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Shayraa
कही अनकही बातें ©Shayraa कही अनकही बातें #one_line_quotes #qoutesoftheday
कही अनकही बातें #one_line_quotes #qoutesoftheday
read moreRavendra Singh
White अब अहसास ही कुछ ऐसा होता है कि जिसका कोई अहसास नहीं होता। दिल उदासी में रोता भी है मेरा पर किसी को उसका अहसास नहीं होता। शिकायतें बहुत सी हैं खुद से और जमाने से भी मगर अपनों से कोई शिकायत है ऐसा कभी अहसास नहीं होता।। @रावेन्द्र सिंह ©Ravendra Singh #life #ahsas#shikayat #ravendrasingh#iamravendra अब अहसास ही कुछ ऐसा होता है कि जिसका कोई अहसास नहीं होता। दिल उदासी में रोता भी है मेरा पर
#Life #ahsas#Shikayat #ravendrasingh#iamravendra अब अहसास ही कुछ ऐसा होता है कि जिसका कोई अहसास नहीं होता। दिल उदासी में रोता भी है मेरा पर
read moreMintu soni
दोस्त बड़ों की छत्रछाया बोझ नहीं होता है बल्कि यह सुरक्षा कवच होता है इसे संभाल की रखिए यह हमारी संस्कृति और संस्कार है ©Mintu soni वाह क्या बात कही है आपने #nojohindi
वाह क्या बात कही है आपने #nojohindi
read moreMintu soni
भगवान के दरबार में हमेशा शांति मिलती है इसलिए भगवान की दरबार में जाइए उसे विनती कीजिए अपने दुख सुख सभी उन्हीं से शेयर कीजिए ©Mintu soni वाह क्या बात कही है आपने #nojohindi
वाह क्या बात कही है आपने #nojohindi
read moreLili Dey
काश कभी ऐसा भी होता मैं दरवाज़े की खिड़की खोलती और तू हाथों में गुलाब लिए मेरे सामने खड़ा होता... ना मैं कुछ बोलती और ना ही तू भी कुछ बोल पता बस आंखों ही आंखों में इशारा होता, ठहर जाते यह वक्त वहीं पर जब तेरा और मेरा यूं मुलाकात होता, अल्फाजों में नहीं तेरे मेरे बीच आंखों ही आंखों में बाते होता, बढ़ जाते मेरे दिल की धड़कन जब तू मेरे सामने होता, हम दोनों के बीच यह दूरियां नहीं सिर्फ नज़दीकियां होता, हां काश कभी ऐसा भी होता मैं दरवाज़े की खिड़की खोलती और तू हाथों में गुलाब लिए मेरे सामने खड़ा होता... ©Lili Dey कास ऐसा होता
कास ऐसा होता
read moreRadhe Radhe
green-leaves एक बंद लिफाफे की तरह है दिल मेरा ईश्वर कोई तो भेज इसे खोलने वाला 🤭 एंतराऊ और नखरे दिखाऊ ऐ हक हो उस पर। जय श्री राधे ©Radhe Radhe ऐसा हक हो
ऐसा हक हो
read morepriyanka pilibanga
White काश मैं लड़का होता मन की बातें मनवाता, ना किसी के ताने सुनता, मेरा भी अपना एक घर होता, काश मैं लड़का होता। शहर में कमाने जाता, इस दुनियां को मैं भी देखता, काश मैं लड़का होता। ख़ुशी अपनी एहसास कराता, अपना दुःख सबको बताता, भीतर ही भीतर ना रोना-धोना होता, काश मैं लड़का होता। ©Priyanka Poetry लड़का होता
लड़का होता
read moreRevashankar Nathani
White बिकती है ना कहीं खुशी ना कहीं गम बिकता है लोग गलत फेमी में है कि शायद कहीं महरम बिकता है इन्सान उम्मीदों से बंधा हुआ एक जिदी परिंदा है वो उम्मीदों से ही धायल है और उम्मीदों पर ही जिंदा है ©Revashankar Nathani न कहीं की खुशी बिकती है ना कही गम
न कहीं की खुशी बिकती है ना कही गम
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