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New short poem on desh bhakti in hindi for class 9 Quotes, Status, Photo, Video

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Foolsingh.Baghel

#Desh bhaktishort video #ज़िन्दगी

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@MR,,SHAW

Nojoto Hindi (नोजोटो हिंदी)

Desh Bhakti Poem in Hindi by Ayush Gupta at Nojoto Open Mic Delhi | Desh Bhakti Poetry #OpenMicVideosNojoto Hindi #Hindi #Poetry Sha #nojotohindi

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Kumar sanskar

Video Desh bhakti poem #Nojotovoice #nojotovideo

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RK KAALI

Desh Bhakti desh bhakti #पौराणिककथा

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Yakshita Jain

# my poem when I was in 9 th class #कविता

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   क्या  होती  है  ख़ुशी  सब  भुलते  जा  रहे  है 
क्या  होती  है  ख़ुशी  सब  भुलते  जा  रहे  है
स्वार्थ  मे  डूबकर  सच्ची  ख़ुशी  खोते  जा  रहे  है
माया  मे  फसकर  अपनों   को  खोते  जा  रहे  है
क्या  होती  है  ख़ुशी  सब  भुलते  जा  रहे  है ....
  छोटी- छोटी  खुशियों  को कुचलते   जा रहे है
लड़ाई - झगड़े  का स्वागत करते जा रहे है
मशीन  रूपी  जीवन  जीते  जा रहे है
क्या  होती  है  ख़ुशी  सब  भुलते  जा  रहे  है ..…
मन  की  शांति  खोकर , तनाव  बढ़ाते' जा रहे  है
बड़ो  के  सानिध्य  से वंचित  होते जा रहे है
मोबाइल को ही अपना मानते जा रहे है
क्या  होती  है  ख़ुशी  सब  भुलते  जा  रहे  है .......
पहचानो  असली खुशी  को
 वक़्त  निकलने  से पहले
ये  वक़्त  तो  है  रेत  का ढेर
अभी नहीं सम्ब्ले  तो हो जाएगी देर
रहो  हमेशा  कूल -कूल
जैसे  खिलते  बगिया मे  फूल-फूल
yakshita Jain
research scholar History # my poem when I was in 9 th class

JAMNa lal Balotiya

sipahi poem Thoughts desh bhakti #कविता

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एक सिपाही
जब हुआ पैदा तो कुछ एहसास हमारे थे मिट्टी की सेवा करना ये कर्तव्य हमारे थे खेलते थे हम मिट्टी में तो इसे बचाने का कर्तव्य भी हमारा था धीरे धीरे बड़े हुए हम हमे तो अब फोज में जाना था मा बाप भाई बहन को छोड़कर देश को भी तो बचाना था हमारे परिवार के जैसे पूरा देश भी परिवार हमारा था 
में बताऊं अब एक सिपाही के बारे में की क्या फर्क इनमे ओर हमारा था देश के लिए जीते दिन भर ये ख्वाब हमारा था सुकून से सो सके सब लोग ये ही लक्ष्य हमारा था रात दिन लगे रहते सीमा पर दुश्मन से भी हमे बचाना था परवाह नहीं थी खुद की हमारा देश हमारा था मा बाप ने भी अपना बेटा देश को सौंपा था बेटे को खो देने पर दर्द भी होता था पर उनके चहरे पर एक मुस्कान निराली थी देश के लिए हुए शहीद ये ही बात हमारी थी 
एक फौजी की जिंदगी होती है बस देश के लिए 
दिख जाए कहीं आपको
तो नकार ना देना कभी
वो करते है सुरक्षा तभी तो हम सुरक्षित रह पाते है 
आज अगर ना हो वो बॉर्डर पर तो हम भी गुलाम बन जाते है
सिपाही होना आसान नहीं है परिवार से दूर रहना हर किसी के बस की बात नहीं है कड़कती ठंड में बॉर्डर पर रहना ये आसान नहीं है किसी भी फौजी को सम्मान  देना ये शर्म की बात नहीं है सब करे सम्मान उनका क्युकी इस सम्मान के हकदार वहीं है।
Written by 
rajeshwari balotiya
Class 10th

©JAMNa lal Balotiya sipahi poem

#Thoughts desh bhakti

King boy

desh bhakti #News

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Akhilesh Chaudhary Chaudhary

Desh bhakti #शायरी

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R S Verma

Desh bhakti #Motivational

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