Find the Latest Status about यकीन करो from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, यकीन करो.
ਸੀਰਿਯਸ jatt
gaTTubaba
White तुम हमको ना चाहो ये शरीर तो सजा सजाया हैं चारों और बस रूह को चाहो यकीन नहीं होगा अंदर नजारा ही हैं कुछ और बाहर होटों पे कितनी मुस्कुराहट हैं अंदर भीगा हुआ समंदर बाहर ढूंढने से भी नहीं मिलेंगे चाहिए मोती तो बह जाना रूह की और .... ©gaTTubaba #Road तुम हमको ना चाहो ये शरीर तो सजा सजाया हैं चारों और बस रूह को चाहो यकीन नहीं होगा अंदर नजारा ही हैं कुछ और
Ramji Mishra
Anjali Srivastav
Sethi Ji
White दिल में राधा दिल में श्याम हैं तभी प्यार का इतना ऊंचा नाम हैं कौन कहाँ समझ पाया सच्ची मोहब्बत को जज़्बातों से प्यार करने वालों को अलग करना दुनिया का काम हैं जब आता हैं उनका पैगाम गर्मी की फ़िज़ाओं में फिर पूरे दिन मेरे दिल को मिलता आराम ही आराम हैं रिहा हो जाते पंछी दिल के पिंजरे से अपनी मर्ज़ी से फ़िर भी ज़माने में मोहब्बत आज भी बदनाम हैं ♥️♥️♥️♥️♥️♥️♥️♥️♥️♥️♥️♥️♥️♥️♥️ 🌟🌟🌟🌟🌟🌟🌟🌟🌟🌟🌟🌟🌟🌟🌟 ©Sethi Ji 🩷💫 ख़ुदा का इंतजार 💫🩷 🩷💫 ख़ुदा का इज़हार 💫🩷 इंतज़ार ख़ुदा का करो हम बस इंसान हैं वोह हमेशा रहेंगे हम पल दो पल के मेहमान हैं ।। लिखते हैं हम अ
RAVI PRAKASH
तुम कभी – कभी यूँ किया करो - छोडो मेरी शायरी, दिल पढ लिया करो ©RAVI PRAKASH #Road कभी यूँ किया करो
MAHENDRA SINGH PRAKHAR
White गीत :- मानव सेवा करने को अब , कितने हैं तैयार । देख रहा हूँ गली मुहल्ले , होता खूब प्रचार ।। मानव सेवा करने को अब... हम आज तुम्हारे शुभचिंतक , करो न हमसे बैर । सबको हृदय बसाकर रखता , कहीं न कोई गैर ।। पाँच-साल में जब भी मौका, मिलता आता द्वार । खोल हृदय के पट दिखलाता , तुमको अपना प्यार ।। मानव सेवा करने को अब ... देखो ढ़ोंगी और लालची , उतरे हैं मैदान । उनकी मीठी बातों में अब , आना मत इंसान ।। मुझको कहकर भला बुरा वह , लेंगें तुमको जीत । पर उनकी बातें मत सुनना, होगी तेरी हार । मानव सेवा करने को अब..... सब ही ऐसा कहकर जाते , किसकी माने बात । सच कहते हो कैसे मानूँ , नहीं करोगे घात ।। अब जागरूक है ये जनता ,ये तेरा व्यापार । अपनों को तो भूल गये हो , हमे दिखाओ प्यार ।। मानव सेवा करने को अब .... सच्ची-सच्ची बात बताओ , इस दौलत का राज । मुश्किल हमको रोटी होती , सफल तुम्हारे काज ।। सम्पत्तिन तुम्हारे पिता की, और नहीं व्यापार । हमकों मीठी बात बताकर , लूटो देश हमार । मानव सेवा करने को अब..... मानव सेवा करने को अब , कितने हैं तैयार । देख रहा हूँ गली मुहल्ले , होता खूब प्रचार ।। २०/०४/२०२४ - महेन्द्र सिंह प्रखर ©MAHENDRA SINGH PRAKHAR मानव सेवा करने को अब , कितने हैं तैयार । देख रहा हूँ गली मुहल्ले , होता खूब प्रचार ।। मानव सेवा करने को अब... हम आज तुम्हारे शुभचिंतक ,