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Naresh sirohi
White कितनी कोशिशों के बाद किसी ने आत्महत्या की होगी, हजारों मौतो के बाद किसी ने एक आत्महत्या की होगी। ©Naresh sirohi खेल जीवन का
खेल जीवन का
read moreKavi Himanshu Pandey
दर्द से जो खेल गया कायदे से, ज़िंदगी के खेल में, मौत भी पनाह माँगती है उससे, अपने अंतिम मेल में! ....... Er. Himanshu Pandey ©Kavi Himanshu Pandey खेल... #beingoriginal #NojotoHindi
खेल... #beingoriginal Hindi
read morevksrivastav
White खेल time pass के लिए खेलो जीतने के लिए नही लेकिन ज़िंदगी के खेल में हारे तो सब हार जाओगे ©vksrivastav खेल time pass के लिए खेलो #Quotes #Poetry #Love #Life #vksrivastav
खेल time pass के लिए खेलो Quotes Poetry Love Life vksrivastav
read moreBr.Raj Gaurav
White बचपन एक बचपन था बहुत शानदार बचपन कुछ बाध्यताओं के साथ वाला रंगीन बचपन! अनेक रंग थे जो जिंदगी रौशन किये रहते थे! उस बचपन का एक मौसम था ठंड का मौसम! तब इतनी सुख सुविधाएं नहीं थी! न बिजली न फोन न इतनी महत्वाकांक्षाएं हम और हमारा बचपन बहुत खुश था! किसी अलाव के चारों तरफ बैठ के किसी बुजुर्ग की शीत बसंत और राजा रानी की कहानी सुन के! कभी कभी तो कहानियां इतनी गंभीर होती थी कि हम रो देते थे! और अब हक़ीक़त पर भी रोने का समय नही है! ख़ैर ....... ज़िंदगी की इस रफ़्तार में अब ना वो ठंड है ना वो अलाव है और न ही वो बुज़ुर्ग! अब सिवाय अफ़सोस के इस जवानी में कुछ बचा नहीं है! बचपन की सुबह रोज़ तैयार होकर जल्दी स्कूल पहुंचने के लिए जिन रास्तों पर दौड़ लगाते थे! आज वो रास्ते तरस गए होंगे हमारे पैरों की थपक सुनने को जैसे अब हम तरस रहे हैं उन रास्तों पर पैदल चलने को! वो आम की डाली जिस पर ओला पाती खेल के हमने उसे जमीन से सटा दिया था! बरसों से वो झुकी हुई डाली एकटक गांव की तरफ़ देख रही है! उसकी आस को पता ही नही है कि आज का बचपन मोबाइल की स्क्रीन में डूब के असमय मर चुका है! और कल जो बचपन उसका साथी था वो कंधे पर बस्ता लटका के स्कूल की तरफ ऐसा दौड़ा कि फ़िर कभी वापस ही नही आया! वो बचपन अब जवान हो चुका है! उस बचपन के पास अब हफ़्ते के दिन और महीनों के मौसम को समझने का समय नही है! जो बचपन सौमनस्य से भरा था उस बचपन की जवानी अब वैमनस्य की शिकार है! ये सब आधी रात को लिखते हुए! सुदर्शन फ़ाक़ीर की एक ग़ज़ल याद आ रही है! ना मोहब्बत न दोस्ती के लिए वक्त रुकता नहीं किसी के लिए वक्त के साथ साथ चलता रहे यही बेहतर है आदमी के लिए वक्त रुकता नही किसी के लिए अलविदा बचपन! ©Br.Raj Gaurav #Thinking बचपन
#Thinking बचपन
read moreDiya
🥰🥰🥰🥰🥰🥰🥰🥰🥰🥰 ©Diya #मासूम #नजर #बचपन#बचपन #diyakikalamse
#मासूम #नजर #बचपन#बचपन #Diyakikalamse
read moreParasram Arora
Unsplash जिंदगी के साथ खेल तो तुमहे खेलना ही पढ़ेगा अब रोकर खेलो या हँस कर खेलो खेल तो तुम्हे हर हाल खेलना ही पढ़ेगा ©Parasram Arora खेल
खेल
read moreManzoor Alam Dehalvi
जिंदगी के खेल भी बड़े अजीब हैं, हर गए तो कप्तान का, जीत गए तो आवाम का। , ©Manzoor Alam Dehalvi #खेल