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Adv. Rakesh Kumar Soni (अज्ञात)
White नारी.. एक अभिव्यक्ति.. 🧖♂️जब अपने चरणों के स्पर्श से अमंगल को भी मंगल कर जाते हो.. तब तुम ही मंगलाचरण बन जाते हो.. 🧖♂️जब अपने रूप सौंदर्य के गर्व से मुक्त, सहज सरल हो जाते हो . तब तुम ही तो इस सृष्टि की सुंदरता का आधार कहलाते हो... 🧖♂️जब अपने समक्ष आते ही किसी मलिन हृदय को भी निर्मल कर जाते हो.. तब तुम ही तो भुवनेश्वरी कल्याणी बन जाते हो..!! 🧖♂️जब अपने समक्ष किसी दरिद्र हृदय को धनवान बना जाते हो.. तब तुम धन सम्पदा की देवी लक्ष्मी कहलाते हो.. !! 🧖♂️जब अपने समक्ष पाकर किसी निराधम को भी सद्मार्ग दिखा जाते हो .. तब तुम ही तो सरस्वती शारदा कहलाते हो..!! 🧖♂️जब अपने हृदय में प्रेम वात्सल्य ममता क्षमा और करुणा का दीप जलाते हो.. तब तुम ही तो सूर्य चंद्र की आभा कहलाते हो.. 🧖♂️ जब धीरज धर्म त्याग जैसे अलंकारों से सज संवर जाते हो तब तुम ही तो ईश्वर की परम् मनोहर कृति पावन नार कहाते हो.. 🧖♂️जब अपने नारी देह की उलाहना से मुक्त ईश्वर के विधान पर पूर्ण आस्था रख जाते हो.. तब तुम ही तो निराकार ब्रम्ह का साकार स्वरूप कहलाते हो.. ©Adv. Rakesh Kumar Soni (अज्ञात) #नारी
Ramji Tiwari
Nature Quotes दोहा छंद काले कजरारे नयन,लूटें मन का चैन। मिसरी से मीठे लगें, गोरी तेरे बैन।। शोभित कुंडल कान में,गल में साजे हार। सुन्दर नासा कीर सी,भौंह कमानीदार।। गोरे-गोरे गाल हैं,सेब की तरह लाल। कुंतल काले हैं घने, हिरनी जैसी चाल।। मदिरा के प्याले अधर, गोरे-गोरे हाथ। साड़ी सुन्दर है बदन,तिलक नीलमणि माथ।। पायल पहने पाँव में,कंगन सोहे हाथ। गल में पहने नौलखा,टिकुली साजे माथ।। सर पर ओढ़े चूनरी,कमर करधनी डाल। हिरनी सी चलती मटक, मनमोहक है चाल।। फुर्सत में रब ने गढ़ा, सुन्दर रूप अनूप। मोहित हो जाता जगत,देख नारि का रुप।। सुन्दर नारी रुप का, दीवाना संसार। सुन्दर नारी देखकर, उपजे मन में प्यार।। प्रेमी काया का हुआ, सारा सकल समाज। नारी तेरे रुप ने, लूट लिया जग आज।। गोरी तेरे प्रेम में,पागल सारे लोग। दीवाने सब हो गए,पाल प्रेम का रोग।। स्वरचित रचना- राम जी तिवारी"राम" उन्नाव (उत्तर प्रदेश) ©Ramji Tiwari #beatyQuotes #दोहे #श्रृंगाररस #नारी #कविता
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read moreहिमांशु Kulshreshtha
White मेरे मन आँगन में सुनहरे सपनों को सजाती कौन हो तुम मेरे दिल की धड़कन में पल पल समा रही कौन हो तुम मेरे कानों में घोल रही अमृत सा अपनी बातों से कौन हो तुम.. एक खूबसूरत ख्वाब मृगतृष्णा या हक़ीक़त सच बोलो, कौन हो तुम ©हिमांशु Kulshreshtha कौन हो तुम..
कौन हो तुम..
read moreShekhar Yadav
shekhar yadav ©Shekhar Yadav नारी का वर्तमान इस्थिति!
नारी का वर्तमान इस्थिति!
read moreVIKHYAT REKWAR
White मुस्कान की वजह बनते हो तुम, दोस्ती का नाम लेते हो तुम. ©VIKHYAT REKWAR #मुस्कान की वजह बनते हो तुम, दोस्ती का नाम लेते हो तुम.
#मुस्कान की वजह बनते हो तुम, दोस्ती का नाम लेते हो तुम.
read moreVIKHYAT REKWAR
White मुस्कान की वजह बनते हो तुम, दोस्ती का नाम लेते हो तुम. ©VIKHYAT REKWAR #GoodMorning मुस्कान की वजह बनते हो तुम, दोस्ती का नाम लेते हो तुम.
#GoodMorning मुस्कान की वजह बनते हो तुम, दोस्ती का नाम लेते हो तुम.
read moreVIKHYAT REKWAR
White मुस्कान की वजह बनते हो तुम, दोस्ती का नाम लेते हो तुम. ©VIKHYAT REKWAR #मुस्कान की वजह बनते हो तुम, दोस्ती का नाम लेते हो तुम.
#मुस्कान की वजह बनते हो तुम, दोस्ती का नाम लेते हो तुम.
read moreParasram Arora
White प्रसफुटन होता हैँ ज़ब चुनिंदा छंदो का जिन्हे बाद मे एक लड मे पिरो दिया जाता हैँ और ज़ब उन श्रंगारित छंदो को भावना और संवेदनाओं की भाफ से थोड़ी गर्मी दीं जाती है तब कही एक अच्छी कविता का जन्म हो पाता हैँ ©Parasram Arora कविता का जन्म
कविता का जन्म
read moreGeeta khati
a-person-standing-on-a-beach-at-sunset इस दुख भरे मन में एक अजब सी वेदना उठती। पर तू नहीं दिखती मुझको तेरी यादें मन में रहती। दीदी तेरी एक झलक देखने को। अब ये आंखे बहुत तरसती। ©Geeta khati दीदी कहाँ हो तुम
दीदी कहाँ हो तुम
read moreAjun
a-person-standing-on-a-beach-at-sunset दिल की धड़कन हो तुम हर जगह हर सासों में बसी हो तुम ©Ajun दिल धड़कन में हो तुम
दिल धड़कन में हो तुम
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