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Bhanu Priya
Bhanu Priya
कभी कभी भाग जाने का मन करता है, कहीं दूर …… क्षितिज से भी पार, बस इतना दूर, ये अंतर्मन की ज्योति बुझती नहीं, एक तुम्हारी मुस्कुराहट, बाकी इस शहर में मुझे लुभाता कुछ भी नहीं। ©Bhanu Priya कभी कभी भाग जाने का मन करता हैं, कहीं दूर …… क्षितिज से भी पार,बस इतना दूर, ये अंतर्मन की ज्योति बुझती नहीं,
Poonam Pathak Badaun
Mahadev Son
ॐ नमो महाकाली रूपम, शक्ति तु ज्योति स्वरूपम शुम्भ निशुम्भ को मारा, रक्तबीज को संहारा दुष्टों को संहारने वाली, भक्तों के दुःख हरने वाली, सन्त गुणी जन सब पूजते, पूजा की तिथि विधि ना जानू, मंत्र तंत्र को मैं ना जानू, मैया बस पढ़ुं चालीसा जीवन में माँ करना उजाला, बीच भंवर में फंसी है नैया, आकर लाज बचाना, सद्-बुद्धि का दान ही देना, ॐ नमो माँ काली शक्ति स्वरूपम मैया प्यारी, दया करो महाकाली ©Mahadev Son ॐ नमो महाकाली रूपम, शक्ति तु ज्योति स्वरूपम शुम्भ निशुम्भ को मारा, रक्तबीज को संहारा दुष्टों को संहारने वाली, भक्तों के दुःख हरने वाली, सन्
Ankit Singh
कभी-कभी किसी पालतू जानवर को खोना किसी इंसान को खोने से ज्यादा दर्दनाक होता है क्योंकि पालतू जानवर के मामले में, आप उससे प्यार करने का नाटक नहीं कर रहे थे। ©Ankit Singh कभी-कभी किसी पालतू जानवर को खोना किसी इंसान को खोने से ज्यादा दर्दनाक होता है क्योंकि पालतू जानवर के मामले में, आप उससे प्यार करने का नाटक न
दूध नाथ वरुण
इस जीवन की लड़ाई में, यूं हार जीत तो होती है। यूं आगे बढ़ मत रुकना तू,क्योंकि आगे जीवन ज्योति है।। ©दूध नाथ वरुण #जीवन#ज्योति
Jesus_ka_chuna_huaa
और हम एक प्रभु, यीशु ख्रीष्ट पर विश्वास करते हैं, वह परमेश्वर का एकलौता पुत्र, सर्व युगों से पहले पिता से उत्पन्न; परमेश्वर से परमेश्वर, ज्योति से ज्योति, सत्य परमेश्वर से सत्य परमेश्वर; कृत नहीं, वरन् उत्पन्न है, उसका और पिता का तत्व एक है, उसी के द्वारा सब वस्तुएं रची गईं; जो, हम मनुष्यों के लिए और हमारे उद्धार के ... ©Ikram Barela और हम एक प्रभु, यीशु ख्रीष्ट पर विश्वास करते हैं, वह परमेश्वर का एकलौता पुत्र, सर्व युगों से पहले पिता से उत्पन्न; परमेश्वर से परमेश्वर, ज्य
HintsOfHeart.
"कहते हैं, धरती पर सब रोगों से कठिन प्रणय है लगता है यह जिसे, उसे फिर नींद नहीं आती है दिवस रुदन में, रात आह भरने में कट जाती है मन खोया-खोया, आँखें कुछ भरी-भरी रहती है भीगी पुतली में कोई तस्वीर खड़ी रहती है"¹ ©HintsOfHeart. #रामधारी_सिंह_'दिनकर' के काव्य नाटक #उर्वशी' से। 1.इसके लिए 1972 में उन्हें ज्ञानपीठ पुरस्कार प्रदान किया गया।
Ravendra