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Usha Dravid Bhatt
White आसमान का चांद आसमान पर चांद खिला है, साथ लिए लाखों तारे, तेरे दीदार को तरस रहा चकोर,धरती पर बैठ तुझे नहारे। दिन बीत रहा कड़क तपन संग , तरु छाया कहीं दिखे नहीं , हों हाड़ कांपती ठंडी रातें , टेर एक घड़ी को हटे नहीं । सदियों की लंबी दास्तां, किस्मत का खेल इसे कहते , कर्मों के फल से भाग्य मिला , अब क्यों तेरे आंसू बहते । तीव्र रोशनी तेरे अरमानों की , नित्य जलाती है होली , अंधियारे की शीतलता में , भ्रम से भरती सपनों की झोली । सौरभ आशाओं का दीप जलाकर, उम्मीद मत हारो समझाता, कुवास है अभिशाप सृष्टि में, जीवन में निर्जन वन सा गहराता । है एक बगीचा एक ही माली, रंग बिरंगे फूलों से महके फुलवारी , कांटो ने भी संग में डेरा डाला , आंसुओं से भर गई मधु प्याली । प्रातः की बहकी बेला में, जैसे स्वप्न दूर खड़े हर्षाते हैं , किससे पूछूं कि भोर होते ही , नक्षत्रमणी कहां छुप जाते हैं । बढ़ चला मुसाफिर यही सोचते, मधुर वचन बड़ा छलावा है , सत्य हमेशा कड़वा होता , उसे हर कोई मुखौटा पहन छुपाता है । ©Usha Dravid Bhatt आसमान का चांद एक सच्ची और निस्वार्थ लगन , जो बिना लाभ हानि के निरन्तर बनी रहती है।
Yogi Sonu
योग का एक फ़ायदा है पति कुछ भी बोले पत्नी कुछ भी बोले फ़र्क ही नही पड़ता योग का यह सबसे मजेदार लाभ है है न मजेदार ©Yogi Sonu योग का एक फ़ायदा है पति कुछ भी बोले पत्नी कुछ भी बोले फ़र्क ही नही पड़ता योग का यह सबसे मजेदार लाभ है है न मजेदार #jokas #teatime
Manish Jakhmi
किसी किसी का किरदार कभी कभी उसे ऐसी परिस्थिति में डाल देता है जहां वह वो सारे किरदार निभाता है जो सबसे उच्च स्तर के होते है परंतु उसे वह नहीं मिल पाता जो उस स्तर (औधा)पर सुविधाएं होती है और औधा तो व्यक्ति को हमेशा सुविधाओ का लाभ उठाने के लिए ही होता है ना? ©Manish Jakhmi किसी किसी का किरदार कभी कभी उसे ऐसी परिस्थिति में डाल देता है जहां वह वो सारे किरदार निभाता है जो सबसे उच्च स्तर के होते है परंतु उसे वह नही
Dk Patil
Chandrawati Murlidhar Gaur Sharma
हम ना तो कोई रूल तोड़ते हैं और हमारा ख़ुद का क़िरदार ऐसा हैं जो सदा नियम से रहना और उनका पालन करना है। यहीं हमारा बचपना है। बचपन की दी गई ईमानदारी, और दुसरो की भलाई करना लोगों को रास नही आती है। जब जब की हैं तब तब धोका खाया है। अब लगता है कि शायद हममें भीं कुछ मिलावट होती तो शायद दुनियां में फिट हों जाते। हम अब न अकेले रहे और ना दुनियां के साथ ✍️ ©Chandrawati Murlidhar Gaur Sharma जो सीखा बचपन में वो सीखा काम न आया। हम भला करते रहें लोगों ने अपना लाभ उठाया। #bachpan
Ramji Mishra
प्रतिपालक सेवक सकल, खलनि दलमलत डाँटि। शंकर तुम सम साँकरैं, सबल साँकरैं काटि॥ सब सेवकों का पालन करने वाले और दुष्टों का दमन कrने वाले—नष्ट-भ्रष्ट कर देने वाले—हे भगवान् शंकर! आपके समान दु:खों या कष्टों की मज़बूत शृंखलाओं—ज़ंजीरों को काटने वाला भला मेरे लिए और दूसरा कौन है! ©Ramji Mishra आज सोमवार है शंकर जी बहुत लाभ मिलेगा स्तुति कीजिए... #kitaab
Supriya Yewale
न संपणारी गोष्ट म्हणजे प्रेम न संपणारी ओढ म्हणजे प्रेम त्या व्यक्तीला न विसरणं म्हणजे प्रेम त्या व्यक्तीच्या सगळ्या चुका माफ करून त्या व्यक्तीचा स्वीकार करणे म्हणजे प्रेम 💯💯💯🤞😍😊❤️ ©Supriya Yewale #loversday न विसरणारी गोष्ट म्हणजे प्रेम