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Sujeet Banshiwal
Dibyasakti Prasad Mohanty
केवल बहन ही होती है, जो पिता की तरह डॉट सकती है, माँ की तरह देखभाल कर सकती है, भाई की तरह मना सकती है, और दोस्त की तरह मुश्किल वक्त में साथ दे सकती है। ©Dibyasakti Prasad Mohanty #rakshabandhan केबल बहन ही... #sister #HappyRakshaBandhan
Rameshkumar Mehra Mehra
जरा सी फैली स्याही........ ढेरो बिखरे है गम...! शायरी केबल अल्फाज नही है...!! इसीमे छिपे है हम..... ©Rameshkumar Mehra Mehra # जरा सी फैली स्याही, ढेरो बिखरे है गम शायरी केबल अल्फाज नही है इसीमे छिपे है हम...💓
KHINYA RAM GORA
तुम ऐसे इग्नोर करते हो हमको... जैसे केबल के चैनल में दूरदर्शन हूं मैं ©khinyaram gora तुम ऐसे इग्नोर करते हो हमको... जैसे केबल के चैनल में दूरदर्शन हूं मैं18.1.21
vishwa parkash
मेरे परिवार की ओर से नवरात्रि की आप सभी को शुभकामनाएँ( बिल्लू केबल विजन)
digoo
बुडापे की पेहेली निशानी क्या है? बालों का सफेद होना :: नही ; तो याददास्त कम होना :: नही भाई बहनो नही ; तो फिर क्या जब बीवी शक बन्द कर दे 🤣🤣🤣🤣🤣🤣 ©digoo मर्द का बुडापा कब आता है ये केबल औरत की सोच के ऊपर है #flowers
Ashish 9917374450
दीपौ के उत्सव की करो तैयारी रिद्धि सिद्धी कार्तकेय ओर गणपति संग पघार रही है माँ जग कल्याणी....शिवहरे केबल नेटवर्क आशीष पवन
꧁प्यारा शायर ~SKR꧂
केबल ईशान की बूढ़ी अबासक नहीं है।उसकी कर्म और मनसा है उसके विचार हो समाधान नहीं होता । कभी कभी ईशान एइर्शा की वजह से अपने मनसा को गलत नीति ओ पार आधारित कर लेते है। मेरे विचार से, मैंने जो कहा उचित ही है। केबल ईशान की बूढ़ी अबासक नहीं है।उसकी कर्म और मनसा है उसके विचार हो समाधान नहीं होता । कभी कभी ईशान
Krishna S
Dr. Rahul Karmakar
क्या साहित्य के नाम पर अश्लीलता परोसा जा सकता है? इसी के सन्दर्भ में ये बोलै गया कि "अश्लीलता केबल सामाजिक लोगों के लिए होता है, साहित्यिक के नज़र में कुछ भी अश्लील नही,अतः जो सामाजिक हैं वो साहित्यिक नही हो सकते। आखिर अश्लीलता का परिभाषा क्या है?" इस मत से मैं सहमत नहीं हूँ। आपका क्या कहना है ? #NojotoQuote क्या साहित्य के नाम पर अश्लीलता परोसा जा सकता है? इसी के सन्दर्भ में ये बोलै गया कि "अश्लीलता केबल सामाजिक लोगों के लिए होता है, साहित्यि