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Dinesh Kashyap
हे !भोले नाथ जी आपकी भक्ति में ये सारी दुनिया रमी है! आपसे ही है सारी सृष्टि की रचना! आप से ही मेरी दुनिया बनी है! दुखी घड़ी में जब भी तुमको पुकारा! आपने ने ही शिव शंभू दिया सहारा ! हे भोलेनाथ जी आपकी भक्ति में सारी दुनिया रमी है आपसे ही सारी सृष्टि की रचना आप से ही मेरी दुनिया बनी है................ ©Dinesh Kashyap हे !भोलेनाथ जी #
- Arun Aarya
4 जुलाई 2023 सावन सारी दिक्कतों से मेरी दूरी बनाकर रखना , भोलेनाथ इस कदर ज़िंदगी बनाकर रखना ! जहाँ देखूँ मैं मुझें सिर्फ़ खुशियाँ ही नज़र आये ,, इस तरह मेरे आँखों को रोशनी बनाकर रखना..!! - अरुन आर्या ©- Arun Aarya #Shiva #हे भोलेनाथ
Mamta kumari
हे मेरे भोलेनाथ मेरी बिनती सुन लो ना। मुझे अपने कदमों में थोड़ी सी जगह दे दो ना। गम ही गम है जिंदगी में मुझ पर थोड़ी कृपा कर दो ना। ©Mamta kumari #हे मेरे भोलेनाथ ।
JAINESH KUMAR ''ज़ानिब''
सांसां के डोर मोर छुटत जावत हे, क़िस्मत घलोक दर्द देवत जावत हे, मरे के डहर चलत हे क़दम मोर, मोहब्बत घलोक मोर से छुटत जावत हे, #सांसां के #डोर मोर छुटत #जावत हे, #क़िस्मत 'घलोक #दर्द देवत जावत हे, मरे के #डहर चलत हे #क़दम मोर, #मोहब्बत घलोक मोर से छुटत जावत हे,
Shailendra Gond kavi
हे प्रभु शंभू भोले नाथ, आप रहना सदा साथ! चरणों में बैठकर करुं बात, हे प्रभु कभी छोडना न हाथ!! ©Shailendra Gond हे प्रभु #shailendra_Gond #भोलेनाथ #Sawankamahina
writer dream
Alone and You अकेले में दुख मनाना सीख लिया करो महफ़िल में लोग आंसु पूछेंगे नहीं, बड़ा जरूर देंगे। दुख बाहर निकलना हे
Kavi Kapil
ॐ नमः शिवाय हे नाथ मेरे ! है बिखरे से हाल मेरे !! मैं खुद ही खुद में घायल हूं! "हे करुणामय" थाम ले हाथ मेरे !! हे शंभू भोलेनाथ मेरे !! हे शंभू भोलेनाथ मेरे !! जग में अब कोई जग ज्योति ना दिखे ! घेरे हैं अंधकार मुझे !! विभिन्न विभिन्नताओं की पीड़ा मन में तू झंझट कर दे "पार" मेरे हे शंभू भोलेनाथ मेरे🙏 हे शंभू भोलेनाथ मेरे🙏 कवि कपिल,मेरठ ©Kavi Kapil हे शंभू भोलेनाथ मेरे 🙏🙏
Ayush kumar gautam
हे भोलेनाथ बरसात ए मोहब्बत कर दो इस शहर में सभी नफरतों की आग में जल रहे हैं चिलम ए ईमान भी फुंकवा दो सबको चादर ईमान की ओढ़कर मजलूमों को छल रहे हैं धूनी इल्म की जला दो यहां धुंआ जहालत का भरकर सीने में चल रहे हैं इल्म-ज्ञान,धूनी-सुगंधित धुंआ,जहालत- अशिक्षा शायर आयुष कुमार गौतम हे भोलेनाथ बरसात ए मोहब्बत कर दो