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Dark Shadow
Unsplash where nice photo ©Dark Shadow #snow urdu poetry love poetry for her poetry on love
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read moreMrunal-(मृणाल)
White उसे चोट लगती है तो तकलीफ़ मुझे होती है, मुझे चोट लगती है तो बेचैनी उसे भी होती है। दिल के इस रिश्ते को क्या नाम दें, जो जुबां से नहीं, मगर रूह से महसूस होती है। उसके दर्द से मेरी आँखे नम हो जाती हैं, मेरे ग़म से उसकी रातें भी तन्हा हो जाती हैं। मगर ये कैसी मजबूरी है हमारी, कि हम खुलकर जज़्बात नहीं कह पाते हैं। ख़ामोशी में भी इश्क़ की सदा सुनाई देती है, बिना कहे उसकी फ़िक्र दिखाई देती है। लफ्ज़ों की कैद में रिश्ते नहीं बंधते, ये एक ख़ास एहसास है जो खुद-ब-खुद समझी जाती है। काश, कभी वक़्त थम जाए इस कदर, कि दिल की हर बात लफ़्ज़ों में उतर जाए। जो आज सिर्फ़ आँखों से बयान होती है, वो मोहब्बत खुलकर इज़हार हो जाए। Mrunal(19/06/24) ©Mrunal-(मृणाल) #sad_quotes #Nojoto #Shayari #Quotes #Poetry #poem #Love #Hindi #Quote shayari on love
Chandan Navik 'VINAMRA'
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read moreSexologist Dr
Subhash Regar
Ishita Verma
पूरी दुनियां मेरी बदलने वाली है कुछ दिनों में सब नया सा होने वाला है। अपना घर होते हुए भी मेहमान बनकर आना पड़ेगा दूसरे के घर उसकी सजनी बनकर वो घर भी संभालना पड़ेगा। अपने मम्मी पापा भाई बहन को दूर छोड़ कर मुझे अब कुछ दिनों में जाना पड़ेगा चंद दिनों में मुझे सब कुछ अपना पुराना छोड़ कर कुछ लम्हे एक सूटकेस में संजोकर साथ लेजाना पड़ेगा। अभी तो बड़ी हुई थी मैं जो शादी के बंधन में बांध दिया कुछ पल अपने पापा मम्मी के संग बिताना है मुझे यह सोच सोच कर शादी का दिन आगया। बड़े होते ही हम बेटियों को छोड़ कर अपना घर परिवार सब जाना पड़ता है, कुछ दिन परिवार के साथ बैठने का बहाना फिर ढूंढना पड़ता है। कैसे इतनी जल्दी मैं बड़ी हो गई पता ही नहीं चला। कल तक जो पढ़ रही थी मैं आज लाल जोड़ें में मुझे दुल्हन बना दिया बेटी से बहु बनने जा रही हूं सौ घबराहट के सवालों को मन्न में ला रही हूं। काश कुछ दिन और मिल जाते इतनी जल्दी हम काश नहीं बड़े हो जाते कल तक पापा के साथ खिलौने लाया करती थी जो, मम्मी से अपनी चोटी बनवाया करती थी जो, बहन के कपड़े पहन कर अपने आप को बड़ा बोलती थी, भाई के साथ लड़ाई कर पापा से उसकी दात लगवाया करती थी। ना जाने कब आगया वो दिन जो डोली उठने का समय आगया है यह नन्हीं सी गुड़िया इस आंगन की अब लाल जोड़ें में दुल्हनियां बनकर अब उसका दुल्हा लेने उसे आ रहा है।। अब उसका दुल्हा लेने उसे आ रहा हैं।। -ईशिता वर्मा @poetrysoul_999 ©Ishita Verma hindi poetry on life love poetry for her
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