Find the Latest Status about झुळझुळ वाहे पुण्य from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, झुळझुळ वाहे पुण्य.
Arshad Siddiqui
White कुछ नेकिया इस तरह से भी कमाएं खून का रिश्ता एक ऐसा भी बनाएं पुण्य कर्मों में एक कर्म रक्तदान भी है अपने लहू से दूसरों का जीवन बचाएं arshad siddiqui ©Arshad Siddiqui #Blood कुछ नेकिया इस तरह से भी कमाएं खून का रिश्ता एक ऐसा भी बनाएं पुण्य कर्मों में एक कर्म रक्तदान भी है अपने लहू से दूसरों का जीवन बचाएं
N S Yadav GoldMine
White {Bolo Ji Radhey Radhey} निष्काम कर्मकर्ता, समबुद्धि वाला व्यक्ति यही पर पूण्य, पाप, दोनों को त्याग कर देता हैं, तो उसको पाप-पुण्य, दोनों स्पर्स नही करते, निष्कलंक जीवनशैली की और अग्रसर होता जाता हैं। ©N S Yadav GoldMine #sad_shayari {Bolo Ji Radhey Radhey} निष्काम कर्मकर्ता, समबुद्धि वाला व्यक्ति यही पर पूण्य, पाप, दोनों को त्याग कर देता हैं, तो उसको पाप-
#sad_shayari {Bolo Ji Radhey Radhey} निष्काम कर्मकर्ता, समबुद्धि वाला व्यक्ति यही पर पूण्य, पाप, दोनों को त्याग कर देता हैं, तो उसको पाप- #विचार
read moreBharat Bhushan pathak
पाप-पुण्य युद्ध में विजय प्रतीक पुण्य का। सत्य से असत्य का प्रतीक जीत सत्य का।। राम नाम जाप का पर्व अम्ब मात का। भद्र के ये छाप का अभद्र नाश ताप का। ©Bharat Bhushan pathak पाप-पुण्य युद्ध में विजय प्रतीक पुण्य का। सत्य से असत्य का प्रतीक जीत सत्य का।। राम नाम जाप का पर्व अम्ब मात का। भद्र के ये छाप का अभद्र नाश
पाप-पुण्य युद्ध में विजय प्रतीक पुण्य का। सत्य से असत्य का प्रतीक जीत सत्य का।। राम नाम जाप का पर्व अम्ब मात का। भद्र के ये छाप का अभद्र नाश #भक्ति
read moreN S Yadav GoldMine
{Bolo Ji Radhey Radhey} जिस घर में, जिस देश में, जिस जगह सदैव दान-पुण्य, वेद-शास्त्र, का पठन-पाठन, यजन-याजन, व्रत, जप-तप, सयम, आराधना, चिंतन-ध्यान, आदि का पालन होता रहता है, वही धर्म है, वो ही पुण्य आत्मा है। भगवान श्री कृष्ण।। ©N S Yadav GoldMine #navratri {Bolo Ji Radhey Radhey} जिस घर में, जिस देश में, जिस जगह सदैव दान-पुण्य, वेद-शास्त्र, का पठन-पाठन, यजन-याजन, व्रत, जप-तप, सयम
Bharat Bhushan pathak
मन साफ सदा रखें, कभी किसी को न ठगें, वैर भाव पाले नहीं, प्रेम अपनाइए। बिखरे असंख्य रंग, दया बिन बदरंग, विश्वास सभी पे करें, अब समझाइए। दुनिया का लगा मेला, खूब भागे यहाँ रैला, भलाई जो कर रहे, उसे ना सताइए। पाप-पुण्य,मोह-माया, काम-क्रोध यहाँ आया, ईर्ष्या का घना कुहरा, खुद को बचाइए। ©Bharat Bhushan pathak #सँभल मन साफ सदा रखें, कभी किसी को न ठगें, वैर भाव पाले नहीं, प्रेम अपनाइए। बिखरे असंख्य रंग, दया बिन बदरंग,