New कली कचनार की फूल बना देगा Quotes, Status, Photo, Video

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Stories related to कली कचनार की फूल बना देगा

संजय जालिम " आज़मगढी"

# सफल इंसान बना लेंगे#

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White हम अपनी कमजोरियों को अपना हथियार बना लेंगे
हम धैर्य, लगन, हौसले,से कामयाबी पाके ज़माने को दिखा देंगे 
चाहे लाख कांटे बीछे हो, जीवन की राहों में ख़ुद को  " सफल " नेक " इंसान बना लेंगे

©संजय जालिम " आज़मगढी" # सफल इंसान बना लेंगे#

anokha shayar

#love_shayari घर बना कर शायरी लव

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White घर 🏩 बना कर मेरे ❤ दिल में वो 👩 चली गई है,

ना खुद 👩 रहती है ना 💃 किसी और को बसने देती है.. 💔

©anokha shayar #love_shayari घर बना कर  शायरी लव

Praveen Jain "पल्लव"

#GoodMorning आहे जमाने की लेकर फल फूल रहा था

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White पल्लव की डायरी
आहे जमाने की लेकर
फलफूल रहा था
मुठ्ठी में दुनियाँ को लेकर
छल बल से डॉलर हड़प रहा था
आग लगाकर देशों में 
मानवता कलंकित कर रहा था
बीमारियो का नाम देकर 
दवाओं का पेटेंट ले रहा था
लाशो पर कारोबार करके
इराक ईरान यूक्रेन को बर्बाद कर रहा था
आज आका की सारी कूटनीति धरी रह गयी है
जब खुद झुलसे आग में,
मंजर उसके शहर में ही प्रकृति द्वारा
 नाकासाकी का दोहराया जा रहा है
बर्बादी देखकर धरे है हाथों पर हाथ
टेक्नोलॉजी का भूत उतरा जा रहा है
                                             प्रवीण जैन पल्लव

©Praveen Jain "पल्लव" #GoodMorning आहे जमाने की लेकर फल फूल रहा था

Praveen Jain "पल्लव"

#sad_quotes आहे जमाने की लेकर फल फूल रहा था

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White पल्लव की डायरी
आहे जमाने की लेकर
फलफूल रहा था
मुठ्ठी में दुनियाँ को लेकर
छल बल से डॉलर हड़प रहा था
आग लगाकर देशों में 
मानवता कलंकित कर रहा था
बीमारियो का नाम देकर 
दवाओं का पेटेंट ले रहा था
लाशो पर कारोबार करके
इराक ईरान यूक्रेन को बर्बाद कर रहा था
आज आका की सारी कूटनीति धरी रह गयी है
जब खुद झुलसे आग में,
मंजर उसके शहर में ही प्रकृति द्वारा
 नाकासाकी का दोहराया जा रहा है
बर्बादी देखकर धरे है हाथों पर हाथ
टेक्नोलॉजी का भूत उतरा जा रहा है
                                             प्रवीण जैन पल्लव

©Praveen Jain "पल्लव" #sad_quotes आहे जमाने की लेकर फल फूल रहा था

नवनीत ठाकुर

#नवनीत हर ग़म को अपनी ताक़त बना, हर ठोकर को अपनी इबादत बना। जो डिगे न कभी, वो इरादा बना, और अपनी तक़दीर का फ़लसफ़ा बना। तेरे ख्वाब तेरे हौ

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green-leaves हर ग़म को अपनी ताक़त बना,
हर ठोकर को अपनी इबादत बना।
जो डिगे न कभी, वो इरादा बना,
और अपनी तक़दीर का फ़लसफ़ा बना।

तेरे ख्वाब तेरे हौसले की दुआ हैं,
तेरी मेहनत ही तेरी सबसे बड़ी वफ़ा है।
ख़ुदा भी देगा तुझे ताज-ए-क़ामयाबी,
बस चलते रहना, यही रास्ता सच्चा है।

©नवनीत ठाकुर #नवनीत 
हर ग़म को अपनी ताक़त बना,
हर ठोकर को अपनी इबादत बना।
जो डिगे न कभी, वो इरादा बना,
और अपनी तक़दीर का फ़लसफ़ा बना।

तेरे ख्वाब तेरे हौ

Mohan Sardarshahari

चाहत के फूल

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यह दिल और इसमें चाहत के फूल 
भेजे जो तुमने सुबह करते हुए भूल
किया है उन्होंने असर कुछ इस तरह
जैसे जख्मों पर लग गई हो दवा माकूल।।

©Mohan Sardarshahari चाहत के फूल

Ghumnam Gautam

White हमारे ख़्वाबों में एक चेहरा चमक रहा है गई सदी से
उसी ने ज़िंदा हमें रखा है कि हम तो ऊबे थे ज़िंदगी से

"तुम्हारे होठों के रस से बढ़कर नहीं कहीं कुछ जहान में है"
भ्रमर ने शायद यही कहा था प्रथम मिलन में नई कली से

©Ghumnam Gautam #love_shayari 
#ख़्वाब 
#ghumnamgautam 
#कली

नवनीत ठाकुर

#नवनीतठाकुर जो छू न सका हवा को, कोई क़ामिल ख्वाब, वो दिल की वीरानियों में रौनक़ क्या देगा? जो दर्द में डूबा न हो कभी गहरे, वो मेरी हसरतों

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White जो छू न सका हवा को, कोई क़ामिल ख्वाब,
वो दिल की वीरानियों में रौनक़ क्या देगा?

जो दर्द में डूबा न हो कभी गहरे,
वो मेरी हसरतों को राहत क्या देगा?

जो खुद को न पा सका कभी सच्चाई से,
वो किसी और की तलाश को प्यास क्या देगा?

जो रातों को जागकर कभी सच्चाई से नहीं हुआ रूबरू,
वो उजालों में ख्वाब को रोशनी क्या देगा?

जो खुद में रुकावट नहीं मिटा सका, कभी,
वो किसी और की मंज़िलों में दरवाज़ा क्या देगा?

जो खुद को समझ नहीं सका, कभी खुल कर,
वो औरों को ख्वाब क्या देगा?

©नवनीत ठाकुर #नवनीतठाकुर 
जो छू न सका हवा को, कोई क़ामिल ख्वाब,
वो दिल की वीरानियों में रौनक़ क्या देगा?

जो दर्द में डूबा न हो कभी गहरे,
वो मेरी हसरतों

chander mukhi

#फूल

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काँटे भी जरुरी हैं साहब 
फूलों की हिफाजत के लिए

©chander mukhi #फूल

PRIYA SINHA

❤"मुहब्बत के फूल"🌹

मुहब्बत के फूल अक्सर , 
मुरझा जाया करते हैं -

लफ्ज़ों की बेरूखी से ;
लहजों की अनदेखी से ! 

मुहब्बत के फूल अक्सर , 
मुरझा जाया करते हैं -

बेवजह के अहम से ;
क्रोध और वहम से  ! 

मुहब्बत के फूल अक्सर , 
मुरझा जाया करते हैं -

कभी चुप्पी , लड़ाई से ;
कभी झूठ , बेवफाई से ! 

मुहब्बत के फूल अक्सर , 
मुरझा जाया करते हैं -

किसी तीसरे के प्रवेश से ;
व्यर्थ के कलह क्लेश से  ! 

प्रिया सिन्हा
𝟐𝟗. नवंबर 𝟐𝟎𝟐𝟒.
(शुक्रवार)

©PRIYA SINHA #मुहब्बत #के #फूल
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