Nojoto: Largest Storytelling Platform

New शायरी की डायरी 2019 Quotes, Status, Photo, Video

Find the Latest Status about शायरी की डायरी 2019 from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, शायरी की डायरी 2019.

    LatestPopularVideo

Sarvesh kumar kashyap

🔥🍁 डायरी की शायरी 👥💐 #New #viral #status #Trending #Sarveshkashyap

read more

Sarvesh kumar kashyap

🍁🤔डायरी की शायरी 👥🔥 #viral #shayri #Trending #status #merikalammerevichar

read more

Sanjeev kumar

#Dosti शायरी की डायरी with Sanjeev Kumar

read more

Arjit

शायरों की शायरी #Shayari

read more

Arjit

शायरों की शायरी #Shayari

read more

Meena Singh Meen

mountain शायरी meenwrites प्रशांत की डायरी vineetapanchal Ravi vibhute ARTIST VIP MISHRA ABRAR

read more

Arjit

शायरों की शायरी #Shayari

read more

Sandeep Sagar

#Moon सागर की डायरी से #शायरी

read more
White आधा चांद आधा सूरज 
आधा मैं बंजारों सा 
आधी आधी दुनिया फिर भी 
पूरी तुम इन तारों सा।।

©Sandeep Sagar #Moon सागर की डायरी से

Sandeep Sagar

#Road सागर की डायरी से #शायरी

read more
White गिरे आँखों से आँसू तो लगे बहने लगी नदियाँ 
कि जैसे बिन तुम्हारे कट गयी मेरी पूरी सदियाँ 
वो मेरी भूल थी जो तुमको मैंने प्यार था समझा
नहीं तो यूँ गुजर जाती थी एक तूफ़ाँ भरी रतियाँ।

मुझे अब ख़्वाब भी वो लगने लगे है यूँ परायों से 
की जैसे तितलियाँ उड़ने लगी है इन सरायों से 
तुम्हे मैं दूँ बना एक आदमी वो भी मुन्तशिर सा
मगर ना दूँ तुम्हें वो दिल जो तुम भरते थे किरायों से।

मुझे अब एक नदी सी घाट घाट दरिया में जानी है 
पहाड़ों,पेड़ पर जाना खुद ही पंछी सी ठानी है 
वो एक पर्वत के पीछे एक बड़ी सी शांत घाटी है 
वही जीना वही मरना यही बस जिंदगानी है।।

©Sandeep Sagar #Road सागर की डायरी से

Sandeep Sagar

सागर की डायरी से #कविता

read more
Night sms quotes messages in hindi  नींद पकड़ के बैठा हूँ मैं,इन काली सी रातों में 
जाने क्यों एक टीस उठा है,ख्वाबों वाली बातों में 
ये ख़्वाब ख़्वाब ही होते है,ना होते है ये संजीदा 
फिर क्यूँ मेरी आँखें हुई लाल,इन ख़्वाबो की मुलाकातों में।।
क्या मैं तुमको ढूँढ रहा था,या मैं खुद की परछाई 
या फिर खुद की देख हकीक़त आँख बंद से खुल आई 
मैंने बस एक डर देखा था,डर भी वो नादान सा था 
जाग के भागा था जिस डर से,फिर वही डर आँखों में आई।।

©Sandeep Sagar सागर की डायरी से
loader
Home
Explore
Events
Notification
Profile