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Sam
मेरा मन ! ऐ मेरा मन,क्यूँ है तू उदास? क्या नहीं है तेरे पास? यूँ क्यूँ रहता है परेशान? वजह से भी है अनजान ! मेरा है,फिर भी मुझे उलझाता है ! कभी मन्द तो कभी तेज़ धड़कता है ! मज़ा क्यूँ आता है तुझे इतना उलझने में? तकलीफ़ क्या है तुझे जरा सुलझने में? ©Sam #Mera man
#Mera man
read moreMk thoughts
Unsplash do paiso ke liye inshan kya bhul mtt jao kiyunki paiso se sirf Amir bante hein inshan nhi...... ©Mk thoughts #traveling #poems #Trending
JIJITH p thankachan " king of underdogs"
Unsplash Shadow of a likely man is really visible for our activities that coordinating common word like as development ©JIJITH p thankachan " king of underdogs" #Man
ℕᴀsʏᴀɴ Sʜᴀʜ
na deed hy na sukhan ab na harf hy na piyam, koi bhi hela o taskeen nehi or aas boht,hy umeed e yar , nazar ka mizaj , dard ka rang kuch na pucho aj ke dill udas boht hy ©ℕᴀsʏᴀɴ Sʜᴀʜ #Shahjee #SAD #poems #words
Anita Agarwal
जाने किस मृगतृष्णा में भटकता, इत उत चारों ओर। चेहरे पर खामोशी चाहे, मन का पंछी करे शोर।। कभी चाहिए दुनिया के, हर वैभव उल्लास। कभी चाहिए आसपास ही अपना कोई खास।। खुद की तनिक सफलता पर भी जी भरकर इतराए। दिखे गगन में और कोई तो क्यों इतना घबराए।। सोने के पिंजरे में रहकर खुश कैसे हो सकता है! मोह माया के पाश में बंध कर एकाकी हो रहता है। यह एकाकीपन ला देता है, खामोशी घनघोर। लड़ते लड़ते खामोशी से, मन का पंछी करे शोर। ©Anita Agarwal #man ka panchi
#Man ka panchi
read more_बेखबर
White दिन रात राहों पर चलना पड़ता है मेहनत की आग में जलना पड़ता है इतने पर भी मंजिल नहीं मयस्सर भाग्य से भी लड़ना पड़ता है है मेहनत भी भाग्य भी फिर भी इंतजार कई बार करना पड़ता है अचानक से नहीं मिलती मौत भी हर रोज़ थोड़ा-थोड़ा मरना पड़ता है ©_बेखबर #poems #Poetry
aswathy sudheesh
White These are your own words your way of noticing and saying plainly of not turning away from hurt you have offered them to me I am only giving them back if only I could show you how very useless they are not ©aswathy sudheesh #good_night #poems #Poetry
kavi Abhishek Pathak
फूल मुरझा जाएंगे, यादें रह जाएंगी, खुशबू बिखर जाएगी, पर निशानी रह जाएगी। पंखुड़ियों में जो रंग बसा है, वो धीरे-धीरे फीका पड़ जाएगा। वक़्त की आंधी में, ये गुलशन सूनापन हर ओर भर जाएगा। पर जो खुशबू है, दिल में बसी, वो कैसे मिट पाएगी? फूल मुरझा जाएंगे, पर उनकी यादें दिल में हमेशा मुस्कुराएंगी। खुदा से ये दुआ है हमारी, तुम्हारे दिलों का गुलशन सदा खिला रहे। फूल चाहे मुरझा जाएं, पर रिश्तों की महक बनी रहे। ©kavi Abhishek Pathak #phoolmurjhajayenge #poems #Poetry #kavishala
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