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Satish Kumar Meena
जिनके घर शीशे के होते हैं जिनके घर शीशे के होते हैं उनके दिल भी शीशे के ही होते हैं जो छोटे से कंकर की आवाज से ही चटक जाया करते हैं। ©Satish Kumar Meena जिनके घर शीशे के
जिनके घर शीशे के
read moreनवनीत ठाकुर
आए तो यूँ जैसे रहम का मक्सद हो, भूले तो यूँ जैसे कभी हम नहीं थे। तेरी मौजूदगी में दिल को था सुकून, ग़म हुआ तो यूँ जैसे तुम ही नहीं थे। ©नवनीत ठाकुर #नवनीतठाकुर आए तो यूँ जैसे रहम का मक्सद हो, भूले तो यूँ जैसे कभी हम नहीं थे। तेरी मौजूदगी में दिल को था सुकून, ग़म हुआ तो यूँ जैसे तुम ही
#नवनीतठाकुर आए तो यूँ जैसे रहम का मक्सद हो, भूले तो यूँ जैसे कभी हम नहीं थे। तेरी मौजूदगी में दिल को था सुकून, ग़म हुआ तो यूँ जैसे तुम ही
read moreनवनीत ठाकुर
तुझमें डूबे ख्वाबों का ये सिलसिला, मेरे हर ख़याल को तेरा रंग मिला। तुझसे बढ़कर न कोई ख्वाब मिला, मेरे सवालों को जैसे नया हिसाब मिला।। तेरी आँखों के जादू ने कैसा असर किया, खुदा ने जैसे मेरी दुआओं को कबूल किया। तेरी बाहों में आकर ये जाना मैंने, जिंदगी को जीने का असल मक़सद मिला।। ©नवनीत ठाकुर तुझमें डूबे ख्वाबों का ये सिलसिला, मेरे हर ख़याल को तेरा रंग मिला। खुदा ने जैसे मेरी दुआओं को कबूल किया।
तुझमें डूबे ख्वाबों का ये सिलसिला, मेरे हर ख़याल को तेरा रंग मिला। खुदा ने जैसे मेरी दुआओं को कबूल किया।
read moreM.K Meet
मिटा सको तो मिटा दो मेरी हस्ती निकाल फेंको मुझे अपने घर से बाहर मगर कैसे जी सकोगे अपने दिल के बिना यार उसी घर में तो ,मै अपना घर बनाया हूं!!! . ©M.K Meet #घर
Roopsingh Doi
White बातो में सच्चाईयां ऐसे खो जाती है। जैसे रातों में रोशनियाँ।................ हरे कृष्ण हरे हरे ©Roopsingh Doi जैसे रातों में रोशनियाँ
जैसे रातों में रोशनियाँ
read moredr.rohit sarswati
White ( घर लौट चलूँ ) मन करता है छोड़ शहर की चका चौंद को घर अपने में लौट चलूँ ! मन करता है तोड़ नौकरी की जंजीरें इस शहर को तनहा छोड़ चलूँ । छोड़ चलूँ इस चँचल मन को इस शहर की भीड़ में रोता बिल्कता ! पीछे मुड़के ना देखूँ में चला जाउँ बस आगे बढ़ता । झुटी दिखावटी इस दुनिया से अब में नाता तोड़ चलूँ ! घर अपने मे लौट चलूँ घर अपने में लौट चलूँ । ©dr.rohit sarswati #घर लौट चलूँ
#घर लौट चलूँ
read moreTara Chandra
मात्र ईंट पत्थर आदि पदार्थ ही घर की बुनियाद नहीं होते, ... ... माता–पिता, दादा–दादी आदि के अनगिनत सपने, मेहनत तथा प्यार भी बुनियाद का हिस्सा होते हैं।। ©Tara Chandra #Home #घर