Find the Latest Status about दिसम्बर माह from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, दिसम्बर माह.
Kajalife....
मैं खुद से प्रेम करने पर, ज्यादा भरोसा करती थी/हूँ बजाए दूसरों से करने पर... मगर ..,.. तुम्हारे सामने मेरा मन, जाने क्यूँ हार गया..!! ©Kajalife.... दिसम्बर माह.... ❤ तुमसे मुलाकात... ❤❤ #Kajalife.... #06-12-2021
Divyanshu Pathak
आज हमारा सिर शर्म से झुक गया है! हमारी संवैधानिक एजेंसियां अपने यहां की जन समस्याओं, विशेषकर कानून व्यवस्था, बेरोजगारी, भ्रष्टाचार , बलात्कार आदि से कारगर ढंग से निपट नहीं पाई। यह भी कह सकते हैं कि नाकारा साबित हो गईं। पुलिस, न्यायपालिका, लोकायुक्त, राज्य मानव अधिकार आयोग जैसे भारी-भरकम स्तम्भ जाने-अनजाने कारणों से चरमराते जान पड़ रहे हैं। मेरा तो आजकल कुछ भी लिखने का मन ही नहीं कर रहा! अखबारों में पढ़कर या सोसल साइट्स ,या मीडिया में बलात्कार ही बलात्कार का हाहाकार मचा है । जैसे
Insprational Qoute
कोरोना वायरस पर निबंध प्रस्तावना:-कोरोना एक वायरस हैं जो कि covid-19 के नाम से जाना जाता है। 19 से अभिप्राय हैं कि यह विश्व मे दिसम्बर माह 2019 में आया था।विश्व स
चाँदनी
bench भरी जनवरी सीने को बर्फ ना कर सकी देखो दिसम्बर की हल्की बारिश मेरे अक्स तक के निशा मिटा दिए ©चाँदनी #दिसम्बर
Manmohan Dheer
दिसम्बर का ये मौसम तुम मेरे नाम लिख दो मेरे नौतपे पे शबनमी थोड़ी बारिश लिख दो . दिसम्बर
Rahul Saraswat
चलिये नई साल की आमद में, कसीदे़(बधाई) पढ़िए खत्म़ होने को, फिर इक बार, माह-ए-दिसम्बर है आया ख्वाहिश है बीते ये साल, बेमिसाल खुशहाली से जाते हुए सालों ने तो है, बस कैद ही करवाया .. दिसम्बर
Savita Suman
#दिसंबर ये जो गुजर रहा है वो गुजर जाएगा वक्त कब रुका है ये भी ना रुक पाएगा लायेगा फिर नया भोर जीवन का उम्मीद फिर कई वो दिखलाएगा पर जो ठहरा है दर्द सीने में मेरे बन कर नस्तर सा सीने में मेरे कोई कहदे कभी मुझे आकर क्या वो भी कभी गुजर पाएगा लोग कहते हैं लाता है खुशियां दिसंबर पर गया वक्त भी क्या वो फिर लायेगा सो गई है खुशी कहीं सर्द की रजाई में धूप नए वर्ष का क्या उसे जगाएगा फिर कोई सिहरते थरथराते देह पर मखमली गर्म एहसास कराएगा दूर सन्नाटों में गुम गया है आवाज जो क्या कोई फिर कानों में गुनगुनाएगा रह रह कर उठती है एक टीस जिगर में क्या मरहम कोई प्यार का फिर दे जाएगा कैसे कैसे समझाती है "सुमन" अपने दिल को क्या कोई इस दर्द को भी समझ पाएगा @सविता सुमन ©Savita Suman #दिसम्बर
सत्यम...S❤️S
एक रात काली थी वो दिसम्बर सी. मन में उठ रही थी हिलोरे बबंडर सी.. मिलन था शायद उस रात हमारा उससे. वो न आई,.और रह गयी ये इला खंडहर सी.. #दिसम्बर
मोहम्मद मुमताज़ हसन
दिसंबर का महीना रातें सर्द होती जा रही है दिन सिकुड़ रहे हैं नरम पड़ चुके हैं सूर्य के तेवर पहाड़ों को ढंक दिया है बर्फ ने सफेद चादर से सज गया है गर्म कपड़ों का बाजार ये दिसम्बर की दस्तक है आओ हम भी लुत्फ़ उठाएं ठंडी ठंडी सुबह का #दिसम्बर