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Anuj Ray
किसी के खो जाने का दुख" किसी के खो जाने का दुख ,सिर्फ़ वही जानता है, जिसके साथ में ये हादसा होता है। सुनकर के खबर, हमदर्दी के आंसू ,बहुत से लोग बहा देंगे, उनमें हमदर्द मगर कोई नहीं होता है। ©Anuj Ray # किसी के खो जाने का दुख"
# किसी के खो जाने का दुख" #शायरी
read moreपूर्वार्थ
White सुख-दुःख की कशमकश में जीवन सुख का आनंद, दुःख का समाधान,जीवन है इन दोनों का ही तालमेल, मिलकर ये बुनते हैं जीवन का तारतमाल। सुख के क्षण हैं मधुर इत्र की बूंदजो महकाते हैं मन को, करते हैं ह्रदय को मस्त। दुःख के क्षण हैं कड़वे आंसू की बूंदजो धोते हैं आँखों को, करते हैं मन को पवित्र। सुख में खिलते हैं होंठों पर मुस्कानदुःख में भर आते हैं आँखों में आंसू। सुख में नाचते हैं पैर खुशी के ताल पर दुःख में थम जाते हैं कदम निराशा के जाल में। लेकिन क्या सुख के बिना जीवन है सार्थक?क्या दुःख के बिना जीवन है सुखद?नहीं! दोनों ही हैं जीवन के दो पहलूएक दूसरे के पूरक हैं, एक दूसरे के साथी। सुख हमें सिखाता है जीवन का आनंद लेना दुःख हमें समझाता है जीवन का मूल्य। सुख हमें भर देता है उत्साह से दुःख हमें देता है धीरज और सब्र। इसलिए ना खोएं हिम्मत जब आए दुःख के पलक्योंकि ये भी हैं जीवन का एक अंग। और ना भूलें जब आए सुख के पलक्योंकि ये भी हैं जीवन का एक वरदान। जीवन है सुख-दुःख की कशमकशजिसमें जीत उसी की होती है जो इन दोनों को स्वीकार करता है और जीवन को जीता है पूरी शक्ति से ©पूर्वार्थ #सुख #दुख
मोहन लाल सींवर
जब अस्पताल में रहना होता है। जज्बात,आंसुओं को कहना होता है। डाॅ. खुदाई लिबास पहना होता है। सत्कर्म खुदा को सहना होता है।। OT में,मरीज संग डॉ.जब होते हैं। परिवारजन देवता को,सब ढोते हैं। बहते आंसू को बाहर,कब रोते हैं? हो सफल शल्य,अर्द्ध तब सोते हैं।। उच्च लाभ लेने जब,रेफर होते है। एंबुलेंस में सांस,फर फर होते है। सुन सायरन आवाज,थर थर होते हैं। पहुंचते ठिकाने तब,मनभर होते हैं।। वेंटीलेटर के अंक,ऊपर नीचे चलते है। परिजनों के सांस_तार नीचे ढलते है। O2,पल्स रेट,Bp अपना नृत्य करते हैं। देख निगाहों से,गम भाव सब भरते हैं।। कैथेटर से,तरल पदार्थ पिलाते हैं। गटके बूंद तब,मन मन हर्षाते हैं। इनपुट_आउटपुट रोज मिलाते हैं। देख उन्हें डॉ. दिलाशा दिलाते हैं।। जब मरीज,हलचल पैदा करता है। तब वह,पुनर्जन्म सा भाव भरता है। आंखों से लगे देखने,तब गम हरता है। अस्पताल का जीवन,चक्र सा चलता है।। कल्चर रिपोर्ट इन्फेक्शन जताती है। खुशी सारी तब,गम में बदल जाती है। तब एंटीबायोटिक,असर दिखाती है। लैब रिपोर्ट, तरह तरह से नचाती है।। NK गोरा,नरेंद्र जी जैसे चिकित्सक। लगता है,जैसे ये भगवान हैं बेशक। मरीज सेवा हेतु तत्पर रहते,देर तक। खुदा उनपर मेहरबान रहे,जीने तक।। भाई जिसने,बचपन में मुझे गोद उठाया। घुमाया,फिराया,पढ़ाया,सिर सहलाया। ऋण से उऋण होना,असमय वक्त आया। भरेंगे किलकारी दोनों,भरोसा मुझे आया।। मोहन लाल सींवर ©मोहन लाल सींवर अस्पताल का जीवन
अस्पताल का जीवन #मोटिवेशनल
read moreदिनेश
उसे अपने वक़्त पर कुछ इस कदर गुरूर हो गया , कि एक पल में एक उम्र का ख्वाब चकनाचूर ही गया । जो सोचता था कि वो पूरा घर चलाता है , आज एक कदम न चल पाया इतना मजबूर हो गया । कुछ आये अपनापन जताने उनके आने से आधा दर्द दूर हो गया , पर दुख में साथ देती है सिर्फ पत्नी ये अहसास जरूर हो गया। ©दिनेश #Raat सुख- दुख की साथी
Rajnish Shrivastava
हे मां गंगा हम क्षमा चाहते दिल की बात कहना चाहते मानते हैं तुझको पतित पावनी फिर भी नादानी करते चले जाते मां के आंचल को गंदा करते कूड़ेदान समझने की भूल कर जाते हम तेरा जल पीते और नहाते फिर भी गंदगी डालते नहीं शरमाते ©Rajnish Shrivastava #संगम तट प्रयागराज
Praveen Jain "पल्लव"
White पल्लव की डायरी चलो जिंदगी को खुशनुमा बनाते है दो दिल जान को एक बनाते है तेरे मेरे अहसास प्राथमिकता से पूरी करे जीवन को प्यार का मन्दिर बनाते है नाजुक दिलो को ना लगे कभी चोट विश और शपथ आज हम तुम उठाते है प्रवीण जैन पल्लव ©Praveen Jain "पल्लव" #Couple जीवन को प्यार का मंदिर बनाते है #nojotohindi
#Couple जीवन को प्यार का मंदिर बनाते है #nojotohindi #कविता
read moreDev Rishi
शीर्षक - संगम तट धरा पर अविरल निर्झर गंगा प्रवाह हो रही है सुमधुर सुन्दर सुखकर, अलौकिक तेज दिख रही है तेरे यादो में आंखों से बहती अश्रु दो चार बुंद मिल रही है गंगा के जैसे कई संगम तट है क्या तेरे भी है कोई..? संगम के तीरे कई तीर्थ स्थान भी मिलाते हैं, साधुओं की पोशाक में विभक्त भक्त भी मिलाते हैं कामनाएं, इच्छाएं, और अवसादों से भरे मन भी मिलाते है तो क्या मेरे दिल औ जिव्हा की एक दो शौहरत मिलेंगे..? ©Dev Rishi #संगम तीरे