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Writer1
बड़े बुजुर्ग घर की नींव और आधार होते हैं, सहन करके अपने ऊपर भार सारे परिवार का, कमल समान बच्चों को बच्चों में शिष्टाचार सिखाते हैं, चुपचाप अपना फर्ज निभाते हुए, सही राह दिखाते हैं, देते हैं आशीष,बांटते हैं सदा प्यार, मुश्किलों में भी वो सदा ही मुस्कुराते हैं। 🌹 " कल्पना की रचना " 🌹 🎁 अभी कल्पना की कविता शुरू हो गया । 🎁 आपको एक रचना लिखना है । इसी वॉलपेपर के अनुसार । 🎁 " कल्पना की रचना " का अ
Writer1
कितनी सुंदर कितनी पवित्र है इसकी अनुपम गाथा, आंखों में शर्म इज्जत बड़ों की आज भी यहां का है कायदा, बड़े बूढ़ो की इज्जत कर बढ़ाते हैं मान मर्यादा, तिरंगा हमारा कितना सुंदर कितना निराला सबके मन को भाता। धैर्य, शौर्य और हरियाली की सबको गाथा है सुनाता, सूरवीरों की इस धरती पर हमें कुछ और नहीं है भाता, मेरे वतन से प्यारा कुछ भी नहीं, इस वतन से ही है मेरी मान मर्यादा। भुला के सारे भेदभाव जात-पात के,!….. एकजुट हो जाता, जब आन पड़े मातृभूमि पर,!... तब अपना फर्ज निभाता, मिट्टी में भी इसके बलिदान का जज़्बा, ऐसा मेरा देश महान है, लहू का अंतिम कतरा तक बहा देंगे ऐसा हमारा अनुष्ठान है। वतन मेरा प्यारा है इतना हर घर घर खुशहाली है, जहां जहां नजर पड़े वहां वहां हरियाली है, धन्य है माता हमारी वीर पुत्रों को जो जन्म दिया, जब जब आन पड़े मातृभूमि पर अपने पुत्र तक वार दिए। 🌹 " कल्पना की रचना " 🌹 🎁 अभी कल्पना की कविता शुरू हो गया । 🎁 आपको एक रचना लिखना है । इसी वॉलपेपर के अनुसार । 🎁 " कल्पना की रचना " का अ
Writer1
क्या खूब थे वो दिन, कितनी मस्ती थी शरारत थी, ना कोई जिम्मेदारी थी हर वक्त होशियारी थी, अध्यापक के पढ़ाते वक्त भी हमें शरारत सूझती थी, कब होगा यह बोरिंग लेक्चर खत्म, हर वक्त घड़ी की टिक टिक दिखती थी, ब्लैक बोर्ड पर ध्यान कम, मस्ती में ज्यादा होता था, क्या खूब मस्त मौला दिन थे, वो हर आलम खुशनुमा होता था। 🌹 " कल्पना की रचना " 🌹 🎁 अभी कल्पना की कविता शुरू हो गया । 🎁 आपको एक रचना लिखना है । इसी वॉलपेपर के अनुसार । 🎁 " कल्पना की रचना " का अ
Insprational Qoute
हे ईश्वर तेरे प्रांगण में हम नन्हे बालक गुहार लगा रहे, बिन सापेक्ष शिक्षक के आज हम अधूरा ज्ञान पा रहे, मन की अभिलाषा मेरी ज्ञान में सम्पूर्ण मैं बन जाऊँ, आज वो शिक्षक का स्नेह स्पर्श आशीष याद आ रहे। 🌹 " कल्पना की रचना " 🌹 🎁 अभी कल्पना की कविता शुरू हो गया । 🎁 आपको एक रचना लिखना है । इसी वॉलपेपर के अनुसार । 🎁 " कल्पना की रचना " का अ
DR. SANJU TRIPATHI
अपनी हकीकत और ख़्वाहिशों में, गर हम संतुलन बनाना सीख लेते, तो कल्पनाओं में ही नहीं, हकीकत में भी पत्थर में कमल खिला लेते। रूठने न देते कभी भी अपनों को खुद से, अपना ही बना कर रख लेते, जीते न अगर कल्पनाओं की दुनियां में, तो शायद हकीकत समझ लेते। गमों के समंदर में ना यूं डूबकर गमगीन रहते, कुछ अपने दर्द बांट लेते, रेगिस्तान के रेत सी सूखी जिंदगी में हम खुशियों की बरसात कर लेते। 🌹 " कल्पना की रचना " 🌹 🎁 अभी कल्पना की कविता शुरू हो गया । 🎁 आपको एक रचना लिखना है । इसी वॉलपेपर के अनुसार । 🎁 " कल्पना की रचना " का अ
DR. SANJU TRIPATHI
देश हमारा अखंडता, एकता व संप्रभुता से भरा, जग में महान है। भारत मेरी शान है हर वीर का दिल और जान देश पर कुर्बान है। स्वतंत्रता के लिए सुभाष, चंद्रशेखर और भगत ने अपना लहू दिया। बिना हथियारों को अपना हाथ लगाए गांधी ने भी था संघर्ष किया। स्वतंत्रा दिलाने के लिए ना जाने कितने ही वीरों ने बलिदान दिया। नर हो या नारी अंग्रेजो को भागाने की खातिर सबकुछ वार दिया। तीन रंगों से रंगा प्यारा तिरंगा भारत देश की जान व पहचान है। गंगा, जमुना और त्रिवेणी नदियां मां सम शोभा बढ़ाती महान् हैं। ईर्ष्या, द्वेष और नफरत का है यहां दिलों में नहीं कोई भी स्थान। प्रेम, अहिंसा और विश्व बंधुत्व है बस इसकी एक मात्र पहचान। राम- कृष्ण की धरती है यह और ऋषि मुनियों की है खान यहां। कबीर, तुलसी और सूर के ज्ञान से मिलता सबको प्रकाश यहां। खेत और खलिहान भरे हरियाली से, यहां आमों की अमराई है। गली-गली में फूल महकते, सरसों मटर की फलियां गदराई हैं। हिंदू, मुस्लिम, सिक्ख, ईसाई अनेकता में एकता को अपनाते है। हिन्दुस्तान को देखो कश्मीर से कन्याकुमारी तक फैले साम्राज्य हैं। सबसे अलग सबसे जुदा हमारे अंदाज हैं, हमको खुद पर नाज है। दुश्मन को भी दोस्त बना लेते, कहते हमको प्यार से इंडिया वाले। -"Ek Soch" 🌹 " कल्पना की रचना " 🌹 🎁 अभी कल्पना की कविता शुरू हो गया । 🎁 आपको एक रचना लिखना है । इसी वॉलपेपर के अनुसार । 🎁 " कल्पना की रचना " का अ
DR. SANJU TRIPATHI
आदियोगी शिवाय, अनंत अनामय, अविचल अगोचर हो। त्रिमूर्ति ब्रह्मा विष्णु महेश, संहारी हो कर्ता और धर्ता हो तुम। अंतर्यामी,अज,अविनाशी, प्रलय कारी रूद्ररूप धारी हो तुम। सत्य, सनातन, सुंदर शिव, निर्गुण हो सगुण हो प्रेरक हो तुम। शिव परिवार की जगत में महिमा है सबसे महान और अपार, जो लेता हैं सच्चे दिल से इनका नाम कर देते हैं उसका उद्धार। 🌹 " कल्पना की रचना " 🌹 🎁 अभी कल्पना की कविता शुरू हो गया । 🎁 आपको एक रचना लिखना है । इसी वॉलपेपर के अनुसार । 🎁 " कल्पना की रचना " का अ
DR. SANJU TRIPATHI
शिक्षा ही है संस्कारों की जननी, शिक्षा का सब करो सम्मान, शिक्षा का सबको है अधिकार,जाति धर्म का नहीं कोई स्थान। बेटा-बेटी है एक समान, सबको शिक्षा देने से ही बढेगा मान, शिक्षा से ही संभव होगा, देश के उज्ज्वल भविष्य का उत्थान। 🌹 " कल्पना की रचना " 🌹 🎁 अभी कल्पना की कविता शुरू हो गया । 🎁 आपको एक रचना लिखना है । इसी वॉलपेपर के अनुसार । 🎁 " कल्पना की रचना " का अ
Divyanshu Pathak
तू बंजारिन सी ! जब भी मुझसे दूर जाती है मेरे सुरमई से शब्दों को साथ ले जाती है ! सुनो...💕👨 दिल के गलियारे में जब तक तेरी आहट नहीं आती सच कहता हूं मुझे बिल्कुल भी राहत नहीं आती ! : जब तुम मेरी आँखों से ओझल रहती हो तब तक