Nojoto: Largest Storytelling Platform

New बस्ती समाचार Quotes, Status, Photo, Video

Find the Latest Status about बस्ती समाचार from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, बस्ती समाचार.

Mubarak

#lovelife मैंने अक्सर औरतों को देखा है की उन को घर मिलता हैं नसीब से और घर बस्ती है उनके जुबान से 🏠🏡 'हिंदी मोटिवेशनल कोट्स'

read more
Unsplash मै ने अक्सर औरतो  को देखा 
है की उन को घर मिलता है 
नसिब से और घर बस्ता है
 उनके जुबान से?

©Mubarak #lovelife मैंने अक्सर औरतों को देखा है की उन को  घर मिलता हैं नसीब से और घर बस्ती है उनके जुबान से 🏠🏡 'हिंदी मोटिवेशनल कोट्स'

dilkibaatwithamit

ख़ुद से लड़कर तुझसे हारे, ठीक हुआ आँख से निकले अश्क के धारे, ठीक हुआ भूलने वाले 1 जनवरी भूल गया भूल न पाए हम बेचारे, ठीक हुआ जो मेरा होने

read more
White ख़ुद से लड़कर तुझसे हारे, ठीक हुआ
आँख से निकले अश्क के धारे, ठीक हुआ

भूलने वाले 1 जनवरी भूल गया
भूल न पाए हम बेचारे, ठीक हुआ

जो मेरा होने का दावा करते थे
झूठे निकले यार वो सारे, ठीक हुआ

उसको इनाम में इक और दुनिया मिली
मेरे हिस्से आए ख़सारे, ठीक हुआ

पाँव मलते-मलते उसकी बस्ती से
घर को लौटे हम बेचारे, ठीक हुआ

उसकी छत पे जाने से तो बेहतर था
रातें गुज़ारी गिनकर तारे, ठीक हुआ

©dilkibaatwithamit ख़ुद से लड़कर तुझसे हारे, ठीक हुआ
आँख से निकले अश्क के धारे, ठीक हुआ

भूलने वाले 1 जनवरी भूल गया
भूल न पाए हम बेचारे, ठीक हुआ

जो मेरा होने

Mď Âĺfaž" ["Šĥªयरी Ķ. दिवाŇ."]

["मौत से #मोहब्बत"] मौत से #मोहब्बत करना कौन चाहेगा, मिट्टी में #सिमटकर जाना कौन चाहेगा। #ख़्वाबों की बस्ती #उजड़ती है जब, फिर खुद को यूँ

read more
Sad love quotes in Hindi ["मौत से मोहब्बत"]
मौत से मोहब्बत करना कौन चाहेगा,
मिट्टी में सिमटकर जाना कौन चाहेगा।

ख़्वाबों की बस्ती उजड़ती है जब,
फिर खुद को यूँ आज़माना कौन चाहेगा।

©Mď Âĺfaž" ["Šĥªयरी Ķ. दिवाŇ."] ["मौत से #मोहब्बत"]
मौत से #मोहब्बत करना कौन चाहेगा,
मिट्टी में #सिमटकर जाना कौन चाहेगा। 

#ख़्वाबों की बस्ती #उजड़ती है जब,
फिर खुद को यूँ

theABHAYSINGH_BIPIN

#villagelife अकेले बसर करनी है ये लंबी ज़िंदगी, यहाँ अब किसका इंतज़ार है। रिश्तों की गरमाहट बराबर नहीं होती, कहीं धूप है, तो कहीं छांव है।

read more
Village Life अकेले बसर करनी है ये लंबी ज़िंदगी,
यहाँ अब किसका इंतज़ार है।
रिश्तों की गरमाहट बराबर नहीं होती,
कहीं धूप है, तो कहीं छांव है।

चल पड़ा हूँ वापस पगडंडी पर,
बस्ती से दूर, एक छोटा सा गांव है।
जहाँ सुकून की मिट्टी से गंध उठती है,
और सपनों का आकाश साफ़ है।

ढूंढ रहा है हर कोई शहर में बसेरा,
पर वहाँ भी ज़िंदगी कहाँ आज़ाद है।
शोर में खो जाती है पहचान अपनी,
बस भीड़ में रह जाता एक फरियाद है।

लौट आओ अपनों के बीच, अभी वक्त है,
ज़िंदगी छोटी है, किसे सरोकार है।
रिश्तों की गरमाहट को महसूस कर लो,
फिर न कह सकेगा दिल, ये जो अंगार है।

शहर के शोर में सब कुछ खो जाता है,
पर दिल सुकून तो अपनों में ही पाता है।
थोड़ा ठहरो, जरा संभालो इन पलकों को,
क्योंकि यादें ही अंत में हमारा संसार हैंl

©theABHAYSINGH_BIPIN #villagelife 
अकेले बसर करनी है ये लंबी ज़िंदगी,
यहाँ अब किसका इंतज़ार है।
रिश्तों की गरमाहट बराबर नहीं होती,
कहीं धूप है, तो कहीं छांव है।

Ghumnam Gautam

#ghumnamgautam #तिनका #,बस्ती

read more
ये बस्ती आँखवालों की है लेकिन
है ऐसा कौन जो अंधा नहीं है?

 न जाना चाहिए दरिया में उनको
कि जिनके हाथ में तिनका नहीं है

©Ghumnam Gautam #ghumnamgautam 
#तिनका 
#,बस्ती
loader
Home
Explore
Events
Notification
Profile