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Ubaida khatoon Siddiqui
जिस तरह कुछ पौधे बिना पानी या बिना ज्यादा धूप के बड़े होते हैं जिंदा रहते हैं, उसी तरह कुछ इंसान भी बिना किसी दुलार- प्यार के बड़े हो जाते हैं और जिंदा भी रहते हैं । 23/4/24 ⏰5:31 p. m. @ubaidakhatoon✍️ ©Ubaida khatoon Siddiqui #window #Ubaidakhatoon #ubaidawrites #Thoughts
Shilpa priya Dash
I have tied myself with so many limitations and restrictions that sometimes i feel numb when i see someone loving me more than expected... ©Shilpa priya Dash #woman
Adesh K Arjun
A Women Does Not Ask That Someone Should Respect Her, But The Creator Of Woman Does Not Want Anyone To Insult His Creation. ©Adesh K Arjun #Woman
Mayank Jain
I’d like people to think of me as someone who cares about them.. Jai Jinendra 🌹 ©Mayank Jain #Woman
HEMA
There's something so special about a woman who dominates in a man's world. ... “I am a woman and I get to define what that means.” ... ©HEMA #womeninternational #woman
Swati kashyap
पिंजरे में कैद सी जिंदगी.. पंख होते हुए भी कुतर दिए गए कितने ही अरमान दिल के अंदर दब गए होंगे...जिम्मेदारियों के बोझ तले उन औरतों के कंधे कितने मजबूत होंगे जो अपने अरमानों का गला घोंट मुस्कुराती नजर आती है क्या उनको परिपूर्ण होने का अधिकार नहीं किस गुनाह की सजा है ये, इस दुनिया में कौन पाक है भगवान पर भी कीचड़ उछले हैं एक जिंदगी मिली है वो भी जी नहीं और फिर मौत तो सच्चाई है अगले जनम का कोई लेखा जोखा नहीं फिर जिंदगी क्यों नहीं जीने देते लोग और वो स्त्रियां भी जिंदगी क्यों नहीं जीती क्या लोगों ने छोड़ी है अपनी जिंदगी उनके लिए किस डर से नहीं जीती वो स्त्रियां निर्णय क्यों नहीं लेती वो स्त्रियां, अपने अनमोल जीवन के लिए... अपने सपनों के लिए.... ©Swati kashyap #कुछस्त्रियां#Woman
पथिक..
लिख दिया नसीब रब ने, ख्वाहिशों को दरकार करके मां बाप ने छोड़ दिया,पल में बेगाना करके, अमानत हूँ " मैं " कहकर ब्याह दी जाती हूँ, रीत की आड़ में ," मैं " पीसी जाती हूँ , एक औरत का चौला औड कर, जिम्मा फिर नया उठाती हूँ, शादी के बाद फिर, एक नया परिवार चलाती हूँ, औरत हूँ ,"मैं"हर दर्द सही जाती हूँ ससुराल में सबका ध्यान रखी जाती हूँ,अपना दर्दो गम"मैं " सबसे छिपाती हूँ,समझ सका ना कोई मेरे व्यवहार को,औरत हूँ," मैं "आज भी देश के किसी कोने में तिरिस्कार में जी जाती हूँ. ©पथिक.. #Woman