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Sunil Sharma...
कभी खुद जुदा होकर खुद में समा जाती हूं " मां " में जब भी आइना देखती हूं तेरे ही अक्स में समा जाती हुं..!!! happy mother's day ©Sunil Sharma... #MainAurMaa तुझ में ही समा जाती hu मां..........!!!!!
अमित कुमार
White आपकी नजाकत के सामने क्या है मेरा गजल देखकर आपको झुक जाते हैं सजदे मे कमल। ओ रूप की रानी तेरी तारीफ करूं मैं कैसे तेरी एक मुस्कान पे कुर्बान हजारों ताजमहल।। ©Amit रूप की रानी
लेखक ओझा
रूप की कसौटी पर खरा कोई कितना ही उतर जाए परंतु व्यवहारिकता में सुविचारो के बिना मूढ़ ही जाना जाता है। ©लेखक ओझा #oddone रूप की कसौटी
दूध नाथ वरुण
Blue Moon तेरा रूप चमकता है ऐसे,ओ चांद चमकता है जैसे। तू चले तो महके बागों का,हर फूल महकता है जैसे।। ©दूध नाथ वरुण #तेरा रूप चमकता है ऐसे
Ghumnam Gautam
बदलकर रूप अपना, बनके अंतर्नाद आई है फिर अपने पास बैठा हूँ,तुम्हारी याद आई है ©Ghumnam Gautam #alone #अंतर्नाद #रूप #याद #ghumnamgautam
Prince Kumar
नैन ये तरसते रहते है तुझे देखने को तड़पते रहते है जब तुम नही आती तो ये बच्चे की तरह रोते रहते है।। ©Prince Kumar #mahashivaratri तुझ बिन।
Sanjeev Suman
जिनके एक रूप में अनेक रूप हों,दो हाथ में हजार हाथ हों, उन सभी नारीओ को हम सलाम करते हैं ...!! महिला दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं..! ©Sanjeev Suman #womeninternational #जिनके एक रूप में अनेक
Shashi Bhushan Mishra
जो मेरे गुण-दोष हैं उसके ही अनुरूप मिलेगा फल, वहाँ नहीं होती अनदेखी चलता नहीं है कल बल छल, सबके दिल की सुन लेता है करता दया निधान प्रभु, बड़ा दयालू है जगदीश्वर कहते सभी भक्त वत्सल, रखो साफ दिल के दर्पण को शांति प्रकट हो जाएगी, दिखता तभी रूप जल में जब होती नहीं कोई हलचल, दु:ख की पीड़ा से बचना है तो दिल की आवाज़ सुनो, मुश्क़िल हो जाएगा बचना माया का फैला दलदल, निर्मल मन ज्यों शाख लचकती बचती झंझावातों से, मन का मैल नहीं मिटता है धोने से तन को मलमल, मय कुटुंब सानंद गुजारो जीवन के दिन दुनिया में, काल न बाल करेगा बांका नाम जपो हरि का प्रतिपल, खिलते फूल ज्ञान के 'गुंजन' होता सफल तभी जीवन, सहज भाव लाती कोमलता हृदय बना देती समतल, ---शशि भूषण मिश्र 'गुंजन' चेन्नई तमिलनाडु ©Shashi Bhushan Mishra #दिखता तभी रूप जल में#