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अर्पिता

पीरियड्स
शायद !
सब्र सीखने आता हैं ।

©अर्पिता #पीरियड

Pratiksha

पहली रात
 पीरियड की पहली रात 
होती है बहोत दर्दनाक
ना कोई होश ना ही राह 
ना खाने का स्वाद ना कुछ करने की आस 
दर्द इतना जैसे जल बिन तड़पे मछली
एक ही बार में सौ दर्द से कराहना 
फिर आता है मां का दर्द सहने का ताना 
ये कोई मामूली पेट दर्द नहीं होता
जब प्रकृति ने बनाया ऐसा नियम 
क्यों दिया हर महीने दर्द का रोग
इस दर्द के होने से पहले कांप जाती हूं मैं
आता है मेरे दिलो दिमाग में हर बार यही ख्याल
पीरियड की पहली रात आखिर क्यों होती है इतनी दर्दनाक

©Pratiksha #पहली_रात 
#पीरियड

Swastika Shree

फ्री पीरियड ☺️

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एब्सेंट थे आज अध्यापक जी,
सब बन गए थे मनमौजी,
कक्षा में मचा हुआ था हरदंग,
हीरो छात्रों की टोली,
जमीन की खिड़की दरवाजों के पास,
आते जाते छात्रों पर,
कर रहे थे कमेंट पास,
किसी के हाथ में थी किताब,
कोई कर रहा था अध्यापक का इंतजार,
अनेक छात्र उलझे थे बातों में,
कहीं चल रहा था प्रीतिभोज,
कोई दिखा रहा था ऋतिक सा पोज,
अचानक अध्यापक कक्षा में पधारे,
उड़ा दिए प्राण पखेरू हमारे,
अपने नरम नरम हाथों से,
दिल ने दिखा दिया हमको तारे,
अचानक आंख खुल गई,
बात समझ आ गई,
या तो सपना था!! फ्री पीरियड ☺️

Health care

#Seawater पीरियड और होर्मोन #Love

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poetryof Aashiqui

शशशशश!पीरियड आया है

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Arpit Mishra

गुप्त #कविता

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श्रीकृष्ण के सुन वचन अर्जुन क्रोध से जलने लगे!

सब शोक अपना भूलकर करतल युगल मलने लगे!

संसार देखे अब हमारे शत्रु रन में मृत पड़े!

करते हुए यह घोषणा हो गए उठकर खड़े!!







।

©Arpit Mishra गुप्त

Comedy Fan Page

नोटिस पीरियड में एंपलॉय #Comedy

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Ranjit Singh

मैथिलीशरण गुप्त #कविता

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Arpit Mishra

मैथलीशरण गुप्त #Poetry

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उस काल मारे क्रोध के तन काँपने उसका लगा,
मानों हवा के वेग से सोता हुआ सागर जगा ।
मुख-बाल-रवि-सम लाल होकर ज्वाल सा बोधित हुआ,
प्रलयार्थ उनके मिस वहाँ क्या काल ही क्रोधित हुआ ?

अथवा अधिक कहना वृथा है, पार्थ का प्रण है यही,
साक्षी रहे सुन ये बचन रवि, शशि, अनल, अंबर, मही ।
सूर्यास्त से पहले न जो मैं कल जयद्रथ-वधकरूँ,
तो शपथ करता हूँ स्वयं मैं ही अनल में जल मरूँ ।
 - मैथलीशरण गुप्त

©Arpit Mishra मैथलीशरण गुप्त
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