Nojoto: Largest Storytelling Platform

New थुई थुई नाचे मन मोरा lyrics Quotes, Status, Photo, Video

Find the Latest Status about थुई थुई नाचे मन मोरा lyrics from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, थुई थुई नाचे मन मोरा lyrics.

    PopularLatestVideo

Random quotes Swati

# चंचल-मन-मोरा

read more
मन मोरा है बहुत चंचल  
इक जगहो टिको ना पाय,
ज्यादा पाने की चाह में , 
इधर-उधर भटकत जाय।  # चंचल-मन-मोरा

Dinesh Kashyap

#मन मोरा बावरा #Poetry

read more
mute video

KK Mishra

मोरा मन दर्पण कहलाए

read more
 मोरा मन दर्पण कहलाए

Rutuja Nikam

आला श्रावण प्रेमाचा ,,,,,प्रवाह घेऊन आंनदाने खेळू बागडू लागले ,,,,सारे जण,,,राणी -वणी मोर नाचे थुई-थुई आकाश झाले ,,,संप्तरंगी ,,,फुले,,,फळे #nojotophoto

read more
 आला श्रावण प्रेमाचा ,,,,,प्रवाह घेऊन आंनदाने खेळू बागडू लागले ,,,,सारे जण,,,राणी -वणी मोर नाचे थुई-थुई आकाश झाले ,,,संप्तरंगी ,,,फुले,,,फळे

AVINASH SINGH

#मोरा बेटवा ##

read more
जीवत है वैसे जिव जीव यह यहां के  सारे....
जीना ऐसे तू  की नाम  लेट लोग तेरो बार -  बारे .... ##मोरा बेटवा ##

KUNWA SAY

दीवाना पन मोरा # #Shayari

read more
mute video

Tarakeshwar Dubey

मोरा पीय #Rose #कविता

read more
मोरा पीय
""""""""""""

मोरा पीय मोह से बोलत नाहीं।
जाने न काहे रूठे बैठे हैं, घुंघट पट खोलत नाहीं।
सोरह श्रृंगार, सजाई सेजरिया, पर मुंह फेरत नाहीं।
नैनन मे भरी-भरी कजरवा, तनिको पर चितवत नाहीं।
हाथ में मेंहदी, पांव महावर, कौनो रंग भावत नाहीं।
माथे पे बिंदिया, अधर गुलाबी, हिय हरसावत नाहीं।
रूठे बैठे हैं कबहिं से, भेद जिय खोलत नाहीं।
तन्हाई मे बीत गयो रैना, निंदिया आवत नाहीं।
“मृत्युंजय” जरा चेत कराओ, मोहि से मानत नाहीं।

© मृत्युंजय तारकेश्वर दुबे।
कोलकाता.
📞 ९८३१०१२९६७.

©Tarakeshwar Dubey मोरा पीय

#Rose

Tarakeshwar Dubey

मोरा गांव #WatchingSunset #कविता

read more
मोरा गांव

ए बंधू चलबो अब हम गउंआ डगरिया,
मत भरमाओ हमका।

रोहिणी में बरसेला चानी अस बूंदवा,
मृगशीषवा दमके दाह।
आदरा में चमकेले नागिनी बिजूरिया,
खेतवा में लहरेला धान।
डरिया पर कुहूंके काली रे कोयलिया,
बगिया में टपकेला आम।
चल रे बटोहिया देखाईं तोंहे मोरा गांव,
जहवां बसेला मोर प्रान।
ए बंधू चलबो अब हम गउंआ डगरिया,
मत भरमाओ हमका।

जेठवा त धधकेला दिनवा दूपहरिया,
छहरेला भरल आषाढ़।
सवनवा लहरे लोग बाबा के दूअरिया,
दूधवा चढ़ावेले अगाध।
भादो में चम चम चमके रे बिजूरिया,
कान्हा जनमे आधी रात।
कुअरवा गमकेला माई के दूअरिया,
होखेला घर घर जगरात।
ए बंधू चलबो अब हम गउंआ डगरिया,
मत भरमाओ हमका।

खेतवा त पहिरेली धानी रे चुनरिया,
नहरिया उठेले हिलोर।
नीमिया के झूरु झूरु झूलेले पतइया,
सूहूताले मजूर कठोर।
महूअवा, इमीलिया, उख, अमरुधिया,
बड़हर, कटहर, टिकोढ़।
सूरुज बाबा लागे धन बा जवनियां,
चांदनी बरसावेली इंजोर।
ए बंधू चलबो अब हम गउंआ डगरिया,
मत भरमाओ हमका।

पीपरा पर पीहूकेला पीहू पीहू पपीहवा,
बगिया नाचेला मन मोर।
निरमल निरखेला शिवजी के पोखरवा,
होखे जमात सांझ भोर।
वहूरा तीज सखी सब झूलेली बगीचवा,
निरखे श्याम चित चोर।
चल ए सखी चली सब भृगुजी मंदिरवा,
मनवा भइल बा विभोर।
ए बंधू चलबो अब हम गउंआ डगरिया,
मत भरमाओ हमका।

©Tarakeshwar Dubey मोरा गांव

#WatchingSunset

sunita parjapat

#कठपुतली नाचे रे #कविता

read more
mute video

Bh@Wn@ Sh@Rm@

#कोन् लागे मोरा ❤️ #ज़िन्दगी

read more
mute video
loader
Home
Explore
Events
Notification
Profile