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Anand Raut
अब मुझे बहूत खूब मन लगाकर पढना है अंधेरो का बदलकर रूप सूरज सा चमकना है - कुसुमानंद - KD " आंतरराष्ट्रीय साक्षरता दिन "
" आंतरराष्ट्रीय साक्षरता दिन "
read moreRevnath Kawale
21 फेब्रुवारी ©Revnath Kawale #आंतरराष्ट्रीयमातृभाषादिन #आंतरराष्ट्रीय #InternationalMotherLanguageInternational #Language
Ek villain
बजट उनके आने की आहट मात्र से धरा पर अद्भुत प्रभाव दृष्टिगोचर हो ना आप आराम हो जाता है नौकर पर स्लो गायकार के बिल्कुल का प्रयास बढ़ाने के अनुमान में खोए खोए से रहने लगते हैं टीवी पर चलने वाली बहस कंगना के बोल श्वेता तिवारी के बकलोल और विराट की कप्तानी छोड़ने की रोचक विषयों को पहचानते हुए सकल घरेलू उत्पाद राजकोषीय घाटा जैसी अजूबी पहेलियों उस पर केंद्रित हो जाती आम आदमी बजट में राहत तलाश आरंभ कर देते हैं बजट का दर्शन चा वकवादी होना के पर्याप्त आधार हैं इससे बनते वक्त सरकारी अनासन ही जितनी चादर है उतने ही पांव पसारना जैसे अलौकिक सिद्धांत के दायरे को तोड़ फोड़ते हैं यही श्रेणी में लाते हैं यद्यपि सरकार की नजर नहीं आती उसके अफसरों और मंत्रियों की उंगलियों को भी में होने वाली बात अवश्य सुनने में आती है बजट वाली श्रेणी में सब्सिडी दी जाती है सब्सिडी से वोट आते हैं वोट को सरकार के लिए भी मान लिया जाए तो चारों दर्शन इति सिद्ध हो जाता है बजट अपरिग्रह बाद का भी पोषक होता है इसमें अक्सर विनय के लक्ष्य रखे जाते हैं इसी सिद्धांत पर एयर इंडिया जैसे परी कराओ से मुक्त होना संभव हुआ है बजट को देखा लगता है जैसे कि भगवान कुरुक्षेत्र में वित्त मंत्री अर्जुन की शंका का समाधान कर रहे हो ©Ek villain #अर्थशास्त्र का आध्यात्मिक अध्ययन #friends
#अर्थशास्त्र का आध्यात्मिक अध्ययन #friends #Society
read moreRajendrakumar Jagannath Bhosale
आंतरराष्ट्रीय महिला दिना निमित्त प्रबोधन गीत सोसूनी शिक्षा आजवर रुढीची ठेच विषमता अमानवी फडीची चालवले तूच संसाराचे जग रहाट स्त्रीस्वातंत्र्याची उजळ तू पहाट || धृ।। मैत्रिय गार्गी विदुषी केंद्र स्त्री शक्तीचे शूर रजियाने उघडले दार स्त्री मुक्तीचे पारतंत्र्यात महिलांची झाली बंद वाट || 1|| सती प्रथा, स्त्री दास्यत्व लादले रुढीने झाकला स्वाभिमान दास्यत्व बुरख्याने बेगडी चौकटित बांधले गुलामीची गाठ || 211 जिजाऊ, मनीकर्णीका, अहिल्या, साहू दुष्ट चालीरीती तोडण्या उसळले बाहू फोडीले झुगारूनी कुप्रथेचे अमानवी माठ ॥ 3|| इंदिराजी, मायाबहेन, धगधगती तलवार स्त्री शक्ती पुन्हा उठा लावोनी ज्ञान धार जमू लागलेत पुन्हा गुलामीचे ढग दाट || 4|| सोसूनी शिक्षा आजवर रुढीची ठेच विषमता अमानवी फडीची भेकड गिधाडांना फोड आता दहाड ll 5ll कवी गायक संगीत श्री राजेंद्रकुमार जगन्नाथ भोसले Rajendrakumar Jagannath Bhosale ©Rajendrakumar Jagannath Bhosale आंतरराष्ट्रीय महिला दिन स्फूर्ती गीत
आंतरराष्ट्रीय महिला दिन स्फूर्ती गीत #मराठीकविता
read moreAnamika
कहीं भूल न जाऊं, बातों का अपनापन एक pdf बनाकर रख ही लूं क्या? #pdf #अपनापन #tulikagarg