Find the Latest Status about जिन्दगी जीने की शायरी from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, जिन्दगी जीने की शायरी.
Kishore
White सच्ची मोहब्बत एक जेल के कैदी की तरह होती हैं जिसमे उम्र बीत भी जाए तो सजा पूरी नहीं होत आज तुझे एक बात बताऊं दिल की बात तुम्हे सुनाऊं पास रहूँगा तेरे तू कहे तो तेरी धड़कन बन कर तेरे सीने में ही रह जाऊ तुम नहीं होते हो तो बहुत खलता है प्यार कितना है तुमसे पता चलता ©Kishore #flowers #Lvoe शायरी लव की शायरी लव की
Arora PR
White जिंदगी में कभी धूप है कभी छाव है और जीवन में ज़ब तक दुख और सुख का अस्तित्व है तभी तक जीवन में जीने की प्यास भी कायम है ©Arora PR जीने की प्यास
जीने की प्यास #कविता
read moreKomal Raikwar
White गाँव तो बस नाम का है साहब, जिन्दगी बीत रही है, कमाते-कमाते। ©Komal Raikwar जिन्दगी की कहानी
जिन्दगी की कहानी #शायरी
read more#R.J..!मुरखनादान#
तू तो मेरे जीने की वजह है पागल ©#R.J..!#मुरखनादान@# जीने की वजह है तू
जीने की वजह है तू #शायरी #मुरखनादान
read moreShankar
White संघर्ष में तुम अनाथ हो मित्र, क़ाफ़िला तो सफलता के बाद उमड़ता है... ©Shankar #safar #सफर #शायरी #संघर्ष #जिन्दगी #जीवन #अनुभव
Matangi Upadhyay( चिंका )
जब किसी की मुस्कुराहट, दिल का सुकून बन जाए..... जब उस शख्स को सिर्फ देखकर ही, पूरा दिन बन जाए..... और जब मन करे उस वक्त, की वक्त बस रुक सा जाए..... कमबख्त ये दिल फिर कहां जाए, खुदको कैसे समझाए...???? और बस लगे उसका मुस्कुराना ही, फिर जीने की वजह बन जाए। ©Chinka Upadhyay जब किसका मुस्कुराना जीने की वजह बन जाए ☺️#matangiupadhyay #Nojoto #thought #शायरी
कवि: अंजान
White महत्वकांक्षाएं तुझें दूर ले जाएंगी सबसे की इच्छाएं कब पूरी हुई हैं किसी की 'अंजान' जो एक आरजू दिल में यहाँ तो खत्म ही नहीं होती जरूरत किसी की। ©कवि: अंजान #Night #लव #जिन्दगी #कविता #शायरी #Life #SAD #Poetry #Shayari
Night लव जिन्दगी कविता शायरी Life SAD Poetry Shayari
read moreSaurav Kumar
White बुलन्दी देर तक किस शख़्स के हिस्से में रहती है, बहुत ऊँची इमारत हर घड़ी ख़तरे में रहती है॥ बहुत जी चाहता है क़ैद-ए-जाँ से हम निकल जाएँ, तुम्हारी याद भी लेकिन इसी मलबे में रहती है॥ यह ऐसा क़र्ज़ है जो मैं अदा कर ही नहीं सकता, मैं जब तक घर न लौटूँ मेरी माँ सजदे में रहती है॥ अमीरी रेशम-ओ-कमख़्वाब में नंगी नज़र आई, ग़रीबी शान से इक टाट के पर्दे में रहती है॥ मैं इन्साँ हूँ बहक जाना मेरी फ़ितरत में शामिल है, हवा भी उसको छू कर देर तक नश्शे में रहती है॥ मुहब्बत में परखने जाँचने से फ़ायदा क्या है, कमी थोड़ी-बहुत हर एक के शजरे में रहती है॥ ये अपने आप को तक़्सीम कर लेता है सूबों में, ख़राबी बस यही हर मुल्क के नक़्शे में रहती है॥ - मुनव्वर राना ©Saurav Kumar #SunSet #शायरी #copyright #एहसास #जिन्दगी #follow4follow #share #Cmnt #Like
#SunSet #शायरी #copyright #एहसास #जिन्दगी #follow4follow #share #Cmnt #Like
read more