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Ranbir Sahu.
White janwbslsbs snsn bananabsna ©Ranbir Sahu. मेरे जीवन की सबसे बड़ी कमाई, तू ही है माई...✨🤱🙏
मेरे जीवन की सबसे बड़ी कमाई, तू ही है माई...✨🤱🙏 #wishes
read moreRanbir Sahu.
bKakak blaalmanq bakana ©Ranbir Sahu. आपसे मिले संस्कारों को हम अपनी पहली सफलता मानते है..! माई ✨🤱🙏
आपसे मिले संस्कारों को हम अपनी पहली सफलता मानते है..! माई ✨🤱🙏 #wishes
read moreshamawritesBebaak_शमीम अख्तर
White चश्म मे अश्क दिल में हिकारत है, बस भी कर मुझे तुझसे शिकायत है... ऐ नुख्ता ची ..? शिक़वा बहुत है मुझे तेरी हरेक नुखता चीनी से.. बता मुझको ये इश्क़ है या इश्क़ की रिवायत है... #shamawritesBebaak ©shamawritesBebaak_शमीम अख्तर #SunSet #Nojoto चश्म मे अश्क दिल में*हिकारत है,बस भी कर मुझे तुझसे शिकायत है.... *हीनभावना ऐ *नुख्ता ची ..? शिक़वा बहुत है मुझे तेरी हरेक न
#SunSet चश्म मे अश्क दिल में*हिकारत है,बस भी कर मुझे तुझसे शिकायत है.... *हीनभावना ऐ *नुख्ता ची ..? शिक़वा बहुत है मुझे तेरी हरेक न #Live #writersofindia #nojotohindi #poetrycorner #shamawritesBebaak
read moreBharat Bhushan pathak
जय जय जय कात्यायिनी माई। कृपा करो माँ सदा सहाई।। हम सभी बालक हैं अज्ञानी। मार्ग दिखाओ माँ कल्याणी।। ©Bharat Bhushan pathak #navratri#माँ_कात्यायिनी जय जय जय कात्यायिनी माई। कृपा करो माँ सदा सहाई।। हम सभी बालक हैं अज्ञानी। मार्ग दिखाओ माँ कल्याणी।।
#navratri#माँ_कात्यायिनी जय जय जय कात्यायिनी माई। कृपा करो माँ सदा सहाई।। हम सभी बालक हैं अज्ञानी। मार्ग दिखाओ माँ कल्याणी।। #Poetry
read moreMAHENDRA SINGH PRAKHAR
विद्धुल्लेखा /शेषराज छन्द १ आँखें जो मैं खोलूँ । कान्हा-कान्हा बोलूँ ।। घेरे गोपी सारी । मैं कान्हा पे वारी ।। २ पावें कैसे मेवा । देवो के वो देवा बैठी सोचूँ द्वारे । प्राणों को मैं हारे ।। ३ राधा-राधा बोलूँ । मस्ती में मैं डोलूँ ।। माई देखो झोली । मीठी दे दो बोली ।। ०३/०४/२०२४ - महेन्द्र सिंह प्रखर ©MAHENDRA SINGH PRAKHAR विद्धुल्लेखा /शेषराज छन्द १ आँखें जो मैं खोलूँ । कान्हा-कान्हा बोलूँ ।। घेरे गोपी सारी । मैं कान्हा पे वारी ।। २ पावें कैसे मेवा ।
विद्धुल्लेखा /शेषराज छन्द १ आँखें जो मैं खोलूँ । कान्हा-कान्हा बोलूँ ।। घेरे गोपी सारी । मैं कान्हा पे वारी ।। २ पावें कैसे मेवा । #कविता
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