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नवनीत ठाकुर
तुमने कभी याद न किया, हम भी क्या करते, लेकिन तुम्हारी यादों ने हमें तार तार कर दिया। तुमसे दूर होकर भी जिन्दा थे जैसे हम, लेकिन तेरी यादों ने हमें टूट कर जीने पर मजबूर कर दिया। ©नवनीत ठाकुर #नवनीतठाकुर तुमने कभी याद न किया, हम भी क्या करते, लेकिन तुम्हारी यादों ने हमें तार तार करदिया। तुमसे दूर होकर भी जिन्दा थे जैसे हम, लेकिन
#नवनीतठाकुर तुमने कभी याद न किया, हम भी क्या करते, लेकिन तुम्हारी यादों ने हमें तार तार करदिया। तुमसे दूर होकर भी जिन्दा थे जैसे हम, लेकिन
read moreनवनीत ठाकुर
Unsplash तू बारिशों में भी नहीं रुक सका कभी, क्या ख़ामोशी को आवाज़ देगा। तू देख न पाया किसी के आँसुओं को कभी, क्या किसी मुस्कान को सुकून देगा। कितनी दफ़ा टूट कर बिखरे हैं अरमान, ख़ुद तो संभल न सका, तू किसे क्या देगा। तू साया भी तो न बन सका किसी का ' नवनीत ', क्या और दिल को आराम देगा। ©नवनीत ठाकुर #नवनीतठाकुर तू बारिशों में भी नहीं रुक सका कभी, क्या ख़ामोशी को आवाज़ देगा। तू देख न पाया किसी के आँसुओं को कभी, क्या किसी मुस्कान को सुक
#नवनीतठाकुर तू बारिशों में भी नहीं रुक सका कभी, क्या ख़ामोशी को आवाज़ देगा। तू देख न पाया किसी के आँसुओं को कभी, क्या किसी मुस्कान को सुक
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White अंधेरों में उजाले का खिलना, दर्द के बाद राहत की उम्मीद का होना ज़रूरी। कभी टूट कर गिरना, फिर उठकर चलना, ज़िंदगी के इस सफर में संभलना ज़रूरी। मंज़िल तक पहुँचने के लिए रास्ते हों या कांटे, हर फिज़ा में संघर्ष का होना ज़रूरी। हर असफलता से कुछ सीखा है, सच्चाई यही, अच्छे दिन आने तक मेहनत का होना ज़रूरी। ©नवनीत ठाकुर #नवनीतठाकुर अंधेरों में उजाले का खिलना, दर्द के बाद राहत की उम्मीद का होना ज़रूरी। कभी टूट कर गिरना, फिर उठकर चलना, ज़िंदगी के इस सफर मे
#नवनीतठाकुर अंधेरों में उजाले का खिलना, दर्द के बाद राहत की उम्मीद का होना ज़रूरी। कभी टूट कर गिरना, फिर उठकर चलना, ज़िंदगी के इस सफर मे
read morePraveen Jain "पल्लव"
White पल्लव की डायरी मिथक टूट रहे है सियासतों के लोकतंत्र खतरे में है मूल्यांकन कैसे हो सरकारों का जब सब संस्थाये दहशत में है घण्टी कौन बाँधे नेताओ के कार्यप्रणाली इनकी डकैतों और गुंडों जैसी है आंदोलनों से कोई सत्ता नही हिलती मीडिया और पत्रकार उसके चरनबन्दन में है न्यायालय को भी सुध नही है अब बुलडोजरों की दहशत है विपक्ष की कमर तोड़ दी, संवाद और आवाज उठा नही पाता है समस्याओं से जनता घिरी है पतन की ओर देश जाता है प्रवीण जैन पल्लव ©Praveen Jain "पल्लव" #GoodMorning मिथक टूट रहे सियासतों के #nojotohindi
#GoodMorning मिथक टूट रहे सियासतों के #nojotohindi
read moreArjun Rawat पार्थ
#आईने की तरह टूट कर, puja udeshi Sethi Ji लेख श्रृंखला Dr. uvsays Kshitija
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