रास्ते का पत्थर करता फरियाद
ना मारो मुझको ठोकर
वो दिन भी  कर लो याद
बनाया तेरा आशियाना खुद को खोकर ।। #nojotohindi#पत्थर#कविता

Lalit Tiwari

शिक्षा का भावार्थ है करता ॽ

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आलोक कुमार

आजादी का सही और सटीक भावार्थ... #विचार

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हमलोग को आजादी किन-किन चीजों से मिली थी और क्या हमलोग आज भी उन सभी चीजों से आजाद हुए हैं. अरे सबसे बड़ी और कीमती आजादी तो आपसी समान विचारधारा की आजादी होती है, जो आजतक सम्भव नहीं हो पायी है. इसके पीछे सबसे बड़ा और प्रभावी कारण है "जाति आधारित आरक्षण". इससे जिस दिन देश को मुक्ति मिल जाएगी, तब ही यह समझना उचित होगा कि अब हमलोग को आज़ादी प्राप्त हो गयी है. आजादी का सही और सटीक भावार्थ...

Arun kumar

#पत्थर दिल पत्थर का बन गया

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एक पत्थर सा बन गया है ये दिल 
जिसको भी देता हूँ 
वो अपने - अपने हिसाब से 
टुकड़े करता है 
My thought (Arun kumar)
कुछ अल्फाज़ #पत्थर  दिल पत्थर का बन गया

Shashi Bhushan Mishra

#मील का पत्थर# #शायरी

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मील का पत्थर,
काँपता थर-थर,
वेदना   असीम,
हो  रहा   असर,

लगी   चिन्गारी, 
जले कितने घर,
गँवाया सबकुछ, 
हो   गए    बेघर,

सियासत ख़ामोश, 
कैसे    हो   ख़बर,
चली   थी   आँधी,
गिर   गया   शज़र,

घोर         तन्हाई, 
कोई  न  रहगुज़र,
सूखती     सरिता, 
जमीं    है   बंजर,

हर  तरफ  तांडव,
बोल अब हर-हर,
बचे  सब  'गुंजन', 
उठा  अब  खंज़र,
-शशि भूषण मिश्र 
   'गुंजन' चेन्नई

©Shashi Bhushan Mishra #मील का पत्थर#

Arora PR

पत्थर का दिल #कविता

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