Find the Latest Status about लो देख लो from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, लो देख लो.
_Lafzo_ka_karvaan_
गुमान बहुत था हमें तुम पर, पर तुमने तो उसे एक पल में बर्बाद कर दिया, अब तुमसे क्या सीकवा करे हम, तुमने तो एक पल में हमें दोषी करार कर दिया। हकीकत जान के भी अनजान बनना कहा आसान होता है, हिम्मत लगती है खुद के जज्बातों को छुपाने में। #Earth_Day_2020 #हमें इश्क़ नहि होगा तुम शर्त लगा लो #देख लो #nozato
#Earth_Day_2020 हमें इश्क़ नहि होगा तुम शर्त लगा लो देख लो #nozato
read more_Lafzo_ka_karvaan_
World Book Day खुश तो बहुत है हम, उनसे मिलने की बात जो अयी है, कैद में था ये दिल, इसकी रिहाई जो नजदीक आई है, यूं बोले तो!! अब- मस्त मगन मन से एक दबी सी आवाज़ भी तो अाई है, यूं रुसवा ना कर तू मुझे इसी में तेरी और मेरी भलाई है। तेरे पत्थर जैसे दिल पर नाम लिखना भी तो कहा था आसान मगर अब हमने भी वो मंज़िल पाई है। मुद्दतों इंतजार करने के बाद ब-मुश्किल से ये घड़ी आई है, मानो समंदर हो जाने झील गिरती-पढ़ती खुद चली आई है, तनिक सवर लू मैं, यही बस एक दुहाहि है, रोज़े की नमाज़ पढ़ने वालों ने ये अर्जी लगाई है। #world_book_day #हमें इश्क़ नहि होगा तुम शर्त लगा लो #देख लो #नोजातो #🤲लव
#world_book_day हमें इश्क़ नहि होगा तुम शर्त लगा लो देख लो #नोजातो #🤲लव
read moreपवन कश्यप
तेरी यादों ने कहाँ अभी ठीक से सोने दिया था...। लो देख लो फिर से आ गई उठाने के लिए...। तेरी यादों ने कहाँ अभी ठीक से सोने दिया था...। लो देख लो फिर से आ गई उठाने के लिए...।
तेरी यादों ने कहाँ अभी ठीक से सोने दिया था...। लो देख लो फिर से आ गई उठाने के लिए...।
read moreNaveen
जो तुम्हें अपनी नज़रों के सामने देखना नहीं चाहते, खुद को उन लोगो से छुपा लो ! देखना वे तुम्हें और ढूंढेंगे....😯 🙈 ©Naveen Diariess जो तुम्हें अपनी नज़रों के सामने देखना नहीं चाहते, खुद को उन लोगो से छुपा लो ! देखना वे तुम्हें और ढूंढेंगे। #people #love #sad #ignore #Qu
Ajeet Aary
जिस दिन पूरी दुनिया आप के खिलाफ खड़ी हो तब दुनिया की तरफ पीठ कर लो और एक सेल्फी ले लो देखना पूरी दुनिया आप के साथ होगी
जिस दिन पूरी दुनिया आप के खिलाफ खड़ी हो तब दुनिया की तरफ पीठ कर लो और एक सेल्फी ले लो देखना पूरी दुनिया आप के साथ होगी #nojotophoto
read more#Mr.India
यशवंत कुमार
संघर्ष करो मत सोच कोई मसीहा तेरी ख़ातिर कभी उतर आसमान से आएगा. तेरे लिए टोकरी भर-भर के उपहार कहीं से लाएगा. तेरे दुखते बदन पर स्नेहिल स्पर्श करेगा हौले-से; या फिर तेरी जिम्मेवारियां, वो अपने कंधों पर उठाएगा। Read full poetry in Caption... 🌞 संघर्ष करो🌞 मत सोच कोई मसीहा तेरी ख़ातिर, कभी उतर आसमान से आएगा. तेरे लिए टोकरी भर-भर के, उपहार कहीं से लाएगा. तेरे दुखते बदन पर, स्नेहिल
यशवंत कुमार
संघर्ष करो मत सोच कोई मसीहा तेरी ख़ातिर. Read Full Poetry in caption कभी उतर आसमान से आएगा तेरे लिए टोकरी भर-भर के उपहार कहीं से लाएगा तेरे दुखते बदन पर स्नेहिल स्पर्श करेगा हौले-से या फिर तेरी जिम्मेवारियां वो अपने कंधों पर उठाएगा। करना सब तुमको ही है आसरा किसी का करना व्यर्थ अपना हाथ जगन्नाथ है बंधु! सारे विकास का पहिया अर्थ असहाय अकिंचन को कोई क्यों कभी अपना मित्र बनाएगा? मत सोच कोई मसीहा तेरी खातिर कभी उतर आसमान से आएगा। भाग्य भरोसे मत बैठो तुम स्वकर्म से सब बदल डालो संघर्ष की अग्नि में चलकर अपनी वाँछित मंजिल पा लो देख तेरी एक ललकार और भाग्य तेरा जग जाएगा मत सोच कोई मसीहा तेरी ख़ातिर कभी उतर आसमान से आएगा। मत सोच हार होगी या जीत बस अपने कर्म का ध्यान कर जो भी होगा अच्छा होगा जलता रह यह मानकर तेरे संघर्षों की लेखनी से ही इतिहास तेरा कभी भी लिखा जाएगा मत सोच कोई मसीहा तेरी ख़ातिर कभी उतर आसमान से आएगा । कबतक संघर्ष से भागोगे त्यजकर अपना मान और सम्मान बिना कठिन तपस्या क्या मिला किसी को कोई वरदान? रक्त जलाओ, देह जलाओ परिश्रम फल दिलाएगा मत सोच कोई मसीहा तेरी ख़ातिर कभी उतर आसमान से आएगा । ........ संघर्ष करो मत सोच कोई मसीहा तेरी ख़ातिर कभी उतर आसमान से आएगा तेरे लिए टोकरी भर-भर के उपहार कहीं से लाएगा तेरे दुखते बदन पर स्नेहिल स्प
संघर्ष करो मत सोच कोई मसीहा तेरी ख़ातिर कभी उतर आसमान से आएगा तेरे लिए टोकरी भर-भर के उपहार कहीं से लाएगा तेरे दुखते बदन पर स्नेहिल स्प
read more@Devidkurre
किसकी है जनवरी, किसका अगस्त है? कौन यहां सुखी है, कौन यहां मस्त है? सेठ है, शोषक है, नामी गला-काटू है गालियां भी सुनता है, भारी थूक-चाटू है चोर है, डाकू है, झूठा-मक्कार है कातिल है, छलिया है, लुच्चा-लबार है जैसे भी टिकट मिला, जहां भी टिकट मिला शासन के घोड़े पर वह भी सवार है उसी की जनवरी छब्बीस उसीका पन्द्रह अगस्त है बाकी सब दुखी है, बाकी सब पस्त है कौन है खिला-खिला, बुझा-बुझा कौन है कौन है बुलंद आज, कौन आज मस्त है खिला-खिला सेठ है, श्रमिक है बुझा-बुझा मालिक बुलंद है, कुली-मजूर पस्त है सेठ यहां सुखी है, सेठ यहां मस्त है उसकी है जनवरी, उसी का अगस्त है पटना है, दिल्ली है, वहीं सब जुगाड़ है मेला है, ठेला है, भारी भीड़-भाड़ है फ्रिज है, सोफा है, बिजली का झाड़ है फैशन की ओट है, सबकुछ उघाड़ है पब्लिक की पीठ पर बजट का पहाड़ है गिन लो जी, गिन लो, गिन लो जी, गिन लो मास्टर की छाती में कै ठो हाड़ है! गिन लो जी, गिन लो, गिन लो जी, गिन लो मज़दूर की छाती में कै ठो हाड़ है! गिन लो जी, गिन लो, गिन लो जी, गिन लो घरनी की छाती में कै ठो हाड़ है! गिन लो जी, गिन लो, गिन लो जी, गिन लो बच्चे की छाती में कै ठो हाड़ है! देख लो जी, देख लो, देख लो जी, देख लो पब्लिक की पीठ पर बजट का पहाड़ है! मेला है, ठेला है, भारी भीड़-भाड़ है पटना है, दिल्ली है, वहीं सब जुगाड़ है फ्रिज है, सोफा है, बिजली का झाड़ है फैशन की ओट है, सबकुछ उघाड़ है महल आबाद है, झोपड़ी उजाड़ है गऱीबों की बस्ती में उखाड़ है, पछाड़ है धत् तेरी, धत् तेरी, कुच्छों नहीं! कुच्छों नहीं ताड़ का तिल है, तिल का ताड़ है ताड़ के पत्ते हैं, पत्तों के पंखे हैं पंखों की ओट है, पंखों की आड़ है कुच्छों नहीं, कुच्छों नहीं ताड़ का तिल है, तिल का ताड़ है पब्लिक की पीठ पर बजट का पहाड़ है! किसकी है जनवरी, किसका अगस्त है! कौन यहां सुखी है, कौन यहां मस्त है! सेठ ही सुखी है, सेठ ही मस्त है मंत्री ही सुखी है, मंत्री ही मस्त है उसी की है जनवरी, उसी का अगस्त है। #बाबा_नागार्जुन वाणी मेरी नही लेकिन विचार इनके जैसे ही है किसकी है जनवरी, किसका अगस्त है? कौन यहां सुखी है, कौन यहां मस्त है? सेठ है, शोषक है, नामी गला-क
वाणी मेरी नही लेकिन विचार इनके जैसे ही है किसकी है जनवरी, किसका अगस्त है? कौन यहां सुखी है, कौन यहां मस्त है? सेठ है, शोषक है, नामी गला-क #बाबा_नागार्जुन
read moresandeep badwaik(ख़ब्तुल) 9764984139 instagram id: Sandeep.badwaik.3
देख लो...
देख लो... #nojotophoto
read more