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Stories related to बिकती है ना ख़ुशी कहीं

RUPESH Kr SINHA

सच है ना ये

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Revashankar Nathani

न कहीं की खुशी बिकती है ना कही गम

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White बिकती है ना कहीं खुशी ना कहीं गम बिकता है
लोग गलत फेमी में है कि शायद कहीं महरम बिकता है
इन्सान उम्मीदों से बंधा हुआ एक जिदी परिंदा है
वो उम्मीदों से ही धायल है और उम्मीदों  पर ही जिंदा है

©Revashankar Nathani न कहीं की खुशी बिकती है ना कही गम

Anuj Ray

# ख़ुशी का रूप"

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White खुशी का रूप"

जैसे ही खुशी की बात बताई अवनि ने 
जाके अंबर से की, बनने वाले हो तुम पिता,

उठा के गोद में अवनी को मारे ख़ुशी के 
पागलों की तरह नाचने लगा, डम डम डिगा डिगा।

ऐसा ख़ुशी का रूप देखने वालों से रहा न 
गया, हर कोई जोर-जोर से खिलखिला के हंस पड़ा।

©Anuj Ray # ख़ुशी का रूप"

Adv. Rakesh Kumar Soni (अज्ञात)

#है ना साहिब

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White हर दिल में छुपा कोई राज़ है न साहिब 
सबके जीने का अपना अंदाज है न साहिब..!

हुकूमतें आई हैं तो जायेंगी भी एक दिन 
किसके सर रहा हर वक़्त ताज है न साहिब..!

अच्छा बुरा वक़्त नहीं इंसान हुआ करते हैं 
वही तो कल था वही तो आज है न साहिब..!

बदल जाना कोई बुरी बात भी तो नहीं 
सुबह आफ़ताब रात में महताब है न साहिब..!

एक की ख़ुशी दूसरे का ग़म ही तो कहा जाये 
एक को माने तो दूजा नाराज है न साहिब..!

इतनी बड़ी ज़िंदगी कहीं तो फिसला होगा 
इंसानी दामन में कहीं तो दाग़ है न साहिब..!

बदलेगी दुनिया और भी जाने क्या होगा 
किसे फ़िक्र कि अभी तो आगाज है न साहिब..!

ग़ुमाँ किस किस का किया जाये हैरत बड़ी है 
जब ज़िंदगी ही अपनी दगाबाज है न साहिब..!

©अज्ञात #है ना साहिब

RAVI PRAKASH

#sad_quotes कमाल है ना....

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White कमाल है ना....

" आंखे तालाब नहीं फिर भी भर आती है, दिल कांच नहीं फिर भी टूट जाता है, और इंसान मौसम नहीं फिर भी बदल जाता है ....

©RAVI PRAKASH #sad_quotes कमाल है ना....

Anant Nag Chandan

उठा तो लूंगा मैं सूरज को भी अपने इन हाथों से मगर डर है रोशनी से कहीं लोग जल ना जाएं। –अनंत

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उठा तो लूंगा मैं सूरज को भी अपने इन हाथों से
मगर डर है रोशनी से कहीं लोग जल ना जाएं।
–अनंत

©Anant Nag Chandan उठा तो लूंगा मैं सूरज को भी अपने इन हाथों से
मगर डर है रोशनी से कहीं लोग जल ना जाएं।
–अनंत
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