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Kuldeep Singh
क्या छोड़ कर जाओगे ये जंगलो में लगी आग पहाड़ों में सड़कों के जाल ये हर बार दरकते पहाड़ जंगल में प्लास्टिक का अंबार क्या छोड़ कर जाओगे फूलों की खुसबू महकते पहाड़ जंगलों का जाल मजबूत पहाड़ हरेला की हार्दिक शुभकामनाएं ©Kuldeep Singh हरेला #हरेला
kamal arya
लाग हरियाव, लाग दशैं, लाग बग्वाव, ज़ी रया, जागी रया, य दिन, य महैण कैं नित-नित भ्यटनै रया। बेर जस फ़ल जया, दुब जस पंगुर जया। स्याव जसि बुद्धि है जौ, शेर जस तराण ऐ जौ। " आप सभी को kamal arya की तरफ से हरेला की हार्दिक बधाई. # हरेला #Harela #NightPath
पथिक..
आओ एक बृक्ष लगाकर धरती का श्रृंगार करें हम, आओ ख़ुद पर उपकार करें हम, वृक्ष लगाकर इस धरा को हरियाली से सजा दे हम ,कुदरत की छिनी आभा को फिर से उसे लौटा दे हम, आओ बस एक पेड़ लगा दे, हम दिया धरा ने सदा ही हमें, आओ कुछ लौटा दे हम,उजड़ती इस धरती को, प्रयास करके बचा दे हम, आओ बस एक बृक्ष लगा दे हम,इस माटी को हरियाली से "हरेला पर्व"में सजा दे हम " आओ एक वृक्ष लगा दे हम " SABHI UTTRAKHAND WASHIYON KO HARELA PARV KI HARDHIK SHUBHKAMNAAYEIN ©पथिक #हैप्पी हरेला#उत्तराखंड#
Simarjeet
ना समझो कि हाथ पर हाथ धरे रहने पर भी यह दिन होगा रात होगी सोचो आने वाली पीढ़ी को क्या हमारे सौगात होगी भविष्य करेगा जब भी वर्तमान पर चर्चा याद रखो इतिहास की ही बात होगी उठो वक्त है यही कुछ कर गुजरने का ना रहो गलतफहमी में कि सिर्फ चाहने से करामात होगी ©Simarjeet #हरेला पर्व की हार्दिक शुभकामनाएं
Deepa Kandpal
Kishan Gupta
किचन की रानी, तू पसीने से लतपत, पंखा बना, मुझे घुमाये जा रही हो,, चाय कब तक यूँ ही, फीकी पिलाओगी, इलायची के इंतजार में, अदरक पीसे जा रही हो। ~किशन गुप्ता #कविता #कविता #
Awanish Singh
दीप हूँ जलता रहूँगा । मैं प्रलय की आँधियों से, अंत तक लड़ता रहूँगा ।। पार जाऊँगा मेरा साहस, कभी हारा नहीं है। जो मिटा अस्तित्व दे, ऐसी कोई धारा नहीं है ।। कौन रोकेगा स्वयं तूफान, थककर रुक गये हैं । हर लहर मेरा किनारा, ध्येय तक बढ़ता रहूँगा।। दीप हूँ जलता रहूँगा । मैं प्रलय की आँधियों से, अंत तक लड़ता रहूँगा ।। तोड़ दी अवरोध की सारी, शिलाएँ एक क्षण में । मैं धरा का प्यार मुझको, स्नेह देते सब डगर में।। शीत वर्षा और आतप कर, न पाये क्षीण गति को। बिजलियों की कौंध में भी, पंथ गढ़ता ही रहूँगा।। दीप हूँ जलता रहूँगा । मैं प्रलय की आँधियों से, अंत तक लड़ता रहूँगा ।। ©Awanish Singh (AK Sir) #कविता #कविता