Find the Latest Status about अकाट्य बचाना ओड़िआ from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, अकाट्य बचाना ओड़िआ.
Mahadev Son
ॐ नमो महाकाली रूपम, शक्ति तु ज्योति स्वरूपम शुम्भ निशुम्भ को मारा, रक्तबीज को संहारा दुष्टों को संहारने वाली, भक्तों के दुःख हरने वाली, सन्त गुणी जन सब पूजते, पूजा की तिथि विधि ना जानू, मंत्र तंत्र को मैं ना जानू, मैया बस पढ़ुं चालीसा जीवन में माँ करना उजाला, बीच भंवर में फंसी है नैया, आकर लाज बचाना, सद्-बुद्धि का दान ही देना, ॐ नमो माँ काली शक्ति स्वरूपम मैया प्यारी, दया करो महाकाली ©Mahadev Son ॐ नमो महाकाली रूपम, शक्ति तु ज्योति स्वरूपम शुम्भ निशुम्भ को मारा, रक्तबीज को संहारा दुष्टों को संहारने वाली, भक्तों के दुःख हरने वाली, सन्
Ravendra
Prem Jarwal
बचाना चाहते हैं हम बचे हुए रिश्ते,,, सो अब ज़ियादा किसी के क़रीब जाते नहीं... ©Prem Jarwal #बचाना चाहते हैं हम बचे हुए रिश्ते,,,
Mr RN SINGH
copyright policy ©Mr RN SINGH मरती हुई जमी को बचाना पड़ा मुझे #MrRNSINGH #Nojoto #nojoto❤ #nojotohindi #Love #poem #Trending Sumaira writer Brajraj Singh CHABI PARI अब्र
MAHENDRA SINGH PRAKHAR
विधा तांटक छन्द कृष्णजन्माष्टमी जन्मदिवस पर अपने कान्हा , तुमको जग में आना है । भक्तों को इन दुष्टों से अब , तुमको आज बचाना है ।। जन्मदिवस पर अपने कान्हा ... आज पूतना कंस गली में , अपनी रास रचाते है । अपनी माया के बल से वह , दीनों को भटकाते है । तुमको अपनी लीलाओ से , उनको धूल चटाना है ।। जन्मदिवस पर अपने कान्हा .... भूल गये है जग वासी , आज प्रेम की भाषा को । आकर जग में पुन:जगाओ, रिश्तों की जिज्ञासा को ।। राधा रानी संग लिए प्रभु , फिर से रास रचाना है । जन्मदिवस पर अपने कान्हा ... आस लगाए बैठे है हम , तारन हारे आयेंगे । भक्तों के अपने कष्टों को , वह ही दूर भगायेंगे ।। आज भक्त को अपने गिरधर , दर्शन देने आना है । जन्मदिवस पर अपने कान्हा , ... जन्मदिवस पर अपने कान्हा , तुमको जग में आना है । भक्तों को इन दुष्टों से अब , तुमको आज बचाना है ।। ०६/०९/२०२३ - महेन्द्र सिंह प्रख ©MAHENDRA SINGH PRAKHAR विधा तांटक छन्द कृष्णजन्माष्टमी जन्मदिवस पर अपने कान्हा , तुमको जग में आना है । भक्तों को इन दुष्टों से अब , तुमको आज बचाना है ।।
Ashutosh Mishra
--दुनिया-- हे दुनिया बनने वाले,,,क्या तू भी पछतात है इस दुनिया को बना के। कभी तो तुझे भी हैरानी होती होगी, इस मनुष्य को बना के। छोटा सा दिल दिमाग, बड़े बड़े कारनामें कर रहा है। कोई चांद पर परचम लहरा रहा है, कोई जमीन पर की खाक छान रहा है। अल्फ़ाज़ मेरे ✍️🙏🏻🙏🏻 ©Ashutosh Mishra #duniya से दुनिया के बनने वाले,,क्या तू भी पछताता है, इस दुनिया को बचाना के। कभी तो होती होगी हैरानी, इस मनुष्य को बना के। छोटा-सा दिल दिमा
Mili Saha
// नई पीढ़ी का विकास हमारा कर्तव्य // बहुत विश्वास और उम्मीद के साथ कुदरत देती है, हाथ हमारे हाथों में, नई पीढ़ी के पूर्ण विकास का, नई पीढ़ी को सही मार्ग दिखाना, है ये हमारा कर्तव्य, मान रखना है हमें सदैव, कुदरत के इस विश्वास का, बाल रूप होता है अबोध, निर्दोष सब सरल लगे जिसे, हमें ही तो बोध कराना है उन्हें,नैतिकता के एहसास का, पूर्वजों के आदर्शों, संस्कारों को नई पीढ़ी बोझ ना समझें, इसलिए पल-पल महत्व समझाना है हमें इनके उजास का शिक्षा के माध्यम से नई पीढ़ी को सिखा सकते हैं जीने की कला, बस आवश्यकता है हमारी शिक्षा प्रणाली में एक नए बदलाव का, शिक्षा का अर्थ केवल किताबों से कुछ ज्ञान प्राप्त कर लेना नहीं है, शिक्षा को साधन बना सकते हैं हम संस्कृति,संस्कारों से जुड़ाव का, शिक्षित करने के साथ-साथ उन्हें पूर्वजों की गाथा से जोड़े रखना है, समाज, देश के लिए हमें आगाज़ करना होगा एक सार्थक प्रयास का, भविष्य की आशा है नई पीढ़ी, इन्हें बचाना, संजोना है हमारा कर्तव्य, समझाना है उन्हें ये चकाचौंध तो बस है पिंजरा, अंधकार के ग्रास का, जीवन में एक नींव का कार्य करते हैं बाल्यकाल में दिए गए संस्कार, समय रहते निर्माण करना होगा हमें चरित्र और सर्वांगीण विकास का, अक्सर कई वजह से नई पीढ़ी पुरानी पीढ़ी को स्वीकार नहीं कर पाती, आपसी तालमेल से ही अंत हो पाएगा पीढ़ियों में अंतर के, इस द्वंद का, पुरानी पीढ़ियों को भी बदलते परिवेश की चुनौतियों को समझना होगा, तभी तो एक सुगम मार्ग प्रशस्त हो पाएगा, इस नई पीढ़ी के विकास का, कभी जिद कभी नादानियों का वहन कर उन्हें समझना, समझाना होगा, ताकि आधुनिकता की होड़ में भी, महत्व समझें संस्कारों के प्रभाव का। ©Mili Saha बहुत विश्वास और उम्मीद के साथ कुदरत देती है, हाथ हमारे हाथों में, नई पीढ़ी के पूर्ण विकास का, नई पीढ़ी को सही मार्ग दिखाना, है ये हमारा कर्