Find the Latest Status about ज़िंदगी कभी किसी को डागा from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, ज़िंदगी कभी किसी को डागा.
Tripurari Pandey
Unsplash अपने लोग भी क्या खूब होते हैं वो नमक भी वहीं डालते हैं जहां जख्म भी खूब होते हैं । ©Tripurari Pandey हकीकत ए ज़िंदगी
हकीकत ए ज़िंदगी
read moreनवनीत ठाकुर
White जो छू न सका हवा को, कोई क़ामिल ख्वाब, वो दिल की वीरानियों में रौनक़ क्या देगा? जो दर्द में डूबा न हो कभी गहरे, वो मेरी हसरतों को राहत क्या देगा? जो खुद को न पा सका कभी सच्चाई से, वो किसी और की तलाश को प्यास क्या देगा? जो रातों को जागकर कभी सच्चाई से नहीं हुआ रूबरू, वो उजालों में ख्वाब को रोशनी क्या देगा? जो खुद में रुकावट नहीं मिटा सका, कभी, वो किसी और की मंज़िलों में दरवाज़ा क्या देगा? जो खुद को समझ नहीं सका, कभी खुल कर, वो औरों को ख्वाब क्या देगा? ©नवनीत ठाकुर #नवनीतठाकुर जो छू न सका हवा को, कोई क़ामिल ख्वाब, वो दिल की वीरानियों में रौनक़ क्या देगा? जो दर्द में डूबा न हो कभी गहरे, वो मेरी हसरतों
#नवनीतठाकुर जो छू न सका हवा को, कोई क़ामिल ख्वाब, वो दिल की वीरानियों में रौनक़ क्या देगा? जो दर्द में डूबा न हो कभी गहरे, वो मेरी हसरतों
read moreनवनीत ठाकुर
Unsplash तू बारिशों में भी नहीं रुक सका कभी, क्या ख़ामोशी को आवाज़ देगा। तू देख न पाया किसी के आँसुओं को कभी, क्या किसी मुस्कान को सुकून देगा। कितनी दफ़ा टूट कर बिखरे हैं अरमान, ख़ुद तो संभल न सका, तू किसे क्या देगा। तू साया भी तो न बन सका किसी का ' नवनीत ', क्या और दिल को आराम देगा। ©नवनीत ठाकुर #नवनीतठाकुर तू बारिशों में भी नहीं रुक सका कभी, क्या ख़ामोशी को आवाज़ देगा। तू देख न पाया किसी के आँसुओं को कभी, क्या किसी मुस्कान को सुक
#नवनीतठाकुर तू बारिशों में भी नहीं रुक सका कभी, क्या ख़ामोशी को आवाज़ देगा। तू देख न पाया किसी के आँसुओं को कभी, क्या किसी मुस्कान को सुक
read moreहिमांशु Kulshreshtha
White कभी कभी तलब में इज़ाफ़ा भी कर देती हैं महरूमियाँ एहसास प्यास का बढ़ जाता है सहरा देख कर ©हिमांशु Kulshreshtha कभी कभी...
कभी कभी...
read moreDeependra Dubey
Unsplash अगर मन से हार गया तो, जीत न कभी पाएगा। दुखों से डर गया तो, मुश्किलों से लड़ नहीं पाएगा। अगर कर लिया है, निश्चय जीत सुनिश्चित करने की तो दुनियां की कोई भी ताकत तुझे जीतने से रोक न पाएगा। ©Deependra Dubey #ज़िंदगी की लड़ाई मोटिवेशनल कोट्स
#ज़िंदगी की लड़ाई मोटिवेशनल कोट्स
read moreRAMLALIT NIRALA
White झूठ बोल कर चुनाव जीत सकते है किसी का दिल नहीं ओ मुर्ख होते है जो दुसरो के कन्धो पर बंदुख रखकर चलाते है कभी दुःख मे अकेले रहना जिंदगी क्या होती है पता चल जायेगी ©RAMLALIT NIRALA कभी भी ईशान को बिना जाने नहीं कुछ कहना चाहीये
कभी भी ईशान को बिना जाने नहीं कुछ कहना चाहीये
read moreRAMLALIT NIRALA
White दिन गुजर गये रात गुजर गये गुजरगये सब बाते। ख्याल रखना तुम अपना मां बाप नहीं समझायेगे जीवन भर बाते। मां ईस दुनिया में एक ऐसा शब्द है जो दुनिया के सारे दौलत एक तरफ मां एक तरफ फिर भी दुनिया के दौलत कम पड जायेगी फिर भी लोग एक दूसरे के चक्र में उस दौलत को भुल जा रहै हैं आज कल मै देखा हूँ कि एक मा सारा दुख दर्द सह कर बेटा और बेटी को पालती है बीना उम्मीद के बस एक उमीद के सहारे एक दिन मेरे बुढापे का सहारा बनेगा मेरा बेटा पर कहते हुये मूझे दुख ही नहीं रोना पड रहा है ओही बेटा बीबी के साथ और मा को किनारे कर देरहा है सोचो कितना दूख से ओ मा अपनी जीवन को बिताती है बाकी बाद मे लिखुगा यार आशु नहीं रूक रहा है मेरा ©RAMLALIT NIRALA मां को कभी दुखी नहीं करना चाहिए
मां को कभी दुखी नहीं करना चाहिए
read moreDivuu.writes
White कभी कभी यूंही सोचती हूं इतना भी क्या गलत किया था जो इतने यारों से धोखा खाया? इतनी भी क्या दूरी थी जो कोई अपना होकर भी पास न आया?? क्या मिला दिल साफ रख के जब आखिर में खुद को अकेला ही पाया?? कभी कभी यूँही सोचती हूं ए खुदा तूने कोई खुद सा क्यों ना बनाया?? क्यों मेरी बारी पर ही तूने हर किस्से में दर्द सुनाया? ©Divuu.writes #good_night कभी कभी
#good_night कभी कभी
read moreनवनीत ठाकुर
दूरियों में भी इश्क़ की बुनाई, कुछ रेशे खुदा से जुड़ने लगे। जो गिरने का डर रखते थे कभी, अब फलक तक उड़ने लगे।। ज़िंदगी का है फलसफा, रुकते थमते, फिर भी चलने लगे। जो थे कभी अजनबी, वो अब अपना सा लगने लगे।। जो थे कभी हमारी कमजोरी, अब वो ताकत बनके उभरने लगे।। जो सपने कभी दूर थे, आँखों में सच होते दिखने लगे।। नफ़रतों में भी प्यार की राह चली, अब हर दिल एक दूजे से जुड़ने लगे।। राहों के कांटे भी अब फूलों में बदलने लगे, ज़िंदगी की किताब में नए पन्ने खुलने लगे।। जो कभी डूबे थे गहरे अंधेरे में, अब खुद को रौशन करने लगे। ©नवनीत ठाकुर #ज़िंदगी का फलसफा
#ज़िंदगी का फलसफा
read moreDr. H(s)uman , Homoeopath
जो मिल गया सो मिट्टी है, जो न मिला वो सोना है असल बात यह है कि यहां हम कुछ पाने के लिए नहीं , बल्कि बस सब खोना है , इसी बात का बस रोना है। ©Dr. H(s)uman , Homoeopath #ज़िंदगी