Find the Latest Status about तालाबों from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, तालाबों.
Vickram
WATER please keep the ponds around you clean पानी और जिंदगी का सफर भी एक सा था,, पर पानी तो हमेशा ही काम आया जिंदगी के, कभी जिंदगी बना पानी तो कभी आंसू भी,, तेरे हर काम में अक्सर पानी ही काम आया,, ये शामिल रहा हमेशा खून और पसीने में,, तेरी जिंदगी की हर जरूरत में काम आया,, ये बहता ही रहा जिंदगी के लिए अक्सर,,, इंसान तो खुद के लिए भी कहां जी पाया,, water,, ©Vickram क्रिप्या अपने आस पास के तालाबों को साफ रखें
K.L. SONKAR
Rohan Roy
बूंदों को तालाब बनते देखा है। तालाबों को दरिया बनते देखा है। दरिया को समंदर बनते देखा है। समुद्र में लहरे उठते देखा है। तुम बूंदों की औकात पूछते हो। ये बूंदे ही तो लहरों का जरिया है। मैंने इन लहरों में, जर्रे-जर्रे को मिलते देखा है। ©Rohan Roy बूंदों को तालाब बनते देखा है। तालाबों को दरिया बनते देखा है | #RohanRoy | #dailymotivation | #inspirdaily | #motivation_for_life | #rohanro
ALOK Sharma
सुनामी तालाबों से नही समंदर से आती है । नदी कितनी भी बड़ी हो इसी में समाती है ।। ©ALOK Sharma...✍️ #सुनामी #तालाबों से नही #समंदर से आती है । #नदी कितनी भी बड़ी हो इसी में समाती है ।। #Ocean #Nojoto #nojotohindi #Sa
SILENTKNIGHT
जनाब अपना अपना नजरिया है न तो कस्तियाँ हमेशा समंदर में ही नही कभी कभी तो तालाबों में भी डूब जाया करती हैं।। Sksilent✒️✒️ ©🆂🅸🅻🅴🅽🆃_🅺🅽🅸🅶🅷🆃_ जनाब अपना अपना नजरिया है न तो कस्तियाँ हमेशा समंदर में ही नही कभी कभी तो तालाबों में भी डूब जाया करती हैं।। Sksilent✒️✒️
Anil Kumar
तैरने का है शौक तो समंदर में तैरो, नदी, तालाबों में क्या रखा है, मोहब्बत करनी है तो वतन से करो, बेवफाओं में क्या रखा है। गणतंत्र दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं! ©Anil Kumar तैरने का है शौक तो समंदर में तैरो, नदी, तालाबों में क्या रखा है, मोहब्बत करनी है तो वतन से करो, बेवफाओं में क्या रखा है।
Voice of StrAnger
عجیب لوگ ہیں کہ اپنا اِنتشارِ زہن مِٹانے کی خاطر پرُ سکون تالابوں میں کنکر مارتے ہیں ©StrAnger Ajeeb log hain k apna intshar e zehan mitany ki khatir pur-sakoon talaboon me kankar marty hen... अजीब लोग हैं जो अपने दिमाग को साफ करने के
अम्बुज बाजपेई"शिवम्"
पहले बादलों से, फिर कुओं से, फिर तालाबों झीलों और नदियों से, सागर से और अंत में आंखों से। इस तरह धीरे-धीरे सम्पूर्ण पृथ्वी का जल सूख जाएगा और रह जाएगी सिर्फ़ मानव की अतृप्त,अपूर्ण एवं अंतहीन प्यास....... पहले बादलों से, फिर कुओं से, फिर तालाबों झीलों और नदियों से, सागर से और अंत में आंखों से। इस तरह धीरे-धीरे सम्पूर्ण पृथ्वी का जल सूख जाएग
PrAshant Kumar
पेड़ों को उनकी हवा वापस मिल गयी . परिंदों को उनका आसमां वापस मिल गया ज़मीन को उसकी सफाई वापस मिल गई नदी , तालाबों और समुद्र को उनकी निर्मलता भटकते जानवरों को किसी गाड़ी , किसी पत्थर , किसी शोर से अब खतरा नहीं । क्या क्या , किस किस से छीन लिया था हमने पेड़ों को उनकी हवा वापस मिल गयी . परिंदों को उनका आसमां वापस मिल गया ज़मीन को उसकी सफाई वापस मिल गई नदी , तालाबों और समुद्र को उनकी निर्मलता