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md zahid shah
किसी के नजर में अच्छे थे किसी के नजर में बुरे थे हकीकत में जो जैसा था हम उसकी नजर में वैसे थे ©md zahid shah शायरी अच्छी वाली
शायरी अच्छी वाली #Motivational
read moreBalmiki Choudhary
White "आग " एक गाँव में दो किसान रहते थे एक राम दूसरा मोहन दोनों व्यक्ति खेत की रखवाली करने गए ! राम के खेत में ज्यादा फसल हुआ था मोहन के खेत में कम फसल हुआ! दोनों अपने अपने खेत की रखवाली कर रहे थे! राम निश्चिन्त होकर सो गया ! मोहन राम के खेत से कुछ फसल लेकर अपने खेत मे रख दिया और बचे फसल मे आग लगा दी फिर चिल्लाते हुए राम के पास गया और बोला तुम्हारे फसल मे चोरों ने आग लगा दिया! राम रोने पिटने लगा मोहन भावुक होकर बोला जो भी दोषी होगा बचेगा नहीं उसे कड़ी से कड़ी सजा दिलाएंगे सरपंच जी से लेकिन चोर आजतक नहीं मिला ! क्योंकि सरपंच जी चोर को ढूंढ़ने में मोहन को हीं लगाया था 😀😀 ©Balmiki Choudhary कहानी- आग
कहानी- आग #कॉमेडी
read morePriti Kumari
White हाथ पर आसमान लोग ऊँची उड़ान रखते हैं हाथ पर आसमान रखते हैं शहर वालों की सादगी देखो- अपने दिल में मचान रखते हैं ऐसे जासूस हो गए मौसम- सबकी बातों पे कान रखते हैं मेरे इस अहद में ठहाके भी- आसुओं की दूकान रखते हैं हम सफ़ीने हैं मोम के लेकिन- आग के बादबान रखते हैं ©Priti Kumari कहानी
कहानी #विचार
read moreANIL KUMAR
White कोई फायदा नहीं ज़िन्दगी में शेर बनने का जब सामने वाली को कुत्ते पसंद हों 🤣🤣🙈😜 ©ANIL KUMAR सामने वाली को
सामने वाली को #Life
read moreमिहिर
White कहानी अब भी उसे बताना है कुछ कितना कुछ है अब भी अंदर कितना कुछ उसे सुनाना है कितने किस्से अब भी अंदर अब भी कई कहानी है फिर लगता है ऐसी वैसी तो बात हुई बस उसको भी तो कहना होगा क्या कुछ होगा उसके अंदर होंगे कितने किस्से उसके उसकी कई कहानी होगी सब को सब कुछ कहना है बस कहने में रह जाती कोई ना कोई कहानी बस !! ©मिहिर #कहानी
Ravi Gupta
वो जो हर रोज़ नये ख्वाब सजाता है मेरे वो नहीं जानता की नींद में डर जाता हूं मैं जिस कहानी को बड़े शौक से पढ़ते हो ना तुम उस कहानी के तो आखिर में मर जाता हूं मैं ©Ravi Gupta #कहानी#
अज्ञात
White उम्मीद जैसी चिड़िया होती नहीं जहाँ में उम्मीद रखना सबसे ख़ुद से है बेईमानी.. कोई नहीं किसी का ठोकर लगे तो जाने मतलब का हाट है ये मतलब की हर रवानी.. मंजिल की फ़िक्र है तो ख़ुद को बुलंद कर ले बिन मोल तो जहाँ में मिलता नहीं है पानी.. फिर ख़ाक से उठे हैं फिर ख़ाक में मिलेंगे ये गुलबदन जलेगा तब क्या रहे निशानी.. कुछ भी नहीं है अपना ये फलसफ़ा पुराना थोड़ी सी कश्मोकश है फिर खत्म है कहानी.. ©अज्ञात #कहानी
Neeraj Kanwar
भूल गई वह स्त्रियां, अपनी ख्वाहिश .......। दूसरो की मर्जी है, सुनते-सुनते और निभाते निभाते....। ©Neeraj Kanwar #dhoop #स्त्री #कहानी #अपनी #कहानी #मन #की