Find the Latest Status about हँसी हसाओ from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, हँसी हसाओ.
Shashi Bhushan Mishra
White बेशुमार खज़ाने हैं, कुदरत के नज़राने हैं, ये मुक़ाम भी पाने में, हमको लगे ज़माने हैं, बिला जरुरत के सारे, रिश्ते भी बेगाने हैं, ख़बरें सारी दुनिया की, ख़ुद से ही अनजाने हैं, हर कोई इस बस्ती का, कुदरत के दीवाने हैं, ढूढ़ोगे रब कहाँ-कहाँ, कितने और ठिकाने हैं, 'गुंजन' है पहचान यही, हंसी-खुशी पैमाने हैं, --शशि भूषण मिश्र 'गुंजन' प्रयागराज ©Shashi Bhushan Mishra #हँसी ख़ुशी पैमाने हैं#
Ranjitvikash
निशब्द
MAHENDRA SINGH PRAKHAR
ग़ज़ल :- वो रहते कहाँ हैं पता जानते हैं । कि उनकी सभी हम अदा जानते हैं ।।१ लगा जो अभी रोग दिल को हमारे ।। न मिलती है इसकी दवा जानते हैं ।।२ मनाएं उन्हें हम भला आज कैसे । जिन्हें आज अपना खुदा जानते हैं ।।३ मिटेगा नहीं ये कभी रोग दिल का । यहाँ लोग करना दगा जानते हैं ।।४ मुझे बस है उम्मीद अपने सनम से । कि देना वही इक दुआ जानते हैं ।। ५ न रहता मेरा दिल कभी दूर उनसे । मगर लोग सारे जुदा जानते हैं ।।६ ठहरती नहीं है नज़र उन पे कोई । तभी से उन्हें हम बला जानते हैं ।।७ नही प्यार तू उस तरह कर सकेगा । वो करना हमेशा जफ़ा जानते हैं ।।८ न पूछो प्रखर तुम हँसी वो है कितना । कहूँ सच तो सब अप्सरा जानते हैं ।।९ ३०/०४/२०२४ - महेन्द्र सिंह प्रखर ©MAHENDRA SINGH PRAKHAR ग़ज़ल :- वो रहते कहाँ हैं पता जानते हैं । कि उनकी सभी हम अदा जानते हैं ।।१ लगा जो अभी रोग दिल को हमारे ।। न मिलती है इसकी दवा जानते हैं ।।२ मन
Ashraf Fani【असर】
Village Life आरज़ूएँ बेतहासा और मजबूरियाँ बहुत हैं हज़ारों की भीड़ में भी तन्हाईयाँ बहुत हैं नकली हँसी है लब पर ग़मगिनियाँ बहुत हैं ख़ुशियों की धूप फीकी परछाईयाँ बहुत हैं ©Ashraf Fani【असर】 आरज़ूएँ बेतहासा और मजबूरियाँ बहुत हैं हज़ारों की भीड़ में भी तन्हाईयाँ बहुत हैं नकली हँसी है लब पर ग़मगिनियाँ बहुत हैं ख़ुशियों की धूप फीकी परछ
MAHENDRA SINGH PRAKHAR
लूट लिए हमको सजन., तेरे ये दो नैन । आता अब पल भर नहीं , सुनो जिया को चैन ।। देखो जब भी हम मिले , किए बात दो नैन । मन ये प्यासा रह गया , बीत गई फिर रैन ।। रूप मोहिनी देखकर , ठहर गये दो नैन । लब बेचारे मौन थे , कह न सके दो बैन ।। जिनकी सुन तारीफ में , निकल न पाये बैन । कजरारे वह नैन अब , लूट रहें हैं चैन ।। इतना तो अब ध्यान रख , भोर नही ये रैन । झूठ बोलते आप हैं , बोल रहे दो नैन ।। अमृत कलश पिला दिए , तेरे ये दो नैन । झूम-रहा हूँ देख लो , पीकर अब दिन रैन ।। लाकर होठों पर हँसी , पीर छुपाये कौन । दो नैना यह देखकर , रह न सकेंगे मौन ।। दो नैना जो चार हो, खिले अधर मुस्कान धीरे-धीरे हो गया , देख हृदय का दान ।। ०४/०४/२०२४ - महेन्द्र सिंह प्रखर ©MAHENDRA SINGH PRAKHAR लूट लिए हमको सजन., तेरे ये दो नैन । आता अब पल भर नहीं , सुनो जिया को चैन ।। देखो जब भी हम मिले , किए बात दो नैन । मन ये प्यासा रह गया ,
दीपा साहू "प्रकृति"
"हमेशा नए लगना" बारिश में भीगे कपड़े की तरह, निचोड़ कर हृदय , जब देखो दोनों हाथों के बीच, पानी की तरह दर्द निचोड़कर बाहर आना ! फिर धूप में सुखाए कपड़े की तरह, सूखा आना! और झूठी हँसी की इस्त्री कर, गम के सिलवटों को हटाकर, नई निशान के साथ,फिर से चल पड़ना। जहाँ लोगो को हमेशा नए से लगो। ©दीपा साहू "प्रकृति" #Prakhar_ #deepliner #love #Pain #intejar #poetry "हमेशा नए लगना" बारिश में भीगे कपड़े की तरह, निचोड़ कर हृदय , जब देखो दोनों हाथों के बीच,
Devesh Dixit
होली (दोहे) होली का यह पर्व है, जिस पर हमको मान। कहते हैं सज्जन सभी, ये अपनी पहचान।। मिल जुल कर हम सब रहें, देता है ये ज्ञान। बैर भाव छोड़ो सभी, कर सबका सम्मान।। हँसी खुशी सब खेलते, हैं रंगों के साथ। मिल जुल कर सब रंगते , ले रंगों में हाथ।। फागुन का यह मास है, रंगों का त्यौहार। दिल न दुखाना तुम कभी, है ये ही संस्कार।। मात पिता के छू चरण, बन जाओ तुम नेक। ईश ज्ञान देते यही, फिर मिलती है टेक।। बहुत बहुत शुभकामना, देते हैं हम आज। खुशी मनाओ झूम के, हो सुंदर सब काज।। .......................................................... देवेश दीक्षित ©Devesh Dixit #Holi #nojotohindi #nojotohindipoetry #होली होली (दोहे) होली का यह पर्व है, जिस पर हमको मान। कहते हैं सज्जन सभी, ये अपनी पहचान।। मिल जुल
Dil galti kr baitha h
ख़ुदा से क्या मांगू तेरे वास्ते, सदा ख़ुशियाँ हो तेरे रास्ते, हँसी तेरे चेहरे पे रहे इस तरह, खुश्बू फूलों का साथ निभाती है जिस तरह। ©Dil galti kr baitha h ख़ुदा से क्या मांगू तेरे वास्ते, सदा ख़ुशियाँ हो तेरे रास्ते, हँसी तेरे चेहरे पे रहे इस तरह, खुश्बू फूलों का साथ निभाती है जिस तरह।
Dil galti kr baitha h
ख़ुदा से क्या मांगू तेरे वास्ते, सदा ख़ुशियाँ हो तेरे रास्ते, हँसी तेरे चेहरे पे रहे इस तरह, खुश्बू फूलों का साथ निभाती है जिस तरह। ©Dil galti kr baitha h ख़ुदा से क्या मांगू तेरे वास्ते, सदा ख़ुशियाँ हो तेरे रास्ते, हँसी तेरे चेहरे पे रहे इस तरह, खुश्बू फूलों का साथ निभाती है जिस तरह।