Find the Latest Status about ५९ अप्प्स बन्द लिस्ट from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, ५९ अप्प्स बन्द लिस्ट.
Ek villain
बंगाल में एक के बाद एक जांच की जिम्मेदारी सीबीआई यानी केंद्र जांच ब्यूरो को सौंपी जा रही है पिछले 7 माह में कोलकाता का रिकॉर्ड में 9 मामलों की जांच सीबीआई को सौंपी है नहीं सीबीआई जांच की मांग वाली याचिका कभी भी कोर्ट में ले में दी पिछले साल अक्टूबर में सीबीआई की ओर से सुप्रीम कोर्ट में एक हलफनामा दाखिल आकर बताया गया है कि किन राज्य में कितने मामलों की जांच उसके पास है एक हलफनामा में दिए गए आंकड़ों में नजर डाले तो दिसंबर 2020 तक सबसे ज्यादा मामले में सबसे अधिक संख्या में बढ़ोतरी हुई है पिछले विधानसभा चुनाव है सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की गई थी मामले में हाईकोर्ट सुप्रीम कोर्ट ने सीबीआई जांच के आदेश दिए इसके बाद मुख्यमंत्री और नेताओं की गिरफ्तारी भी हुई थी ©Ek villain #लंबी होती सीबीआई जांच की लिस्ट #drowning
Dheeraj saini dheer
वो सोचती तो होगी कि ना जाने मैंने उसे किस मुसीबत में डाल रखा है बेशक मेरा प्यार एक तरफा ही सही पर मैंने हमेशा उसकी खुशी का ख्याल रखा है उसे तो एहसास भी नहीं कि मैंने खुद को जैसे तैसे ना जाने कैसे सभांल रखा है मेरी वज़ह से उसे कभी तकलीफ ना हो इसलिए मैंने उसका नम्बर ब्लैक लिस्ट में डाल रखा है धीरज सैनी धीर @@*** ©Dheeraj saini dheer ब्लैक लिस्ट में डाल रखा है #Light
pooja janagal
ये आंखे सहसा बन्द हो जाती हैं अवसरवादी हैं कमबख्त! इनपे ज़ोर नही चलता मेरा ये जो नहीं देखना चाहती वो नही देखती। वो क्या है न मैं अपने मन की मालिक हूँ पर आंखों की ग़ुलाम! मैं नहीं बदली हूँ और न मैं कोई और हूँ बस मेरे हालात तय करते हैं "मेरी गुलामी" या "मैं गुलाम"। खैर आंखे अपनी जगह ठीक है बिल्कुल सटीक हैं अब देखने को कुछ खास नही है झूठ के उजालों से सच का अंधेरा अब भाने लगा है उन्हें वे अक्सर मुझसे पूछती है की जो मैं देख नही सकती लोग वो कर कैसे देते हैं? ये लहू! ये लहू जो इंसान ए मुजस्तमे में होना था वो आखिर क्यों पड़ा है सड़कों पर वो सड़कें जो चारकोल सी काली होनी थी वो लहू सी लाल क्यों हैं? क्या आवाम ए बाजार में खून इतना सस्ता हो गया? क्या लाशों की कीमत सड़कों के स्तर पर आ गयी? ये सवाल चुभते हैं। कभी दिल में तो कभी आंखों में आंखे तो बन्द हो जाती है पर इस मन का क्या करूँ? जब आंखे बंद रहकर थक जाती हैं तो वो अचानक खुलती हैं एक और सवाल अपने साथ लिए पर अब और हमसे नहीं होगा तो वो गीली हो जाती हैं और आंखों से भी आह! निकल आती है कि "गलती हमारी है ए हुक्मरां सवाल तुमसे पूछा बेवजह है हम रहम की दुआ उनसे कर बैठे जो बेरहमी के बादशाह हैं।" ~पूजा। बन्द आंखें