Nojoto: Largest Storytelling Platform

New लिखना सिखाएं Quotes, Status, Photo, Video

Find the Latest Status about लिखना सिखाएं from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, लिखना सिखाएं.

    PopularLatestVideo

SumitGaurav2005

Uma Vaishnav ji आपको जन्मदिन की ढेरों शुभकामनाएं, आप यूं ही आगे बढ़ते जाएं और हमें लिखना सिखाएं! #TogetherUs #happybirthday #Birthdaysong # #Society #NojotoFamily #nojotoapp #nojoto❤ #birthdaypost #nojoto2020 #nojoto2021

read more
mute video

manoj kumar jha"Manu"

राजनीति सिखाएं

read more
चक्षुषा मनसा वाचा कर्मणा चतुर्विधम्।
प्रसादयती यो लोकं तं लोगों लोकोअनुप्रसीदति।।

जो राजा नेत्र, मन, वाणी और कर्म -
इन चारों से प्रजा को प्रसन्न करता है, उसी से प्रजा प्रसन्न रहती है।
विदुर नीति २.२५ 
(महाभारत) राजनीति सिखाएं

Stranger Traveler!

सितारों की तरह चमकना सिखाएं

read more
सितारों की तरह चमकना सिखा है 
जान ना मैंने आज खुद को सिखा है 
खुद को बनाया है ताकतवर इतना 
कि बादलो को मैंने चीरना सीखा है
एक दिन वह था 
ना काम था मैं सब कुछ करने में
 पल पल में मैंने खुद को मारना सिखाएं
आज भी वैसा ही हूं बस खुद के 
अंदर कुछ बदलना सिखाया 
                                                   by Ram ji सितारों की तरह चमकना सिखाएं

सुनील मिश्रा

मोहब्बत से पहले मोहब्बत सिखाएं #जानकारी

read more
mute video

ऋषिराज शास्त्री

अपने बच्चों को गायत्री मंत्र सिखाएं

read more
mute video

रजनीश "स्वच्छंद"

महज़ लिखना है लिखना नही।।।

read more
महज़ लिखना है लिखना नही।

जो भाव नही है शब्दों में, बोलो उनको लिख डालूं कैसे।
लिखने को तो लिख भी डालूं, निजमन का दर्द संभालूं कैसे।

लेखनशैली है शब्दों का साज नही, ये तो भावों की माला है।
औरों के दर्द में जो जीता है, सच मे वही तो लिखनेवाला है।

जो जिया नही, जो सहा नही, फिर, किस मुख उसका बखान हो।
हो दर्द छुपा औरों का लेकिन, खुद का भी एक बयान हो।

है स्वार्थ प्रधान, मैं से मैं की लड़ाई, औरों के दुख में साथ कभी जो दिया नही।
सागर मंथन तो सबने देखा, वो कवि नही, बन शंकर विष जो पिया नही।

©रजनीश "स्वछंद"
 #NojotoQuote महज़ लिखना है लिखना नही।।।

Anuraag Bhardwaj

लिखते लिखते रुक जाते है हाथ मेरे।
किस के लिए लिखे जा रहा हूं।
क्यों लिखे जा रहा हूं।
कौन है जो पढ़ता है मुझे। 
कौन है जो समझता है मुझे।
क्यों अपने जज्बात उघेडे जा रहा हूं।
नहीं वक्त पास किसी के।
जो नजर घुमा दे एक पल के लिए।
जान ले हाल दिल का।
क्यों सुलगते दिल को।
 और सुलगाए जा रहा हूं।
ये शहर है पत्थरो का।
क्यों मै अलख जगाए जा रहा हूं।
इश्क़ की बोली लगने लगी है।
क्यों मै ना बिकने की ज़िद्द किए जा रहा हूं
वादों को लगने लगी है झड़ी।
क्यों मै उम्मीद किए जा रहा हूं।
वफ़ा पड़ी है कूड़े में कहीं।
क्यों मै उसे ढूंढे जा रहा हूं
बेवजह ही कोशिश के जा रहा हूं।
क्यों कलम को घिसे जा रहा हूं।
#अनुराज #लिखना

Prabhat Raj

मेरे आगाज़ से मेरी जिंदगी कलमों की ग़ुलाम है, 
मै फैरत हूं  तो वो मेरा ताज़ है,
 मै उन्नत  हु तो वो मेरा साज़ है , 
गर्दिश फिर भी यहीं है  कि 
नचाह्त में भी मै हमेशा उसके साथ हूं। #लिखना

Rahul Jangir

लिखने के लिए कुछ
जज्बात काफी है
थोड़े सुधरे थोड़े बिगड़े
हालात काफी है #लिखना

Jigyasha

लिखना।

read more
The last page of notebook मै तुम्हे मेरी जिदंगी के आख़िरी पन्ने पर लिखना चाहती हू।
तुझे स्याही से नही लहू से लिखना चाहती हू।
तुम बेशक  मेरे जिंदगी के मुश्किल इम्तिहान हो,
पर हा मै आसान चीजो से दिल लगाना भी नही चाहती हू।

_ _ _ _जिज्ञासा लिखना।
loader
Home
Explore
Events
Notification
Profile