Find the Latest Status about तमोगुण from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, तमोगुण.
CK JOHNY
हे भगवन! सत् रज व तामसिक कर्म क्या हैं? सतोगुण तो निस्वार्थ भाव से कर रहे सेवा रजोगुणी स्वार्थसिद्धि हेतु खा रहे मेवा। तमोगुणी कालाबाजारी मिलावट कर हो रहा जानलेवा। कुछ समझा नहीं प्रभु जरा विस्तार से समझाओ सभी की सही तस्वीर दिखाओ। वत्स! सात्विक तो बिना तस्वीर खींचे ही मदद कर रहे रजोगुणी तस्वीर खींच खींच के ढिंढोरा पीट रहे तमोगुणी लगा हुआ है दवाइयों की कालाबाजारी में आक्सीजन सिलेंडर एंबूलैंस का भाड़ा सब्जी फल का रेट दस गुना वसूल के अपनी असली तस्वीर दिखा रहे। कोई फर्क नहीं इन्हें लोग जीयें या के मर रहे। बी डी शर्मा चण्डीगढ़ सत् रज व तमोगुण
सत् रज व तमोगुण
read moremanoj kumar jha"Manu"
तमोगुण हे अर्जुन! तमोगुण के बढ़ने पर मन और इंद्रियों में अज्ञान, कर्त्तव्य कर्मों को न करने की इच्छा और शास्त्र की बातों का उल्लंघन और व्यर्थ की चेष्टा अर्थात काम सुख की इच्छा और नींद आदि तथा विवेक शक्ति का नष्ट हो जाना- ये सब उत्पन्न होते हैं। - श्रीमद्भगवद्गीता अ०१४/१३ #गीता_ज्ञान तमोगुण बढ़ने पर राक्षसी प्रवृत्ति बढ़ जाती है।
#गीता_ज्ञान तमोगुण बढ़ने पर राक्षसी प्रवृत्ति बढ़ जाती है।
read moreHariom
पूर्ण साहेब जी परमात्मा कबीरहै. ©Hariom 🔱 शिव जी अविनाशी व पूर्ण परमात्मा नहीं हैं। कबीर परमात्मा ही अविनाशी हैं जो सतलोक के मालिक हैं। 🔱आखिर शिव जी तमोगुण क्यों कहलाते हैं? देखे
🔱 शिव जी अविनाशी व पूर्ण परमात्मा नहीं हैं। कबीर परमात्मा ही अविनाशी हैं जो सतलोक के मालिक हैं। 🔱आखिर शिव जी तमोगुण क्यों कहलाते हैं? देखे #समाज
read moreShravan Goud
भूतप्रेत, तांत्रिक विद्या तमो गुणी पर ज्यादा असर करती है रजोगुणी पर बहुत कम और सतोगुणी पर बिल्कुल नहीं। अब आप ही निर्णय कीजिए कि आपको कैसे रहना है। भूतप्रेत, तांत्रिक विद्या तमो गुणी पर ज्यादा असर करती है रजोगुणी पर बहुत कम और सतोगुणी पर बिल्कुल नहीं। अब आप ही निर्णय कीजिए कि आपको कैसे र
भूतप्रेत, तांत्रिक विद्या तमो गुणी पर ज्यादा असर करती है रजोगुणी पर बहुत कम और सतोगुणी पर बिल्कुल नहीं। अब आप ही निर्णय कीजिए कि आपको कैसे र
read moreN S Yadav GoldMine
{Bolo Ji Radhey Radhey} 🎀 सत्त्वगुण से बढ़कर दूसरा कोई धर्म नहीं बताया गया है। सत्त्वगुण में स्थित पुरुष स्वर्गादि उच्च लोकों को जाते हैं, रजो गुण में स्थित पुरुष मध्य में अर्थात मनुष्य लोक में ही रहते हैं, और तमोगुण के कार्यरूप निद्रा, प्रमाद एवं आलस्य आदि में स्थित हुए तामस मनुष्य अधोगति को प्राप्त होते- नीच योनियों अथवा नरकों में पड़ते हैं। नारायण हरि।। ©N S Yadav GoldMine {Bolo Ji Radhey Radhey} 🎀 सत्त्वगुण से बढ़कर दूसरा कोई धर्म नहीं बताया गया है। सत्त्वगुण में स्थित पुरुष स्वर्गादि उच्च लोकों को जाते हैं
Pnkj Dixit
Religion ॐ सुप्रभात 💐🕉 यत्कर्म कृत्वा कुर्वंश्च करिष्यंश्च लज्जति । तज्ज्ञेयं विदुषा सर्वं तामसं गुणलक्षम् ।। जो कार्य करते हुए एवं करने के पश्चात् तथा भविष्य मे उसे करने के विचार से ही मनुष्य में लज्जा का भाव उत्पन्न हो , विद्वज्जनों द्वारा उसे तमोगुणी माना जाता है । ।। ॐ वन्दे वेद प्रकाशम् 🚩 जय वैदिक सनातन धर्म संस्कृति🚩 जय हिन्द 🇮🇳 वंदे मातरम् 🇮🇳 🌷👰💓💝 ॐ सुप्रभात 💐🕉 यत्कर्म कृत्वा कुर्वंश्च करिष्यंश्च लज्जति । तज्ज्ञेयं विदुषा सर्वं तामसं गुणलक्षम् ।। जो कार्य करते हुए एवं करने के प
ॐ सुप्रभात 💐🕉 यत्कर्म कृत्वा कुर्वंश्च करिष्यंश्च लज्जति । तज्ज्ञेयं विदुषा सर्वं तामसं गुणलक्षम् ।। जो कार्य करते हुए एवं करने के प
read moreDivyanshu Pathak
अपनी अदाओं के तिलिस्म को समेट ले यारा अपने हुश्न ओ शबाब की जादूगरी तू मुझपे न चला ! तू मुझे बर्फ़ सी ठंडी आग लगती है पिघल जाएगी मुझे शबनम ही बना रहने दे हवाएं देकर इसे शोला न बना ! :💕👨🍀🌱☕☕☕🙋🙋🍫💕💕🍧🍨🍨🍨☕☕☕☕ Good morning ji ! : बन दीया मैं अंधेरा निगल जाऊंगा यू मुझे तू चाहत की शमां न बना ! मैं मोहब्बत की रोशनी को शाथ लिए चलत
:💕👨🍀🌱☕☕☕🙋🙋🍫💕💕🍧🍨🍨🍨☕☕☕☕ Good morning ji ! : बन दीया मैं अंधेरा निगल जाऊंगा यू मुझे तू चाहत की शमां न बना ! मैं मोहब्बत की रोशनी को शाथ लिए चलत
read moreDk Patil
*॥ धर्मवीर बलिदान मास ॥* *श्लोक क्रमांक. १३* ************************** *#श्रीसंभाजीसुर्यहृदय* ⛳ गंगाजलांत नसतो मळवा विषार । सुर्थात #पौराणिककथा #धर्मवीर_बलिदान_मास
read moreAnil Ray
हाथ में लेकर प्रकाश खोज रहा हूँ मानवता को अब जाति-धर्म के विभेद में, कही खो गयी है। सत्य, प्रेम, बंधुत्व एवं परोपकार नही है समीप किस दिशा में देखूं मानवता! दूर चली गयी है। ©Anil Ray ⭐🌟 ✨मानवता है धर्म हमारा✨ 🌟⭐ निज दीपक बनकर अनिल! करो खुद की खोज अनुसंधान ऐसा हो, मानवता में रहे हमेशा मौज। वसुंधरा पर चिरस्थापित हो मानव
Madhav Jha
वैराज्ञात्प्रकृतिलयः संसारो भवति राजसाद्रागात् । ऐश्वर्यादविघातो विपर्ययात्तद्विपर्यासः ।। 45 ।। It directly means : From dispassion results absorption into Prakriti; from the passion of Rajas results transmigration; from power results unimpediment and from the reverse results the contrary. 【◆●SEE CAPTION●◆】 Those who are free from but are ignorant of the true nature of Purusha(पुरुष), become absorbed in prakriti(प्रकृति). Here Prakriti includes
Those who are free from but are ignorant of the true nature of Purusha(पुरुष), become absorbed in prakriti(प्रकृति). Here Prakriti includes #Gyaan #philosophy #Sanskrit #yourquotebaba #yourquotedidi #sanskritquotes
read more