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Kulvant Kumar
꧁ARSHU꧂ارشد
अधूरा महसूस करते हैं ख़ुद को आज कल , जैसे छोड़ गया हो कोई तामीर करते करते .. ©꧁ARSHU꧂ارشد अधूरा महसूस करते हैं ख़ुद को आज कल , जैसे छोड़ गया हो कोई तामीर करते करते ... Manisha Keshav Ritu Tyagi Bandita Ishika NIKHAT (अलफ़ाज़ मेरे अप
Himanshu Prajapati
White 👉🏻खुल के मुस्कान 👉🏻ऊंची उड़ान 👉🏻एक अलग पहचान 👉🏻कारनामे ऐसे 👉🏻सबका खिंचा चला आता ध्यान..! ©Himanshu Prajapati #mountain 👉🏻खुल के मुस्कान 👉🏻ऊंची उड़ान 👉🏻एक अलग पहचान 👉🏻कारनामे ऐसे 👉🏻सबका खिंचा चला आता ध्यान..!
MAHENDRA SINGH PRAKHAR
दोहा :- अनपढ़ ही वे ठीक थे , पढ़े लिखे बेकार । पड़कर माया जाल में , भूल गये व्यवहार ।।१ मातु-पिता में भय यही , हुआ आज उत्पन्न । खाना सुत का अन्न तो , होना बिल्कुल सन्न ।।२ वृद्ध देख माँ बाप को , कर लो बचपन याद । ऐसे ही कल तुम चले , ऐसे होगे बाद ।।३ तीखे-तीखे बैन से , करो नहीं संवाद । छोड़े होते हाथ तो , होते तुम बरबाद ।।४ बच्चों पर अहसान क्या, आज किए माँ बाप । अपने-अपने कर्म का , करते पश्चाताप ।।५ मातु-पिता के मान में , कैसे ये संवाद । हुई कहीं तो चूक है , जो ऐसी औलाद ।।६ मातु-पिता के प्रेम का , न करना दुरुपयोग । उनके आज प्रताप से , सफल तुम्हारे जोग ।।७ हृदयघात कैसे हुआ , पूछे जाकर कौन । सुत के तीखे बैन से, मातु-पिता है मौन ।।८ खाना सुत का अन्न है , रहना होगा मौन । सब माया से हैं बँधें , पूछे हमको कौन ।।९ टोका-टाकी कम करो , आओ अब तुम होश । वृद्ध और लाचार हम , अधर रखो खामोश ।।१० अधर तुम्हारे देखकर , कब से थे हम मौन । भय से कुछ बोले नही , पूछ न लो तुम कौन ।।११ थर-थर थर-थर काँपते , अधर हमारे आज । कहना चाहूँ आपसे , दिल का अपने राज ।।१२ मातु-पिता के मान का , रखना सदा ख्याल । तुम ही उनकी आस हो , तुम ही उनके लाल ।।१३ २५/०४/२०२४ - महेन्द्र सिंह प्रखर ©MAHENDRA SINGH PRAKHAR दोहा :- अनपढ़ ही वे ठीक थे , पढ़े लिखे बेकार । पड़कर माया जाल में , भूल गये व्यवहार ।।१ मातु-पिता में भय यही , हुआ आज उत्पन्न ।
nisha Kharatshinde
आज मी अन् तो (पाऊस) तो बरसतच होता मनसोक्त माझ्याशी गप्पा मारत.. मी ही बाल्कीनीतून हसत त्याला होते न्याहळत दिवसभर बोललो आम्ही सांज व्हायला लागली होती रात्रीही येणार का रे हो...गर्जना ऐकू येत होती कसे गेले वर्ष अखेर त्याने मला विचारले फक्त तुझीच प्रतिक्षा सोड...तूला खूप आठवले गंधाळल्या दाही दिशा आज मी ही मंत्रमुग्ध जाहले त्या चातकासारखीच मी ही आज खरी तृप्त झाले तो ही ऐकून हसू लागला वाट त्यानेही पाहिली होती अंधार सगळीकडे पसरला तितक्यात आईने हाक मारली होती ✍️(निशा खरात/शिंदे)काव्यनिश ©nisha Kharatshinde आज मी अन् तो(पाऊस)
Ashutosh Mishra
White आज तुम लिखो मैं पढूं,,,,आज तुम कहो मैं सुनु आज मैं तुम्हारे दिल की करूंगी,,,, क्योंकि मेरा दिल,,हां मेरा दिल खो गया इन पर्वतों पठारों और मैदानो में 🤗🤗🤗🤗🤗 अलफाज मेरे✍️🙏🙏 ©Ashutosh Mishra #mountain आज तुम लिखो,,,मैं पढ़ूंगी। #पर्वतीय #हिंदीपंक्तियाँ sana naaz AbhiJaunpur kashi... SEJAL Mili Saha
Rameshkumar Mehra Mehra
उसको छुना गुनाह है तो मेरी.... सजा ए मौत का इंतजाम कर दो..! यारों मेरे दिल की जिद है की...!! आज उसे सीने से लगना है मुझे... ©Rameshkumar Mehra Mehra # उसको छुना गुनाह है तो मेरी,सजा एक मौत का इंतजाम कर दो,यारों मेरे दिल की जिद है की,आज उसे सीने से लगना है मुझे......
Chetna Singh
जिसे सोचकर ही चेहरे पर मुस्कान आ जाए, बस वही प्रेम है. सुनो जिसे सोचकर ही..✍️✍️ ©Chetna Singh यत्र नारि आज की आवाज बिहार. जिसे सोचकर ही...✍️✍️
Ana
White फ़र्क हैं मेरी आंखों में तेरे चेहरो में राज़ दबे कईं गहरो में हैं यहीं सच भी और झूठ भी सब परख रखें इन पहरो में हैं उम्र नहीं आम ये आईं मुद्दतो बाद सिखा सब एकदम नहीं है वक्त लगा कहरो में जो जाते हो जाते वहीं के क्या जादू हैं इन शहरों में? राहगीर रहगुज़र राह ए दिल भी रुके हैं क्या कभी इन सहरो में ©Ana #SunSet #ट्रेंडिंग #love #anawrites #आज #Tu #rekhta