Nojoto: Largest Storytelling Platform

New कविता बचपन पर Quotes, Status, Photo, Video

Find the Latest Status about कविता बचपन पर from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, कविता बचपन पर.

Suthar Surya 18

White बचपन में पैसे नहीं थे, पर वो दिन बहुत अच्छे थे यार 🥺

©Suthar Surya 18 #Thinking #बचपन#viral

काव्यांकुर तो_मयुर सं. लवटे

#Sad_Status मराठी कविता संग्रह मराठी कविता प्रेम मराठी कविता मराठी कविता प्रेमाच्या

read more
White *एक वॅलेनटाईन असा...*

तिचा तो गुलाब नको मला
तिचा होकार सुद्धा नको मला,
एकटाच सुखी आहे आयुष्यात.
तिच्या खोट्या प्रेमाची भीक नको मला...

तिचा चॉकलेट - रुपी मोह नको मला
तिच्या स्वार्थी प्रशंसा सुद्धा नको मला,
स्वतःच विकत घेऊ शकतो सगळंच.
तिचे बिनकामाचे ते बाहुले नको मला...

तिचे आणा - भाका देणे नको मला
तिचे साथ देणे सुद्धा नको मला,
मी मलाच साथ देईन सदैव.
तिच्या ओठांचा स्पर्श नको मला...

तिच्या सोबतीची मिठी नको मला
तिच्या संगतीचा सहवास सुद्धा नको मला,
स्वतःच स्वतःच्या कुशीत झोप घेईन.
तिची प्रेम स्वप्ने नको मला...

तिची आठवण परत नको मला
तिची मनात साठवण सुद्धा नको मला,
एकटाच माझं आयुष्य पणाला नेईन.
तिचा अर्ध्यावरचा साथ नको मला...

काव्यांकुर तो _मयुर सं. लवटे
आर्वी वर्धा, महाराष्ट्र
मो. नं.:- 7028426669

©मयुर लवटे #Sad_Status  मराठी कविता संग्रह मराठी कविता प्रेम मराठी कविता मराठी कविता प्रेमाच्या

Prakash writer05

मोटिवेशनल कविता इन हिंदी प्रेरणादायक मोटिवेशनल कोट्स मोटिवेशनल कोट्स समस्याओं पर

read more
White मेरी बहन सब की बहन है 
मगर
सामने वाले की बहन क्या माल है यार
यार तेरी यह सोच भी क्या कमाल है यार?
पीछे वाली गली में रहने वाली लड़की के देखो घुंघराले बाल हैं यार
लेकिन शायद  तू यह नहीं जानता
कि उसके लिए भी तेरी बहन के मस्त गुलाबी गाल हैं यार
चल यार चल रहे नुक्कड़ वाली दुकान पर
वहां ठेले पर तो एक से बढ़कर एक आइटम आते हैं
मगर हम भूल जाते हैं कि
हमारी बहन भी उसी ठेले वाले के यहां
किसी के लिए मस्त आइटम बन जाती है
यही हकीकत है आज की
यही सच्चाई है समाज की
तेरी बहन को किसी ने माल कहा तो
हो जाएगा बवाल यार
लेकिन
 नुक्कड़ वाली माल है
 यह तो मचाया तुमने ही धमाल है यार
तेरी यह सोच क्या है??
यह सोच ही तो कमाल है यार
तेरी बहन को जब यह पता लगेगा
तब तुमने सोचा है कि तू उसकी नजरों में क्या रह जाएगा
झूठ फरेबी कितनी चालें चलता है
ना जाने किस किस की बहनों को तू छलता है
मगर अफसोस है
कि अगर ऐसा ही चलता रहा तो 
एक दिन तेरी खुद की बहन भी छली जाएगी
उसके दर्द की दास्तान भी तेरे खुद के सिर पर ही मढ़ी जाएगी
खुद की बहन को बचाना है तो सोच में परिवर्तन लाना है
अगर सामने वाले की बहन तेरी बहन होगी
तभी 
गली नुक्कड़ में तेरी बहन किसी की बहन होगी
खुद को बदलो सोच को बदलो
नजर को बदलो नजरिए को बदलो
नजारा तो खुद ही बदल जाएगा 
फिर कोई किसी की बहन को माल नहीं कह पाएगा
किसी की बहन तेरे लिए क्या माल है यार?
 वाह तेरी यह सोच भी क्या कमाल है यार!

©Prakash writer05  मोटिवेशनल कविता इन हिंदी  प्रेरणादायक मोटिवेशनल कोट्स मोटिवेशनल कोट्स समस्याओं पर

# दहलीज़ पर कविता"

read more
White  दहलीज़ पर कविता"

बहुत पछताए ,घर की 
लांघ के "दहलीज़"हम लड़कपन में,

बड़ा भरोसा था जिनके वादे पे,
मौसम की तरह रंग बदल गए कुछ दिन में।

अनुजकुमार हेयय क्षत्रिय

© # दहलीज़ पर कविता"

Br.Raj Gaurav

#Thinking बचपन

read more
White बचपन 

एक बचपन था बहुत शानदार बचपन कुछ बाध्यताओं के साथ वाला रंगीन बचपन!
अनेक रंग थे जो जिंदगी रौशन किये रहते थे!
उस बचपन का एक मौसम था ठंड का मौसम! तब इतनी सुख सुविधाएं नहीं थी! न बिजली न फोन न इतनी महत्वाकांक्षाएं हम और हमारा बचपन बहुत खुश था!
 किसी अलाव के चारों तरफ बैठ के किसी बुजुर्ग की  शीत बसंत और राजा रानी की कहानी सुन के!
कभी कभी तो कहानियां इतनी गंभीर होती थी कि हम रो देते थे!
और अब हक़ीक़त पर भी रोने का समय नही है!
ख़ैर .......
ज़िंदगी की इस रफ़्तार में अब ना वो ठंड है ना वो अलाव है और न ही वो बुज़ुर्ग!
अब सिवाय अफ़सोस के इस जवानी में कुछ बचा नहीं है!
बचपन की सुबह रोज़ तैयार होकर जल्दी स्कूल पहुंचने  के लिए जिन रास्तों पर दौड़ लगाते थे! 
आज वो रास्ते तरस गए होंगे हमारे पैरों की थपक सुनने को जैसे अब हम तरस रहे हैं उन रास्तों पर पैदल चलने को!
वो आम की डाली जिस पर ओला पाती खेल के हमने उसे जमीन से सटा दिया था!
बरसों से वो झुकी हुई डाली एकटक गांव की तरफ़ देख रही है!
उसकी आस को पता ही नही है कि आज का बचपन मोबाइल की स्क्रीन में डूब के असमय मर चुका है! 
और कल जो बचपन उसका साथी था वो कंधे पर बस्ता लटका के स्कूल की तरफ ऐसा दौड़ा कि फ़िर कभी वापस ही नही आया!
वो बचपन अब जवान हो चुका है! उस बचपन के पास अब हफ़्ते के दिन  और महीनों के मौसम को समझने का समय नही है!
जो बचपन सौमनस्य से भरा था उस बचपन की जवानी अब वैमनस्य की शिकार है!
ये सब आधी रात को लिखते हुए!
सुदर्शन फ़ाक़ीर की एक ग़ज़ल 
याद आ रही है!
ना मोहब्बत न दोस्ती के लिए 
वक्त रुकता नहीं किसी के लिए
वक्त के साथ साथ चलता रहे 
यही बेहतर है आदमी के लिए 
वक्त रुकता नही किसी के लिए

अलविदा बचपन!

©Br.Raj Gaurav #Thinking बचपन

Diya

🥰🥰🥰🥰🥰🥰🥰🥰🥰🥰

©Diya #मासूम #नजर #बचपन#बचपन #diyakikalamse

usFAUJI

बचपन और मैं,🥰

read more
बचपन और मैं 🥰🥰

©usFAUJI बचपन और मैं,🥰

Narendra Vyawhare

महिला दिन मराठी कविता मराठी कविता प्रेम मराठी कविता प्रेरणादायी कविता मराठी

read more
लहानपणी शाळेत जायचो तेव्हा विद्धेची देवता म्हणून  'देवी सरस्वती' ची ओळख झाली,
पण जेव्हा पुस्तकं वाचली तेव्हा कळालं की हिच पुस्तक वाचता यावी म्हणून स्त्री समाजाला स्वतंत्र जगता यावं आणि गोरगरिबांची लेकर सुशिक्षित व्हावी यासाठी सावित्री ज्योतीनी पुढाकार घेऊन आम्हला स्वतःच्या पायावर उभ केल.ना की कुण्या देवी -देवतांनी.

©Narendra Vyawhare  महिला दिन मराठी कविता मराठी कविता प्रेम मराठी कविता प्रेरणादायी कविता मराठी

Anisha Kiratkarve

#Couple छोटी कविता मराठी मराठी कविता प्रेम मराठी कविता मराठी कविता मैत्री

read more
White आज पुन्हा एकदा वाटते कुठेतरी चुकतेय,
चांदण्या शोधता शोधता चंद्रा पासून मुकतेय......

आज पुन्हा एकदा वाटते ,तिथेच जावे नव्याने जिथे सोडून आले स्वतः ला,मन काही ऐकत नाही किती समजवाव मनाला....

आज पुन्हा एकदा वाटते कोणासाठी तरी मी खास आहे...
मन माझ ऐकत नाही ही फक्त खोटी आस आहे...

आज पुन्हा एकदा वाटते,विसरून जावे स्वतः ला,
ठेच लागली जिथं ,देव मानावं त्या दगडाला....

©Anisha Kiratkarve #Couple  छोटी कविता मराठी मराठी कविता प्रेम मराठी कविता मराठी कविता मैत्री

Anisha Kiratkarve

#SunSet मराठी कविता संग्रह मराठी कविता कविता मराठी मैत्री मराठी कविता प्रेमाच्या मराठी कविता संग्रह

read more
a-person-standing-on-a-beach-at-sunset आज असा कसा खेळ रंगला माझा माझ्याच मनावर्ती,
उगाच भांडते उगाच रुसते, नेमक बोलू कोणावरती...

खूप काही आहे बोलण्यासारखे ,पण बोलावेसे वाटत नाही,
कठीण होत आहे जगणे,जगता मला येतच नाही.....

आज पुन्हा वाटते तीच भीती पुन्हा आवडतोय एकांत
प्रेम कसे हे वाढत जाते काय कळेना दोघांत....

©Anisha Kiratkarve #SunSet  मराठी कविता संग्रह मराठी कविता कविता मराठी मैत्री मराठी कविता प्रेमाच्या मराठी कविता संग्रह
loader
Home
Explore
Events
Notification
Profile