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Gourav (iamkumargourav)
ये सर्द रात और हल्की बूंदाबांदी आसमान पर लगा बादलों का जमघट घर की दीवारों पर तुम्हारी यादों-सी चढ़ आयी ये सीलन दूर कहीं पार्श्व में बजता 90 के दशक का गीत और मैं... अपने सीने से लगाए लेटा हूँ एक किताब जिसमें भरी हैं कई यादें... कुछ अनकही बातें... कुछ अधूरे ख़त... और आँखों के कोर से ढुलकता हुआ एक मोती ©iamkumargourav ©Gourav (iamkumargourav) ये सर्द रात और हल्की बूंदाबांदी आसमान पर लगा बादलों का जमघट घर की दीवारों पर तुम्हारी यादों-सी चढ़ आयी ये सीलन दूर कहीं पार्श्व में बजता 9
Vedantika
मेरी वृद्धावस्था में मेरे बच्चों ने, मुझे वही उपहार दिया। जो मैने दिया था अपने माँ बाप को, उनकी वृद्धावस्था में। मेरे जीवन के हर कदम पर, जिनका था सहारा। उनको दिया था मैने, बैसाखी उपहार में। मेरे जीवन के हर शब्द, जिनके लिए था उपनिषद। (Read in Caption) Day:3 मेरी वृद्धावस्था में मेरे बच्चों ने, मुझे वही उपहार दिया। जो मैने दिया था अपने माँ बाप को, उनकी वृद्धावस्था में।
Divyanshu Pathak
हमारे सभी शास्त्र,पुराण, काव्य और महाकाव्य शिव के महत्व को बतलाते आए हैं। श्री राम ने भी विजय प्राप्त करने के लिए शिव से प्रार्थना की या युद्ध हेतु आज्ञा ली। श्री कृष्ण ने भी अपनी लीलाओं में शिव का पूरा सहयोग लिया। पुरुष एवं प्रकृति की परिकल्पना को शिव और शक्ति ही पूर्ण करते हैं। शिव के बारे में बहुत कुछ कहना मेरे बस की बात नही बस जो उनको लेकर मन में विचार आए आपको कह दिए। वैरागी भी गृहस्थ भी। हित साधने वाले हैं तो संह
Manjari Shukla
नन्हे सम्राट के अप्रैल अंक में मेरी कहानी - "दादाजी" घर भर में मानों भूचाल आ गया था I बचपन में चाचा चौधरी की कॉमिक्स में पढ़ा था कि जब साबू
Balram Bathra
मेरे शहर में हल्की - फुल्की, बूंदाबांदी हो रही है., लगता है कि, कोई अप्सरा अपने बाल धो रही है.. ©Balram Bathra #बूंदाबांदी
lafz
नही पसंद मुझे Makeup की भारी लीपा पोती मैं उसके तिरछी नज़र और मध्यम मुस्कान पे मरता हूँ । वो झाग वाली Coffee सा खाक थोड़ी हूँ मैं कुल्हड़ वाली कड़क Chai पे मरता हूँ। Sn. kr. lucky मध्यम- हल्की-हल्की
Harpinder Kaur
आओ न..! इन हसीं वादियों की सर्द बूंदाबांदी की फिजा़ओं में एक चाय की प्याली का लुत्फ़ उठाते हैं कभी तुम, तो कभी हम अपने एहसासों की शक्कर इस चाय में मिलाते हैं आओ, दोनों मिलकर यादों की इलायची से इस चाय को महकाते हैं सर्द हवा की इस बूंदाबांदी में कुछ प्यार की रंगत चाय में मिलाते हैं इस चाय की चुस्की और बारिश की बूंदों में आओ, हम थोड़ा सा खो जाते हैं ©Harpinder Kaur # सर्द हवा की बूंदाबांदी और चाय