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seema patidar
कुछ पता ही नही चला....... अकेले रहते रहते कब अकेलेपन से दोस्ती हो गई पता ही नही चला........ दर्द सहते सहते कब दर्द की आदत सी लग गई पता ही नहीं चला.......... भावो में बहते बहते कब भावशून्य हो गई पता ही नहीं चला ........ मुस्कुराने का दिखावा करते करते कब गम छुपाने लगी पता ही नही चला .......... बहुत ज्यादा बोलते बोलते कब चुप रहना सिख गई पता ही नहीं चला ....... मैं कब एक खुली किताब से बंद डायरी बन गई पता ही नहीं चला ..........✍️ ©seema patidar #SAD पता ही नहीं चला .....✍️
#SAD पता ही नहीं चला .....✍️
read moreShreyansh Gaurav
White तुम्हारी यादें मेरी जां लें के जायेंगी थक गया हूँ, मुझे सुलाने यें आयेंगी.! नहीं इनसे नहीं होता है कुछ भी यहाँ बस मुझमें हलचल करके जायेंगी.!! ©Shreyansh Gaurav #यादें #दो शब्द
BANDHETIYA OFFICIAL
White जीवन -मरण ,माया-मोह ,सब अपरोक्ष, मोह का क्षय हो पाये, दो दिये मोक्ष। मृत्यु -मात्र से काम न चलना, वो तो जीवन में इक पलना, पलते झूलते रहे झल ना। देह छोड़ बस सुख क्या पाऊं, जीते जी तुमको समझाऊं, मरके जो तुम तक मैं आऊं। ©BANDHETIYA OFFICIAL #GoodNight #मोक्ष दो।
#GoodNight #मोक्ष दो।
read moreAnuj Ray
White दो मुसाफ़िर " घर से चले थे साथ साथ दो मुसाफ़िर, राहों में मगर रास्ते दोनों के अलग हो गए, खाई थी साथ निभाने की कसम ज़िन्दगी भर के लिए, राहों में अचानक से जुदा हो गए। ©Anuj Ray # दो मुसाफ़िर
# दो मुसाफ़िर
read moreBANDHETIYA OFFICIAL
green-leaves देखते देखते जनवरी दो हो गई, एक थी क्या बुरी थी? ©BANDHETIYA OFFICIAL #GreenLeaves दो जनवरी
#GreenLeaves दो जनवरी
read moreसूरज
साल की आखिरी बारिश के साथ ये साल भी चला गया ©सूरज #बारिश के साथ साल भी चला गया।
#बारिश के साथ साल भी चला गया।
read more{**श्री राधा **}
Unsplash ये जिन्दगी भी कितनी छोटी होती हैं ना जैसे मुट्ठी में रेत....... 🥹🥹 ©{** राधा **} खूबसूरत दो लाइन शायरी
खूबसूरत दो लाइन शायरी
read moresweety
Unsplash छुपा कर इश्क़ की ख़ुशबू को रखा नहीं जाता.. नज़र उसको भी पढ़ लेती है जो लिखा नहीं जाता.. !! ©sweety खूबसूरत दो लाइन शायरी
खूबसूरत दो लाइन शायरी
read moreParasram Arora
Unsplash बहूत रात जागने के बावजूद. एक गहरी नींद मुझे मिली नहीं कितना बड़ा ये जहांन है फिर भी रहने के लिए दो गज़ ज़मीन मुझे मिली नहीं खुलकर रोने क़ी ख़्वाहिश थीं मेरी. पर रोने के लिए घर मेi खाली कोना मुझे मिला नहीं ©Parasram Arora दो गज़ जमीन
दो गज़ जमीन
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