Nojoto: Largest Storytelling Platform

Best बिक Shayari, Status, Quotes, Stories

Find the Best बिक Shayari, Status, Quotes from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos aboutबिकती है नोटों पर, बिकती है ना ख़ुशी कहीं, बिकती है हर कहानी, बिकरू कांड क्या है, बिकोलाई क्या बीमारी है,

  • 74 Followers
  • 258 Stories

Raman Khaitan

#sad_quotes attitude shayari

read more
White #_HUMARA Style  #और #_ATTITUDE  ही कुछ
#अलग #HAI 🤑 बराबरी 👊 करने #जाओगे तो #बिक जाओगे…

©Raman Khaitan #sad_quotes  attitude shayari

Prerna Singh

वह मेरे दोस्त खरीदने चले हैं, अरे बावले वह दोस्त मेरे नहीं हैं जो बिक गए ... #शर्मिंदा करना नहीं चाहती पर तुम्हें जानना भी तो जरूरी हैं, मेरे दोस्त को खरीदना चाहते भी तो नहीं खरीद पाते इतनी हैसियत ही कहां तुम्हारी हैं

read more
Men walking on dark street वह मेरे दोस्त खरीदने चले हैं,
 अरे बावले 
वह दोस्त मेरे नहीं हैं जो बिक गए ... 
शर्मिंदा करना नहीं चाहती
 पर तुम्हें जानना भी तो जरूरी हैं, 
मेरे दोस्त को
 खरीदना चाहते भी तो नहीं खरीद पाते
 इतनी हैसियत ही कहां तुम्हारी हैं 
जो बिक गए
 दरअसल वो हिस्सेदार थे...

©Prerna Singh वह मेरे दोस्त खरीदने चले हैं,
 अरे बावले 
वह दोस्त मेरे नहीं हैं जो बिक गए ... 
#शर्मिंदा करना नहीं चाहती
 पर तुम्हें जानना भी तो जरूरी हैं, 
मेरे दोस्त को
 खरीदना चाहते भी तो नहीं खरीद पाते
 इतनी हैसियत ही कहां तुम्हारी हैं

पूर्वार्थ

#WritersSpecial #बिक रहा है हवा पानी

read more
जो बिक रहा है हवा पानी तो हैरान क्यों हो ?
ये तो होना ही था , इतना परेशान क्यों हो ?

इस विकासवाद की यात्रा में शामिल तो तुम भी थे
कंकरीट के जंगल बनाने में दो हाथ तो तुम्हारे भी थे
अब जो समय ने ली है करवट तो घबराये से क्यों हो ?
खुद की बनाई दुनिया में घुटे घुटे से क्यों हो ?
अब जो बिक रहा है हवा पानी तो इतना हैरान क्यों हो ?
ये तो होना ही था , इतना परेशान क्यों हो ?

शहरों की झिलमिलाती झूठी चकाचौंध से ,आकर्षित तो तुम भी थे
बरगद की छांव छोड़ बड़ी बड़ी इमारतों में रहने को , मचले तो तुम भी थे
अब जो शहर ने दुत्कारा है तो मुरझाये से क्यों हो ?
अपने पसंदीदा शहर से भागे - भागे से क्यों हो ?
अब जो बिक रहा है हवा पानी तो इतना हैरान क्यों हो ?
ये तो होना ही था , इतना परेशान क्यों हो ?

बड़े मकान कुछ लाख करोड़ पैसों पर, इतराते तो तुम भी थे
सत्ता के गलियारे में पहचान होने पर , इठलाते तो तुम भी थे
अब जो भरे पड़े है शफ़ाखाना तो हड़बड़ाए से क्यों हो ?
पैसा , पहचान ,सब मिट्टी हो जाने पर बौखलाए से क्यों हो ?
अब जो बिक रहा है हवा पानी तो इतना हैरान क्यों हो ?
ये तो होना ही था , इतना परेशान क्यों हो ?

©purvarth #WritersSpecial 
#बिक रहा है हवा पानी

Saurav Das

हर एक शख्स वक्त के हाथों बीक जाता है 

जिम्मेदारीयाँ सर पर हो तो,

sacrifice करना सिख जाता है!

©Saurav Das #sacrifice 
#बिक 
#Happy_holi

fouji "Hindustani"

#Stars&Me

read more
#बिक 🤔 गया  मेरा 🤗💕 सारा  #गुरूर 
 एक 💓 #उनकी  चाहत 💝 #खरीदने  में
sarkaar...👸 #Stars&Me

Sunder

दिलों में हलचल सी रहती हैं दिमाग में तूफान चलता है चेहरे पर बनावटी मुखोटे हैं किरदार तो सबके खोटे है बातों में चालाकी क्या किसी को पहचाने हर रिश्ते में स्वार्थ है या ना कोई अपना सब गैर है।

read more
दिलों में हलचल सी रहती हैं
दिमाग में तूफान चलता है
चेहरे पर बनावटी मुखोटे हैं
किरदार तो सबके खोटे है
बातों में चालाकी
क्या किसी को पहचाने
हर रिश्ते में स्वार्थ है
या ना कोई अपना सब गैर है।

Ashraf Fani

बिक रही कम्पनियां 
बिक रहे कारखाने हैं
सरकार दिवालिया सी है
नेता फोटो खिंचवाने में हैं
हर नया खेल फुस्स हुआ जाता है
देखिये नये मौसम में नया खेल क्या आता है #आर्थिकमंदी

गौरव गोरखपुरी

कैसे #nojotohindi

read more
इश्क़ की अर्जियां डाल दी ,तुम्हारे दिल में 
मैंने आंखो से लिख - लिख कर के

बसा लो दिल में मुझे अब तुम
मुस्कुराओ मुझे देख - देख कर के

कभी जुल्फें सवारो ,कभी पल्लू सम्हालो
गिराओ बिजलियां एक - एक कर के

कर दो इशारे - कुछ आंखो से , कुछ ओंठो से
तो लगे , मारती हो - फ्लाइंग किस फेंक - फेंक कर के

गिर गई है मेरी कीमत , मोहब्बत के बाजारों में
तुम्हारी एक अदा पर , कई दफा बिक - बिक के

आती है कशिश ऐसी , बताओ कैसे आवाज़ों में
आती हो कहां से , बताओ ये सब सीख - सिख कर के
#poeticPandey #GAURAVpandeyPoet कैसे #nojotohindi

Dr Imran Shah (SEXOLOGYST)

okat

read more
हमे ख़रीदले ऐसी किसी की औकात नही 
ओर हम बिक जाए ऐसा हमारा ईमान नही 


तुम karun का खजाना भी खोल दोगे तब भी  Imran को नही खरीद पाओगे
बिकना होता तो कभी से बिक गए होते बहुत महंगी बोली लगाने वाले लोग थे दुनिया मे 
हमारे ताल्लुक़ात उधर बहुत ज्यादा थे ।

imran.... okat

Rustam Ali

read more
बिक जाते है आशिक सारे
नये हो,  या हो पुराने
ये इश्क़ का बाजार है
इसमें बिक गए कई जमाने
loader
Home
Explore
Events
Notification
Profile