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कवि विजय उपाध्याय
a-person-standing-on-a-beach-at-sunset प्रयागराज प्रथम यज्ञ का आगाज है प्रयाग.. सास्कृतिक धरोहर को सजोया है प्रयाग..! तपोभूमि की संगमस्थली हैं प्रयाग.. सभी तीर्थों मे तीर्थराज है प्रयाग..!! ऋषि भरद्वाज का आश्रम हैं प्रयाग.. साधू सन्तों की कर्मभूमि है प्रयाग..! नागा साधुओं की रक्त रंजित भूमि हैं प्रयाग.. चन्द्रशेखर आजाद की शहीद स्थली है प्रयाग..!! ©कवि विजय उपाध्याय #SunSet #कविता #हिंदी
SunSet कविता हिंदी
read morejakhmi shayar
true life 🧬🧬🧬🧬🧬 ©jakhmi shayar # मोटिवेशनल कविता इन हिंदी
# मोटिवेशनल कविता इन हिंदी
read moreManoj
a-person-standing-on-a-beach-at-sunset बात बस नजरिए की है, काफी अकेला हु या, अकेला काफी हूं।। . ©Manoj #SunSet आधुनिक कवयित्री pragati SEJU Savitri Parveen Kumar 'हिंदी कोट्स'
#SunSet आधुनिक कवयित्री pragati SEJU Savitri Parveen Kumar 'हिंदी कोट्स'
read moreLalit Saxena
Unsplash वो आंखें ...... जिन्हें मैं ढूंढता हर रोज़ वो मेरी अपनी ही थी वो तो मुझे तब पता चला जब मैंने उन आंखों को उसकी आंखों में देखा!!!! ऐसा लगा जैसे मेरी ही नजरें तलाश कर रही हो खुद की और पता पूछ रही हो उसकी आंखों से झांक कर कैसे यकीं करूं ........ इन फरेबी नजरों का जो मेरी है.....पर झांक रही है तेरी उन आंखों से और सच तो यह है दोनो ही तलाश कर रहे खुद को एक दूसरे में वो......... मुझमें , मैं .......उसमे!!!!!! ©Lalit Saxena हिंदी कविता
हिंदी कविता
read moreLalit Saxena
Unsplash गुम हो गए लफ्ज़ मेरे शोर शराबे की धुंध में है शांत ख्याल.... यूं ही पड़े है किसी कोने में चहलकदमी बहुत है अल्फाजों के गलियारों में सुन्न थे जो जज्बात कल तलक बोल उठे वो भी महफिलों में शोर हुआ उस नाजुक सी नज़्म पर ये मोहब्बत ये इश्क तो दर्द है बस अक्सर इंसान बिखरा है टूटा है इनसे लिपट कर। फिर वही सन्नाटा .........सर्द अंधेरे और फिर गुम हुए लफ्ज़ "ललित" शोर शराबे की धुंध में!!!! शोर शराबे की धुंध में........!!!!!! ©Lalit Saxena #leafbook हिंदी कविता
#leafbook हिंदी कविता
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